Berojgari Ki Samasya Par Nibandh : दोस्तों कैसे हैं आप? उम्मीद है आप अच्छे होंगे तो बेरोजगारी की समस्या पर एक शानदार निबंध आप भी लिखना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी है
नमस्कार MDS Blog में आपका हार्दिक स्वागत है. आज मैं आपको बेरोजगारी की समस्या पर निबंध किस प्रकार लिखा जाता है इसके बारे में बताऊंगा. यह निबंध हम एक प्रभावशाली स्लोगन के साथ शुरू करेंगे. यह विद्यार्थी वर्ग के लिए काफी उपयोगी निबंध है तो आइए बेरोजगारी की समस्या और समाधान पर निबंध जानते हैं
बेरोजगारी की समस्या – Berojgari Ki Samasya

“बेरोजगारी की समस्या का करो निदान,
तभी बनेगा अपना भारत देश महान”
प्रस्तावना
किसी भी देश के विकास में बेरोजगारी एक प्रमुख बाधा है. हमारे देश भारत में बेरोजगारी एक गंभीर मुद्दा है. यह सम्पूर्ण समाज के लिए एक अभिशाप है
इससे न केवल देश का आर्थिक विकास बाधक होता है बल्कि व्यक्तिगत तौर पर भी बेरोजगारी पूरे समाज को भी प्रभावित करती है
बेरोजगारी का अर्थ
बेरोजगारी किसी काम करने के लिए योग्य व उपलब्ध व्यक्ति की वह अवस्था होती है जिसमें उसकी नियुक्ति न तो किसी कम्पनी या संस्थान में होती है और न ही वह अपना कोई व्यवसाय कर पाता है
दूसरे शब्दों में जब एक व्यक्ति को अपने जीवन निर्वाह हेतु कोई कार्य नहीं मिलता है तो उस व्यक्ति को बेरोजगार और इस समस्या को बेराजगारी कहते है
भारत में बढ़ती बेरोजगारी के कारण
भारत में दिन-प्रतिदिन बढ़ती बेरोजगारी के कारण निम्नलिखित हैं
1) भारत में तेजी से होती जनसंख्या में वृद्धि बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक है. जनसंख्या जितनी अधिक होती है, रोजगार के अवसर उतने ही कम प्राप्त होते हैं
2) भारत देश के धीमे आर्थिक विकास के परिणामस्वरूप भी लोगों को रोजगार के कम अवसर प्राप्त होते हैं जिससे बेरोजगारी बढ़ती है
3) भारत एक कृषि प्रधान देश है और अधिकतर लोगों की रोजी-रोटी कृषि पर निर्भर है और कृषि व्यवसाय केवल वर्ष के एक निश्चित समय के लिए काम का अवसर प्रदान करता है. यह भी बेरोजगारी का एक कारण माना जाता है
4) औद्योगिक क्षेत्र की धीमी वृद्धि के कारण क्षेत्र में रोजगार के अवसर सीमित हैं
5) देश में कुटीर उद्योग में उत्पादन काफी गिर गया है और इस वजह से कई कारीगर बेरोजगार हो गए हैं
6) उचित शिक्षा का अभाव भी बेरोजगारी का कारण है. विद्यालयों द्वारा रोजगार परक शिक्षा अगर निश्चित तौर पर नहीं दी जाती है, तो बेरोजगारी बढ़ती है
बेरोजगारी खत्म करने के समाधान
देश से बेरोजगारी को खत्म करने के बहुत से समाधान हो सकते हैं
1) देश में बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण लगाना बेरोजगारी को खत्म करने में सहायक सिद्ध होगा
2) देश में सैद्धांतिक शिक्षा व्यवस्था की बजाय कौशल एवं रोजगारपरक शिक्षण व्यवस्था पर जोर दिया जाना चाहिए
3) रोजगार के अधिक अवसर बनाने के लिए सरकार को औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देना चाहिए
4) युवाओं को नए उद्यम शुरू करने हेतु आर्थिक सहयोग सरकार द्वारा प्रदान किया जाना चाहिए
5) एक निश्चित समय में काम करके बाकि समय बेरोजगार रहने वाले लोगों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में नए-नए रोजगार के अवसर पैदा किए जाने चाहिए
6) बेरोजगारी को खत्म करने का एक बेहतर उपाय स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है. यदि अपने देश में ही अधिक से अधिक उत्पाद बनेंगे तो देश में रोजगार की संख्या बढ़ेगी जिससे बेरोजगारी की समस्या अवश्य ही हल होगी
उपसंहार
बेरोजगारी किसी भी व्यक्ति और देश की उन्नति में एक बड़ी बाधा है. यह उस संक्रामक बीमारी की तरह होती है जो अनेक बीमारियों को जन्म देती है
बेरोजगारी व्यक्ति की सच्चाई और ईमानदारी का गला घोट देती है. अतः इसे जड़ से समाप्त करना अति आवश्यक है
हालांकि सरकार के द्वारा बेरोजगारी को खत्म करने के लिए बहुत से कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार युवाओं को उद्यम लगाने के लिए प्रशिक्षण एवं ऋण दे रही है
आशा है कि आने वाले कल में बेरोजगारी की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी
“रोजगार रहे हर युवा के पास,
कभी ना रुके देश का विकास”
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संक्षेप में
दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको बेरोजगारी की समस्या पर निबंध – Berojgari Ki Samasya Par Nibandh पसंद आया होगा. अगर आपको यह निबंध कुछ काम का लगा है तो इसे जरूर सोशल मीडिया पर शेयर कीजिएगा
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