क्या आप छाते की आत्मकथा पर निबंध (Essay on Autobiography of Umbrella in Hindi) लिखना चाहते हैं तो आज मैं आपको बताऊंगा कि किस प्रकार आप छतरी की आत्मकथा पर निबंध लिख सकते हैं. तो आइए पढ़ते हैं
छाते की आत्मकथा पर निबंध

“धूप और बारिश से सबको मैं बचाता हूँ
मैं छाता हूँ, बड़ा उपयोगी कहलाता हूँ”
मैं एक छाता हूं. मैं आप सभी के लिए बड़ा ही उपयोगी हूँ. मेरा उपयोग सब लोग बारिश से बचने के लिए करते हैं. लोग मेरा उपयोग गर्मी से बचने के लिए भी करते हैं
गर्मी के मौसम में सूरज की गर्मी को रोक लेता हूं, जिससे आपको धूप का अनुभव नहीं होता बारिश होने पर मैं वर्षा की बूंदों से आपको बचाता हूँ. इस तरह से मैं वर्षा और धूप दोनों से सबकी रक्षा करता हूँ
अधिकतर लोग मेरा उपयोग वर्षा आने पर ही करते हैं. बरसात के मौसम में, मुझे आप हर किसी के पास बड़ी आसानी से देख सकते हैं और इस मौसम में मैं सबका रोज का साथी बन जाता हूं
मैं अनेक रंगों का होता हूं लेकिन अधिकतर लोगों के पास काले रंग में ही होता हूँ. मैं चाहे किसी भी रंग का हो जाऊं काम तो एक ही करता हूँ धूप और वर्षा से सबकी रक्षा करना
मेरा उपयोग सभी उम्र के लोग करते हैं. छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक सभी मेरा उपयोग करते दिख जाएंगे. मेरा उपयोग करना बहुत ही सुविधाजनक है
मैं वजन में बिल्कुल हल्का होता हूँ. हर कोई मुझे बड़ी आसानी से एक जगह से दूसरी जगह तक अपने साथ ले जा सकता है
मेरा निर्माण जिस कार्य हेतु हुआ है, मैं उसे करके बहुत ही संतुष्टि प्राप्त करता हूँ. मुझे आशा है कि मेरा अस्तित्व जैसा आज है, वैसा ही भविष्य में भी रहेगा और मैं आगे भी इसी प्रकार मनुष्य के काम आता रहूंगा
“सबके काम आऊं मैं
छाता कहलाऊँ मैं”
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संक्षेप में
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