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मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण

मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण : हम सभी जानते हैं टेक्नोलॉजी कितनी भी अधिक विकसित क्यों ना हो लेकिन आयुर्वेद एकमात्र ऐसा रास्ता है जोकि हमें लंबी उम्र तथा स्वस्थ शरीर प्रदान कर सकता है

हाल ही में, मैं एक स्कूल प्रोग्राम में गया हुआ था जहां “मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता” टॉपिक पर एक बुजुर्ग व्यक्ति ने अपने काफी अच्छे विचार रखें. तब मैंने सोचा क्यों ना आपको भी इस टॉपिक के बारे में जानकारी दी जाए

क्या आप स्कूल या कॉलेज Competition के लिए मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण बोलना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं. इस भाषण को आप निबंध के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं

मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण

मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण

आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सभी अध्यापक और मेरे प्यारे दोस्तों, आज मैं आप सभी के समक्ष मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता के बारे में अपने विचार व्यक्त करना चाहता हूं

“दैनिक जीवन में आयुर्वेद है उपयोगी
रखता है जो मुझे हमेशा निरोगी”

भारत एक ऐसा देश है जोकि अपने अविष्कारों के कारण पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है. समय-समय पर हुए नए अविष्कारों ने भारत को पूरे विश्व में एक अलग पहचान दिलाई है. अब भारत को संपूर्ण विश्व में अविष्कारों की जननी के रूप में पहचाना जाने लगा है

ऐसा ही एक प्रसिद्ध आविष्कार आयुर्वेद है. आयुर्वेद एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है जोकि भारत में विकसित हुई है. आयुर्वेद शब्द का अर्थ है “जीवन का विज्ञान”

आयुर्वेद प्राचीन समय से चली आ रही पद्धति है जिसे मनुष्य आज तक उपयोग करता आ रहा है. आयुर्वेद दो शब्दों से मिलकर बना है ‘आयु’ तथा ‘वेद’ इन शब्दों में आयु का अर्थ होता है – उम्र तथा वेद का अर्थ होता है – उपाय

यदि इसे गहराई से समझा जाए तो कह सकते हैं कि यह एक ऐसा उपाय है जिसके द्वारा मनुष्य दीर्घ आयु व स्वस्थ जीवन प्राप्त कर सकता है

“वर्तमान में जन जन का यही है नारा
आयुर्वेद को दैनिक जीवन में है अपनाना”

मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद का विशेष महत्व है. जब हम लोग प्रकृति से जुड़कर प्रकृति के नियमों का पालन करते हैं तो इस धरती पर व्याप्त सभी आयुर्वेद शास्त्र हमारे संपूर्ण शरीर में सकारात्मक शक्ति का संचालन करते हैं

आयुर्वेद हमें सिखाता है कि कैसे गरिमा के साथ उम्र बढ़ाई जाए. आयुर्वेद शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका पर विशेष जोर देता है

मैं हर रोज सुबह जल्दी उठकर ताजी हवा ग्रहण करता हूं जिससे मुझे ताजगी का एहसास होता है और मेरे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है. इसी के साथ मैं प्रतिदिन ताजे फलों तथा सब्जियों को खाता हूं और अपने भोजन में अत्यधिक आयुर्वेदिक भोजन वाली चीजों को शामिल करता हूं जिससे कि मेरा स्वास्थ्य सही रहता है और शारीरिक ऊर्जा का स्तर काफी अच्छा महसूस होता है

अब हाल ही में कोरोना समस्या पूरे विश्व के समक्ष आई. कोरोना काल में जब सभी उपचार समाप्त हो गए थे तो आयुर्वेद के माध्यम से ही मनुष्य को जीवनदान मिल पाया. आयुर्वेद एक ऐसा स्रोत है जो हमें लम्बी उम्र के साथ-साथ स्वस्थ जीवन जीने का उपचार तथा उपहार देता है

अंत में बस इतना कहना चाहता हूं आयुर्वेद की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता आयुर्वेद को जीवन जीने की प्राथमिकताओं में सबसे अधिक महत्व दिया जाना चाहिए क्योंकि यही एकमात्र ऐसा रास्ता है जोकि जीवन में खुशी, मन को शांति तथा शरीर को स्वस्थ रहने का वरदान हमें दिला सकता है

धन्यवाद !

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आज आपने सीखा

मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता पर भाषण आज आप ने पढ़ा आपको यह भाषण कैसा लगा कमेंट बॉक्स में जरूर बताइए. यदि आपको लगता है इस भाषण में कुछ और नया अपडेट किया जा सकता है तो हमें जरूर बताएं

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