वाक्य किसे कहते हैं इसकी परिभाषा और भेद
दोस्तों क्या आप वाक्य किसे कहते हैं (What is Sentence in Hindi), वाक्य की परिभाषा तथा वाक्य के भेद खोज रहे हैं. तो यह पोस्ट आपके लिए एकदम सही है. इस पोस्ट में आपको वाक्य किसे कहते हैं तथा वाक्य की पूरी जानकारी हिंदी में दी गई है
वाक्य किसे कहते हैं – What is Sentence in Hindi
शब्दों के जिस समूह से पूर्ण अर्थ प्रकट हो, उसे वाक्य कहते हैं. वाक्य को अंग्रेजी में Sentence कहते हैं. जैसे- आम फलों का राजा है यह वाक्य है क्योंकि इसका पूर्ण अर्थ हमें प्राप्त होता है. लेकिन आम फलों है, यह वाक्य नहीं है इसका पूर्ण अर्थ हमें ज्ञात नहीं होता है. दूसरे शब्दों में वाक्य की परिभाषा कुछ इस प्रकार हो सकती है
वाक्य की परिभाषा – Definition of sentence in Hindi
दो या दो से अधिक सार्थक शब्दों का समूह जिनका पूर्ण अर्थ प्रकट होता हो, वाक्य कहते हैं. भाषा तथा व्याकरण का वाक्य सबसे बड़ा अंग माना जाता है. आपकी जानकारी के लिए बता दूं वाक्य के दो खंड होते हैं
वाक्य के खंड
मुख्यता वाक्य के दो खंड होते हैं जिनमें उद्देश्य तथा विधेय आते हैं
- उद्देश्य
- विधेय
उद्देश्य
वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाता है उसे उद्देश्य कहते हैं. जैसे – सुमन पढ़ती है, रवि बीमार है आदि
विधेय
वाक्य में उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाय उसे विधेय कहते हैं. जैसे – रमेश होता है, राम आज पौड़ी गया आदि
वाक्य के भेद – Types of Sentence in Hindi
मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं हिंदी व्याकरण में वाक्य के सामान्यता दो भेद अर्थ के आधार पर और रचना के आधार पर होते हैं. आइए इनके बारे में जानते हैं
- अर्थ के आधार पर
- रचना के आधार पर
#1 – अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद
हिंदी व्याकरण में अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं. जो कि निम्नलिखित है
- प्रश्नवाचक वाक्य
- विधि वाचक वाक्य
- निषेधात्मक वाक्य
- आज्ञा वाचक वाक्य
- संदेह सूचक वाक्य
- इच्छा बोधक वाक्य
- विस्मयादिबोधक वाक्य
- संकेतवाचक वाक्य
प्रश्नवाचक वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में प्रश्न सूचक होते हैं, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. तुम कहां रहते हो?
2. तुम्हारा नाम क्या है?
3. आज कहां गए थे?
4. वहां कितने लोग थे?
जिन वाक्यों में प्रश्न सूचक होते हैं, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
विधि वाचक वाक्य किसे कहते हैंये वाक्य किसी बात के करने या होने का विधान प्रकट करते हैं
जैसे-
1. वह खाना खा रही है.
2. वह खेल रहा है.
3. वह जा रहा है.
4. वह नाच रहा है.
ये वाक्य किसी बात के करने या होने का विधान प्रकट करते हैं |
जैसे- |
निषेधात्मक वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में नकारात्मकता पाई जाती है, उन्हें निषेधात्मक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. तुम यहां मत खेलो.
2. अंगूर पीला नहीं होता है.
3. वहां मत जाना.
4. यहां ऐसा मत करना.
जिन वाक्यों में नकारात्मकता पाई जाती है, उन्हें निषेधात्मक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
आज्ञा वाचक वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में आज्ञा या अनुमति का बोध प्रकट होता है, उन्हें आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. राधा इधर आओ.
2. राम वहां भागो.
3. पुस्तक इधर लाना.
4. इस पुस्तक में लिखो.
जिन वाक्यों में आज्ञा या अनुमति का बोध प्रकट होता है, उन्हें आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
संदेह सूचक वाक्य किसे कहते हैंजिस वाक्य में संदेह प्रकट होता है, उन्हें संदेह सूचक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. शायद आज मामा जी आए.
2. क्या पता आज बारिश हो.
3. शायद कल मौसम खराब हो.
4. क्या पता आज बस न आए.
जिस वाक्य में संदेह प्रकट होता है, उन्हें संदेह सूचक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
इच्छा बोधक वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में मन का भाव या इच्छा प्रकट हो, उन्हें इच्छा बोधक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. धूप निकल आए तो कपड़े सूख जाएंगे.
2. बारिश आए तो मौसम साफ हो जाएगा.
3. मौसम सही हो जाए तो मैं वहां जाऊं.
4. गाड़ी आए तो मैं दिल्ली जाऊंगा.
जिन वाक्यों में मन का भाव या इच्छा प्रकट हो, उन्हें इच्छा बोधक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
विस्मयादिबोधक वाक्य किसे कहते हैंइन वाक्यों में आश्चर्य, उल्लास, हर्ष, दुख आदि के भाव प्रकट होते हैं
जैसे -
1. आह ! कितना सुन्दर दृश्य है.
2. अरे ! ऐसा कैसे हो गया.
3. हे भगवान ! यह कैसे हो गया.
4. अरे ! आप दिल्ली नहीं गये.
इन वाक्यों में आश्चर्य, उल्लास, हर्ष, दुख आदि के भाव प्रकट होते हैं |
जैसे - |
संकेतवाचक वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में संकेत या शर्त प्रकट होती है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. यदि तुम मेहनत करोगे तो तुम्हें फल भी अच्छा मिलेगा.
2. यदि तुम इंतजार करोगे तो वह जरूर आएगा.
3. अगर तुम यहां रहना चाहते हो तो यहां के नियम सीखने होंगे.
4. गुरु की आज्ञा का पालन करोगे तो जीवन सफल होगा.
जिन वाक्यों में संकेत या शर्त प्रकट होती है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
#2 – रचना के आधार पर वाक्य के भेद
मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं हिंदी व्याकरण के तहत रचना के आधार पर वाक्य के सामान्यता तीन भेद होते हैं. जिनमें साधारण वाक्य, मिश्र वाक्य तथा संयुक्त वाक्य आते हैं.
- साधारण वाक्य
- मिश्र वाक्य
- संयुक्त वाक्य
साधारण वाक्य किसे कहते हैंजिस वाक्य में एक उद्देश्य, एक विधेय तथा एक ही मुख्य क्रिया होती है उसे साधारण वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. संगीता चलती है.
2. मेहमान आते हैं.
3. छात्र मैदान में दौड़ रहे हैं.
4. राम खाता है.
5. मोहन पुस्तक पढ़ता है.
जिस वाक्य में एक उद्देश्य, एक विधेय तथा एक ही मुख्य क्रिया होती है उसे साधारण वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
मिश्र वाक्य किसे कहते हैंजिन वाक्यों में कई छोटे-छोटे वाक्यों का योग होता है, उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. जो लड़की वहां बैठी हैं वो मेरी बहन है.
2. जो लड़का कमरे में बैठा है वह मेरा दोस्त है.
3. यदि परिश्रम करोगे तो पास भी हो जाओगे.
4. मैं जानता हूँ कि तुम्हारे चित्र अच्छे नहीं बनते.
जिन वाक्यों में कई छोटे-छोटे वाक्यों का योग होता है, उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
संयुक्त वाक्य किसे कहते हैंदो या दो से अधिक स्वतंत्र उपवाक्यों से मिलकर बने वाक्यों को संयुक्त वाक्य कहते हैं
जैसे -
1. सुमित्रा सदैव खाती और गाती है.
2. उसके पास गाड़ी तो थी किन्तु ठीक नहीं थी.
3. आपके बारे में छोटे और बड़े सभी जानते हैं.
4. सुमित ने खाना खाया और फिर चल दिया.
दो या दो से अधिक स्वतंत्र उपवाक्यों से मिलकर बने वाक्यों को संयुक्त वाक्य कहते हैं |
जैसे - |
दोस्तों मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं संयुक्त वाक्य चार प्रकार के होते हैं. वैसे इनको जानना इतना खास भी नहीं है. संयुक्त वाक्य की परिभाषा और उदाहरण से आप इन्हे आसानी से समझ सकते हैं –
- संयोजक संयुक्त वाक्य
- विभाजक संयुक्त वाक्य
- विरोधसूचक संयुक्त वाक्य
- परिमाणवाचक संयुक्त वाक्य
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