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बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध हिंदी में

क्या आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Beti Bachao Beti Padhao Essay in Hindi) की तलाश कर रहे हैं तो आपने एकदम सही पोस्ट को खोला है. आज मैं आपको बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 500 और 800 शब्दों में बताऊंगा. तो आइए जानते हैं

1) Beti Bachao Beti Padhao Essay in Hindi – 500 Words

“नित नए कीर्तिमान है बनाती
भारत की बेटी खूब नाम कमाती”

आज का समय बेटियों का समय कहा जाता है. आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में सफलता के नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. बात चाहे पढ़ लिख कर कुछ बन जाने की हो, चाहे खेल कूद में नाम बनाने की देश की बेटियां हर क्षेत्र में आगे ही रहती हैं

लेकिन बेटियों को यूँ आगे बढ़ते हुए देखना हमारे पुरुष प्रधान समाज के कुछ लोगों को भाता नहीं है. इसी कारण आज भी हमारे देश में कहीं ना कहीं बेटों और बेटियों में फर्क समझा जाता है, उनमें भेदभाव किया जाता है

आज भी घरों में बेटी से अधिक बेटों की ही चाहत की जाती है. बेटी के जन्म लेने पर उनको बोझ समझकर घरवाले चिंता में पड़ जाते हैं. बेटों को वंश वृद्धि का कारक समझ जाता है ऐसे ही कारणों के कारण भारत में कन्या भ्रूण हत्या के मामले भी देखने को मिलते हैं

“रिश्ते नए बनाती हैं, खुशियां संग ले आती हैं
मत समझो इनको बोझ, घर आंगन महकाती हैं”

परिणाम स्वरूप भारत में महिला लिंगानुपात की दर पुरुषों के मुकाबले बहुत ही कम है. आज बेटियों को सुरक्षा और संरक्षण की आवश्यकता है. बेटियों के साथ होने वाले अपराधों की संख्या बढ़ती ही जा रही है

मात्र कुछ गलत मानसिकता वाले लोगों के कारण पूरा का पूरा समाज दोषी ठहरा दिया जाता है. समाज की गलत मानसिकता को हम अवश्य बदल सकते हैं. लेकिन उसके लिए हमें हर एक बेटी को शिक्षित बनाना होगा. जब बेटी शिक्षित और समझदार बनेगी तो उसकी शिक्षा दो घरों को महकाएगी

बेटी शिक्षित होगी वह अपनी सुरक्षा खुद करेगी. वह पूर्णत: सक्षम होगी, उसे रोजगार के भरपूर अवसर मिलेंगे जिससे वह आत्मनिर्भर बनेगी. आगे चलकर वह अपने बच्चों को भी अच्छी शिक्षा और संस्कार देगी और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी

“जब बेटी बनेगी शिक्षित
देश को करेगी विकसित”

बेटियों को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने हेतु आज देश की सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनके कारण बेटियों को विभिन्न नए नए अवसर प्रदान कराए जा रहे हैं

देश में बेटियों और महिलाओं की खराब स्थिति में सुधार करने हेतु भारत सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत की गई है. इस अभियान का उद्देश्य निरन्तर घटती जा रही कन्या शिशु दर में कमी लाना है और देश की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाना है

इस योजना के क्रियान्वयन से समाज में बेटियों को बचाने और उनको शिक्षित बनाने हेतु जागरूकता फैलेगी तथा महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा. हम सभी को देश के नागरिक होने के नाते सरकार की इस पहल में सहयोग प्रदान करते हुए बेटियों को पढ़ा-लिखा कर काबिल बनने का अवसर अवश्य प्रदान करना चाहिए

“पापा की परी से जिम्मेदार बहू बन जाती हैं
समझो इनकी कीमत ये घर आंगन महकाती हैं”

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तो आइए अब एक बड़ा निबंध लिखने से पहले कुछ जरूरी पॉइंट पढ़ लेते हैं :-

अभियानबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
उद्देश्यबेटियों की सुरक्षा, शिक्षा और प्रधानता में जोर देना
शुरू हुआ15 जनवरी 2015
शुरू कियाप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने

2) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध 800 शब्दों में

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“बेटी है कुदरत का अनमोल उपहार,
जीने और पढ़ने का उसको भी दो अधिकार”

प्रस्तावना

हमारा देश भारत एक पुरुष प्रधान देश है. यहाँ सदियों से स्त्रियों के साथ भेदभाव होता आया है. हमेशा से ही भारत देश में स्त्रियों को पुरुषों के मुकाबले कम ही आंका जाता है

हमारा समाज केवल पुत्र की ही कामना करता है. इसी पुत्र प्राप्ति की कामना के चलते देश में बेटियों को पैदा ही नहीं होने दिया जाता और अगर बेटी पैदा हो जाती है तो उसे उचित शिक्षा से वंचित रखा जाता है

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी मुहीम सरकार द्वारा बेटियों के कल्याण हेतु एक सराहनीय प्रयास माना जाता है

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत तथा उद्देश्य

इस अभियान की शुरुआत भारत देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 15 जनवरी 2015 को की गई थी

इस योजना का उद्देश्य बेटियों के प्रति समाज के नकारात्मक रवैये को बदलना और जागरूकता फैलाना तथा बेटियों के भविष्य एवं कल्याण हेतु विभिन्न योजनाओं की शुरुआत तथा क्रियान्वयन करना है

इस अभियान के तहत लैंगिक भेदभाव को समाप्त कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया जाता है

आखिर क्यूँ है आवश्यकता ऐसे अभियानों की ?

बेटियां अपने घर-परिवार अथवा देश की शान होती हैं. चाहे घर चलाना हो, चाहे एक युद्धक विमान चलाना, आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में पुरुषों से बेहतर ही कर रहीं हैं

बेटियां हर क्षेत्र में अपनी सहभागिता निभा रहीं हैं. लेकिन फिर भी समाज के कुछ क्षेत्रों में जागरूकता की कमी के कारण बेटियों के साथ भेदभाव किया जाता है

भारत में बेटियों की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. बेटियों की गर्भ में ही हत्या की जा रही है. उन्हें बेटों के बराबर समान अधिकार नहीं दिए जा रहे है जिसके कारण पुरुष और स्त्री लिंग अनुपात में बहुत फर्क आ गया है

इससे भारत की पूरी अर्थव्यवस्था खराब हो रही है इसलिए बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए सभी लोगो को जागरूक करने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं. ऐसे ही अभियानों में से एक है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान

इस अभियान से होने वाले लाभ

इस अभियान के माध्यम से जन्म से पूर्व लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराधों हेतु कड़े कानून बनाकर सख्त से सख्त सजा का प्रावधान सुनिश्चित किया गया है. फलस्वरूप इस प्रकार के अपराधों में कमी आती दिखाई दे रही है

इस अभियान के तहत बेटियों को अधिक से अधिक शिक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है. शिक्षित लोगों के साथ कुछ भी गलत करना आसान नहीं होता

लड़की पढ़ी-लिखी होगी तो न अपने साथ कुछ गलत होने देगी और न ही किसी और के साथ होते देखेगी. इसीलिए लड़की का शिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है. इस अभियान के काफी सकारात्मक परिणाम आए हैं और काफी हद तक लोगों की सोच भी बदली है

उपसंहार

विज्ञान हमारे विकास में अत्यंत सहायक है किंतु इसे विनाश का कारक नहीं बनने देना चाहिए. अतः जन्म से पूर्व लिंग जांच कराकर बेटी को मारना बेहद शर्मनाक है

जिस प्रकार बेटे को जीने अथवा अच्छी शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार है ठीक उसी प्रकार बेटी को भी जीवित रहने व पढ़ने का समान अधिकार है. हमें इस बात को खुद भी समझना होगा और सम्पूर्ण समाज को भी समझाना होगा

सरकार जनकल्याण हेतु अभियान तो चलाती है परंतु उसको सफल बनाने वाले हम ही होते हैं. अतः हम सभी व्यक्तिगत तौर पर सहयोग करेंगे तभी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान पूर्णतः सफल हो पाएंगे

“बेटी अगर बचाएंगे, बेटी अगर पढ़ाएंगे,
तो जल्द ही भारत देश को विश्वगुरु बना पाएंगे”

FAQ’s – पोस्ट से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत कब हुई ?

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत 15 जनवरी 2015 को हुई

यह अभियान देश के विकास में किस प्रकार सहायक है ?

जैसा कि हम जानते हैं बेटियां हमारे समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिनका विकास कभी भी रुकना नहीं चाहिए. लड़कियों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर वे समाज में एक बेहतर माहौल को बना सकती है जिसके कारण देश के विकास के बहुत सारे मार्ग खुल जाएंगे और देश विकसित होगा

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संक्षेप में

उम्मीद है आपने इन निबंधों को पूरा पढ़ा होगा. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध (Essay on Beti bachao Beti padhao in Hindi) कौन सा आपके लिए उपयोगी रहा कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं. यदि आपको यह निबंध अच्छा लगा और कुछ आपको नया सीखने को मिला तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिएगा

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