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ब्लूटूथ क्या है इसके प्रकार, फायदे और उपयोग

Bluetooth in Hindi : हम सभी अपने स्मार्टफोन, कंप्यूटर, म्यूजिक सिस्टम आदि में ब्लूटूथ को जरूर देखते हैं लेकिन क्या कभी आप ने सोचा है आखिर ब्लूटूथ क्या है और यह कितने प्रकार का होता है ?

दोस्तों अगर आप ब्लूटूथ के बारे में जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी है. नमस्कार दोस्तों MDS BLOG में आपका हार्दिक स्वागत है. आज आपको ब्लूटूथ की जानकारी हिंदी में दी गई है और साथ ही ब्लूटूथ के कार्य, इसके फायदे और नुकसान आदि के बारे में भी बताया गया है. तो आइए ब्लूटूथ क्या है जानते हैं

ब्लूटूथ क्या है (What is Bluetooth in Hindi)

ब्लूटूथ क्या है

ब्लूटूथ एक छोटी दूरी या कम रेंज के भीतर काम करने वाली वायरलेस संचार तकनीक है. जो मोबाइल फोन, कंप्यूटर और अन्य बाह्य उपकरणों को कम दूरी पर वायरलेस तरीके से डेटा संचारित या ट्रांसमिट करने की इजाजत देता है

ब्लूटूथ का उद्देश्य उपकरणों को जोड़ने वाली केबलों या तारों को Replace करना है तथा उनके बीच कम्युनिकेशन को सुरक्षित बनाये रखना है

“ब्लूटूथ” नाम 10वीं सदी के डेनिश राजा हेराल्ड ब्लूटूथ के नाम से लिया गया है. जिसे क्षेत्रीय गुटों से लड़ने के लिए असमान या विषम यानी अलग-अलग प्रकार के लोगों को एकजुट करने के लिए जाना जाता था

अपने नाम की तरह, ब्लूटूथ तकनीक एक एकीकृत संचार मानक यानी Unifying communication standard के माध्यम से कई अलग-अलग इंडस्ट्रीज के अलग-अलग उपकरणों की एक वाइड रेंज को एक साथ वायरलेस रूप से जोड़ने में सक्षम होती है

ब्लूटूथ का कार्य 

1994 में विकसित, ब्लूटूथ का उद्देश्य केबलों या तारो को वायरलेस रूप से Replace करना था. यह घर या कार्यालय में कुछ अन्य वायरलेस तकनीकों जैसे Cordless phone और Wi-Fi के समान 2.4GHz आवृत्ति (frequency) का उपयोग करता है

यह 10-मीटर (33-फुट) त्रिज्या यानी Radius का वायरलेस नेटवर्क बनाता है. जिसे पर्सनल एरिया नेटवर्क (PAN) या Piconet कहा जाता है. जो 2 से 10 उपकरणों के बीच नेटवर्क कम्युनिकेशन कर सकता है

ब्लूटूथ Wi-Fi की तुलना में कम बिजली का उपयोग करता है और इसे लागू करने में कम खर्च होता है. ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी की रेंज और ट्रांसमिशन स्पीड सामान्य रूप से Wi-Fi से कम होती है

ब्लूटूथ की Pairing प्रोसेस

अधिकतर मोबाइल उपकरणों में ब्लूटूथ रेडियो एम्बेडेड होते हैं. उदाहरण के लिए – पीसी और कुछ अन्य डिवाइस जिनमें Built-in radio नहीं है उन्हें ब्लूटूथ डोंगल जोड़कर ब्लूटूथ-सक्षम किया जा सकता है. दो ब्लूटूथ डिवाइस को आपस मे कनेक्ट करने या जोड़ने की प्रक्रिया या प्रोसेस को “Pairing” कहा जाता है

ब्लूटूथ डिवाइस एक दूसरे को अपनी उपस्थिति या प्रेसेंस या Broadcast करते हैं और यूजर उस ब्लूटूथ डिवाइस का चयन करता है जिसे वे कनेक्ट करना चाहते हैं

जब उसका नाम या आईडी उनके डिवाइस पर दिखाई देता है. यदि आपके आस पास अधिक Bluetooth डिवाइस होती हैं तब यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप जानते हैं कि आप कब और किस डिवाइस से कनेक्ट हो रहे हैं

इस समस्या को हल करने के लिए एक कोड हो सकता है जो यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आप सही डिवाइस से कनेक्ट हो रहे हैं

ऐसी डिवाइस से कनेक्ट करने के लिए आपको उसका कोड डालना होता है जिसके बाद आप आसानी से उससे कनेक्ट हो जाते हैं और आपस मे डेटा शेयर कर सकते हैं

Pairing process अलग-अलग उपकरणों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है. उदाहरण के लिए – किसी ब्लूटूथ डिवाइस को आईपैड से कनेक्ट करने के लिए अलग-अलग स्टेप्स या तरीके हो सकते हैं

ब्लूटूथ के प्रकार कितने होते है ?

ब्लूटूथ क्या है जानने के बाद इसके प्रकारों को जानना जरूरी है. तकनीकी विकास के चलते ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी भी विकसित होती आयी है. अब तक ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी में कई सुधार हो चुके हैं जिसके चलते इसके कई Version या प्रकार इस्तेमाल में आये हैं. जो निम्नलिखित हैं –

  • Bluetooth v1.2 : ब्लूटूथ के इस version की डेटा रेट या स्पीड 720Kbps है.
  • Bluetooth v2.0 : ब्लूटूथ के इस version की डेटा रेट या स्पीड रेट इसके पिछले version की तुलना में बढ़ कर 2.1 mbps हो गयी है.
  • Bluetooth v2.1 : ब्लूटूथ के इस version का डेटा रेट या स्पीड 2Mbit प्रति सेकंड है.
  • Bluetooth version v3.0 : ब्लूटूथ के इस version की डेटा रेट 24mbps होती है.
  • Bluetooth v4.0 : ब्लूटूथ के इस version की भी डेटा रेट 24mbps है.
  • Bluetooth v4.1 : ब्लूटूथ के इस version को विशेष रूप से LTE cellular technology के लिए बनाया गया है.
  • Bluetooth v5.0 : ब्लूटूथ का यह अब तक का सबसे बेहतर version है और इसे खास तौर पर ब्लूटूथ हेडफोन्स और अन्य Music Accesories में प्रयोग करने और बेहतर परिणाम देने के लिए बनाया गया है. इसकी Speed, Distance और Throughput अन्य version से बेहतर है. साथ ही इसमें बैटरी का इस्तेमाल भी कम होता है

ब्लूटूथ के उपयोग क्या-क्या है ?

वर्तमान समय में भी ब्लूटूथ का प्रयोग बहुत ही प्रचलित रूप से किया जाता है. अलग-अलग तरह की डिवाइस में ब्लूटूथ का इस्तेमाल किया जाता है. इसके उपयोग निम्नलिखित हैं-

  • ब्लूटूथ का उपयोग वायरलेस हेड सेट में किया जाता है.
  • ब्लूटूथ का उपयोग सेल फोन के बीच फाइलों, इमेज और MP3 या MP4 डेटा को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है.
  • इसका उपयोग लैपटॉप और नोटबुक में किया जाता है.
  • इसका उपयोग प्रिंटर में भी किया जाता है.
  • इसका उपयोग वायरलेस माउस और कीबोर्ड में किया जाता है.
  • ब्लूटूथ का उपयोग Data logging उपकरणों में किया जाता है. जो ब्लूटूथ तकनीक के माध्यम से डेटा को कंप्यूटर तक पहुंचाते है.

ब्लूटूथ के फायदे

ब्लूटूथ क्या है यह जानने के बाद इसके फायदों और नुकसान से वाकिफ होना जरूरी है. ब्लूटूथ के कई लाभ हैं जो निम्नलिखित है

  • यह आपको अन्य वायरलेस उपकरणों के Interference से बचाता है.
  • ब्लूटूथ में बिजली की खपत कम होती है.
  • इसे आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है.
  • ब्लूटूथ की रेंज Infrared कम्युनिकेशन से बेहतर है.
  • ब्लूटूथ का इस्तेमाल Voice और Data ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है.
  • ब्लूटूथ डिवाइस बहुत सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं.
  • यदि डिवाइस में ब्लूटूथ इंस्टॉल है. तो यह उपयोग करने के लिए नि: शुल्क यानी Free होता है.
  • ब्लूटूथ टेक्नोलॉजी का प्रयोग कई उत्पादों जैसे हेड सेट, कार सिस्टम, प्रिंटर, वेब कैम, GPS सिस्टम, कीबोर्ड और माउस आदि में किया जाता है.

ब्लूटूथ के नुकसान

ब्लूटूथ में कुछ कमियां हैं जो निम्नलिखित हैं –

  • यह स्मार्टफोन जैसे मोबाइल वायरलेस उपकरणों की बैटरी पावर को Drain या खर्च कर सकती है. हालांकि जैसे-जैसे तकनीक में सुधार हुआ है यह समस्या पहले की तुलना में कम हो गयी है
  • इसकी रेंज काफी कम होती है आमतौर पर केवल 30 फीट और सभी वायरलेस तकनीकों के साथ दीवारें, फर्श या छत इसकी रेंज को और कम कर सकती हैं.
  • इसकी Pairing process भी मुश्किल हो सकती है. अलग-अलग डिवाइस मे Pairing process अलग-अलग हो सकती है जो यूज़र्स के लिए समस्या बन सकती है.
  • Bluetooth कम सुरक्षित होता है. इसी कारण यह सलाह दी जाती है की बहुत ही महत्वपूर्ण डेटा को ब्लूटूथ द्वारा शेयर नही करना चाहिए.
  • Bluetooth की ट्रांसमिशन स्पीड या डेटा, फाइल्स आदि को शेयर करने की स्पीड Wi-Fi की तुलना में कम होती है.

FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

ब्लूटूथ की रेंज कितनी होती है ?

ब्लूटूथ की रेंज सामान्यतः 1 मीटर से 10 मीटर तक हो सकती है

ब्लूटूथ क्या है समझाइए ?

ब्लूटूथ एक छोटी दूरी या कम रेंज के भीतर काम करने वाली वायरलेस संचार तकनीक है. जो वायरलेस तरीके से डेटा ट्रांसमिट करने की इजाजत देता है

संक्षेप में

दोस्तों उम्मीद है आपको यह पोस्ट ब्लूटूथ क्या है (What is Bluetooth in Hindi) अच्छी लगी होगी. अगर आपको ब्लूटूथ की यह जानकारी कुछ काम की लगी है तो इसे जरूर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिएगा

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