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पुस्तकालय पर निबंध और इसका महत्व

Sachin Sajwan by Sachin Sajwan
in Hindi Essay

दोस्तों क्या आप पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library in Hindi) खोज रहे हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी लाभकारी साबित होगी. इस पोस्ट में आप पुस्तकालय का महत्व तथा पुस्तकालय पर निबंध कैसे लिखा जाए इसके बारे में पूरी जानकारी जानेंगे

ज्ञान का सबसे बड़ा भंडार पुस्तकालय को कहा जाता है. इस बात में कोई शक नहीं है कि विद्वानों की पहली पसंद पुस्तकालय है. विभिन्न पुस्तकों के संग्रह स्थान को पुस्तकालय कहते हैं. पुस्तकों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है. आधुनिक युग में भारत में पुस्तकालयों की स्थिति काफी दयनीय है लेकिन सरकार द्वारा इस क्षेत्र में काफी प्रयास किया जा रहा है

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पुस्तकालय पर निबंध – Essay on library in Hindi
प्रस्तावना
पुस्तकालय के प्रकार
पुस्तकालय का महत्व
पुस्तकालय से लाभ
भारत में पुस्तकालयों की स्थिति
उपसंहार

पुस्तकालय पर निबंध – Essay on library in Hindi

पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library in Hindi) तथा पुस्तकालय का महत्व

प्रस्तावना

पुस्तकालय का अर्थ होता है – “पुस्तकों का घर” अर्थात ज्ञानवर्धन तथा उपयोगी पुस्तकों का विशाल संग्रह जिस स्थान पर किया जाता है उसे पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है. पुस्तकालय ज्ञानवर्धक की सबसे बड़ा पाठशाला होती है

हमारे जीवन में ज्ञान का विशेष महत्व है. केवल ज्ञानवान ही सार्थक एवं समग्र रूप से जीवन को जी पाते हैं इसीलिए कहा भी गया है कि इस संसार में ज्ञान के समान कोई भी चीज पवित्र नहीं है. इसी दृष्टि से देखा जाए तो पुस्तकों को ज्ञान का भंडार कहा जाता है और पुस्तकों का सुगमता से संग्रह करने का प्रमुख स्थान पुस्तकालय कहलाता है

पुस्तकालय के प्रकार

पुस्तकालय विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे विद्यालय एवं महाविद्यालयों के पुस्तकालय, व्यक्तिगत पुस्तकालय, सार्वजनिक पुस्तकालय तथा सरकारी पुस्तकालय आदि. व्यक्तिगत पुस्तकालय के अंतर्गत पुस्तकों के वे पुस्तकालय आते हैं जिनमें कोई व्यक्ति अपनी विशेष रूचि एवं आवश्यकता के अनुसार पुस्तकों का एक विशाल संग्रह करके रखता है

विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के पुस्तकालय के अंतर्गत वे पुस्तकालय आते हैं जिनमें छात्रों एवं शिक्षकों के पाठन हेतु पुस्तकों एक विशाल संग्रह किया जाता है. सार्वजनिक पुस्तकालय में सभी लोगों के लिए पाठन हेतु पुस्तकों का संग्रह किया जाता है

कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक पुस्तकालय का सदस्य बनकर इसका उपयोग कर सकता है. सरकारी पुस्तकालयों में राज्य कर्मचारियों एवं सरकारी अनुमति प्राप्त करके या कुछ विशेष कर्मचारियों द्वारा पुस्तकों का अध्ययन किया जाता है. यहां कुछ विशेष सरकारी पुस्तकों का संग्रह किया जाता है

पुस्तकालय का महत्व

ज्ञान की देवी मां सरस्वती का आराधना मंदिर पुस्तकालय होता है. यहां आराधना करके कोई भी छात्र मां सरस्वती का सादर दर्शन कर सकता है. समाज, राष्ट्र और विशेषकर व्यक्ति तीनों के लिए ज्ञान प्राप्ति अति आवश्यक है

पूरी दुनिया में पुस्तकें ज्ञान को प्राप्त करने का एक सबसे उत्तम साधन है. पुस्तकालय में पुस्तकों को पढ़ने से मनुष्य के ज्ञान का विस्तार होता है और अनेकों दृष्टिकोणों में समझने की क्षमता आती है तथा बुद्धि एवं विचार क्षमता का भी विकास होता है.

एक ज्ञानी व्यक्ति ही समाज एवं राष्ट्र के साथ-साथ मानवता का विकास कर सकता है. अतः हर व्यक्ति के लिए पुस्तकों का विशेष महत्व है. लेकिन यह संभव नहीं है कि हर कोई अपनी रूचि और आवश्यकता के अनुसार पुस्तकों को खरीद सके क्योंकि इतना व्यय करना अधिकांश व्यक्तियों की सामर्थ्य में नहीं होता

यह भी आवश्यक नहीं है कि व्यय करने के बाद भी अपनी आवश्यकता के अनुसार पुस्तकें मिल जाएं. क्योंकि अनेक पुस्तकों का प्रकाशन खत्म हो चुका है और उनकी प्रतियां भी उपलब्ध नहीं है. पुस्तकालय में जिज्ञासु लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार सभी पुस्तकों को प्राप्त कर सकते हैं और इनका अध्ययन भी कर सकते हैं. इस दृष्टि से देखा जाए तो पुस्तकालय ज्ञान का बहुत बड़ा भंडार है

पुस्तकालय से लाभ

पुस्तकालय ज्ञान का सबसे बड़ा भंडार होता है. अतः पुस्तकालय के अनेकों लाभ है इसके लाभ की गणना का प्रयत्न तारों की गिनती करने जैसा है. फिर भी इससे प्राप्त होने वाले निम्नलिखित लाभ है

  • ज्ञान की प्राप्ति का उत्तम साधन
  • स्वास्थ्य मनोरंजन का सबसे सस्ता साधन
  • दुर्लभ तथ्यों की प्राप्ति का साधन
  • पठन-पाठन में उपयोगी

ज्ञान की प्राप्ति का उत्तम साधन

सही मायने में शिक्षा का अर्थ मनुष्य के ज्ञान का विकास करना होता है. यह ज्ञान मनुष्य की रूचि के अनुसार विभिन्न विषयों से संबंधित हो सकता है. विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों में दी जाने वाली विषयगत शिक्षा की सीमा निश्चित होती है

इसमें निर्धारित पाठ्यक्रम को पढ़कर एक छात्र परीक्षा पास कर सकता है, लेकिन केवल इसके द्वारा उसे उस विषय का उचित ज्ञान नहीं मिलता है जिससे विषयगत ज्ञान की वास्तविक प्रकृति प्राप्त करने के लिए उस विषय से संबंधित अन्य पुस्तकों का अध्ययन किया जा सके. हमें पुस्तकालय से इन पुस्तकों तक आसानी से पहुँच मिलती है इसलिए ज्ञान की प्राप्ति में पुस्तकालय का अमूल्य योगदान है

स्वास्थ्य मनोरंजन का सबसे सस्ता साधन

मनोरंजन मनुष्य के लिए आवश्यक है और पुस्तकों से बेहतर दुनिया में मनोरंजन के लिए कोई अन्य साधन उपलब्ध नहीं है. यह मनोरंजन के साथ-साथ संचार के विभिन्न विषयों पर हमारी जानकारी का विस्तार करता है. इससे हमारे विचारों का विस्तार होता है और हमारी मानसिक क्षमताओं का विकास होता है

पुस्तकालय में रुचि के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति विभिन्न पुस्तकों को आसानी से प्राप्त और अध्ययन कर सकता है इसलिए पुस्तकालय मनोरंजन का एक स्वस्थ और सस्ता साधन है

दुर्लभ तथ्यों की प्राप्ति का साधन

किसी भी विषय पर शोध और अनुसंधान कार्य के लिए पुस्तकालयों में संग्रहीत पुस्तकों से, एक व्यक्ति उन दुर्लभ तथ्यों को प्राप्त कर सकता है जिनकी जानकारी वह किसी अन्य तरीके से प्राप्त नहीं कर सकता है. यहां तक कि किसी भी विषय से संबंधित पुस्तकें जो आमतौर पर पुस्तकालय में पाई जाती हैं इनसे हमें काफी दुर्लभ तथ्यों की भी जानकारी मिल जाती है

पुस्तकालय पठन-पाठन में उपयोगी

पुस्तकालय छात्रों और शिक्षकों दोनों के पढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शिक्षकों और छात्रों दोनों को उनकी बौद्धिक शक्तियों और व्यक्तिगत ज्ञान के विस्तार और एक अच्छे व्यवहार की ओर ले जाने की दृष्टि से उनमें संग्रहीत पुस्तकों से लाभ होता है

भारत में पुस्तकालयों की स्थिति

विदेशी आक्रमणों से पहले, भारत ज्ञान के क्षेत्र में दुनिया में पहले स्थान पर था. विदेशी आक्रमणकारियों ने न केवल इस देश को लूटा बल्कि यहां के ज्ञान विज्ञान को भी रौंद दिया उन्होंने या तो ज्ञान की संपत्ति को लूट लिया या भ्रष्ट कर दिया

विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा नालंदा जैसे विश्व प्रसिद्ध पुस्तकालय का विनाश इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इन विदेशी आक्रमणकारियों की इस विनाशकारी प्रवृत्ति के परिणामस्वरूप भारत में पुस्तकालय क्या यहां तक ​​कि पुस्तकों के दर्शन भी दुर्लभ होने लगे

स्वतंत्रता के बाद, भारत सरकार ने प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय स्थापित करने के लिए एक अभियान चलाया, लेकिन यह अभियान कई कारणों से असफल रहा

आज भी सरकारी स्तर पर समाज में पुस्तकालयों की स्थापना के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. सार्वजनिक पुस्तकालयों की स्थिति अत्यंत दयनीय है. अधिकांश पुस्तकालयों में ताले हैं और उनमें संग्रहीत बहुमूल्य पुस्तकें दीमक का आहार बन गई हैं

जब भी सरकार इस संबंध में कोई कदम उठाती है, तो उसका उद्देश्य उतना पवित्र नहीं होता जितना कि इस काम के लिए होना चाहिए. इसलिए हम इसे भारतीय समाज का दुर्भाग्य कहेंगे कि हमारे देश में पुस्तकालयों की संख्या किसी भी अन्य समाज की तुलना में बहुत कम है.

उपसंहार

एक पुस्तकालय ज्ञान का एक भंडार है जो हमें ज्ञान प्रदान करता है. ज्ञान की प्राप्ति से मानव को मानवता प्राप्त होती है. ज्ञान मानव के साथ समाज या राष्ट्र का कल्याण है. इस प्रकार पुस्तकालय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है

आज सरकार को इस दिशा में ठोस और योजनाबद्ध कदम उठाने की आवश्यकता है. इसके अलावा, सामाजिक संगठनों को भी अपने क्षेत्रों में पुस्तकालय स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास करने चाहिए

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संक्षेप में

दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको पुस्तकालय पर निबंध (Essay on library in Hindi) तथा पुस्तकालय का महत्व अच्छे से समझ में आ गया होगा. अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिएगा

दोस्तों अगर आप इसी तरह की जानकारियों को जानने के इच्छुक हैं तो आप MDS BLOG के साथ जरूर जुड़िए जहां कि आपको कई तरह की अच्छी-अच्छी जानकारियां दी जाती है. इसी तरह अपना प्यार हमारे साथ बनाए रखें. MDS Blog पर यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !

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