Data kya hai : दोस्त क्या आप भी डाटा के बारे में जानना चाहते हैं कि आखिर डाटा क्या है – What is Data in Hindi और यह कितने प्रकार का होता है? तो आपके इन सवालों का जवाब आज आपको इस पोस्ट में जानने को मिलेगा
आज की इस पोस्ट में मैं आपको आसान शब्दों में डाटा की पूरी जानकारी से रूबरू कराऊंगा. Hello दोस्तों स्वागत है आप सभी का MDS Blog में
दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय के बारे में जिसका इस्तेमाल तो आप रोज करते हैं परंतु शायद उसके मतलब से आप अनजान होंगे. दोस्तों आज का विषय है Data, तो चलिए शुरुआत करते हैं ये जानते हुए कि आखिर डाटा किसे कहते हैं?
डाटा क्या है – What is Data in Hindi
साधारण तौर पर समझने की कोशिश करें तो Data शब्द Datum शब्द का बहुवचन होता है जिसका अर्थ होता है – दत्त या दिया हुआ
Data दरअसल में Facts, Concepts, Instructions यानि तथ्य, अवधारणाएं, निर्देश आदि को एक Suitable formal तरीके से Represent करता है जिसे हम Communication, Interpretation या Process कर सकते हैं
आपके कंप्यूटर में पड़े ढेर सारे मेल भी एक तरह का Data है, फ़ोन नंबर भी एक प्रकार का data ही है. किंतु यह data तब तक किसी भी प्रकार से हमारे लिए उपयोगी नही होता जब तक इसे किसी प्रसंग या Context में नही डाला गया हो
Data को जब हम प्रोसेस और इन्टरप्रेट करते हैं तब ही वह data हमारे लिए उपयोगी साबित होता है अन्यथा वह एक प्रकार का कचरा ही होता है
डाटा प्रोसेसिंग क्या है – What is Data Processing in Hindi
डेटा प्रोसेसिंग शब्द दो अलग अलग शब्दों – डेटा और प्रोसेसिंग से मिलकर बना है. Raw Data को प्रोसेस करके उसे उपयोगी और अपने काम के लायक बनाने की प्रक्रिया को ही डेटा प्रोसेसिंग कहा जाता है
डेटा जब इकट्ठा किया जाता है तो उसमें सभी डेटा हमारे लिए काम का नहीं होता है. कुछ चीज़ें ऐसी भी होती हैं जो हमारे किसी काम की नहीं होती हैं
डेटा प्रोसेसिंग के जरिये ही हम इस खराब डेटा को अलग करते हैं और Raw Data को प्रोसेस करके हम वो इन्फॉर्मेशन डेटा से प्राप्त करते हैं जो हमारे काम ही होती है. डेटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया डेटा साइंटिस्ट्स द्वारा की जाती है
Data Processing की प्रक्रिया के चरण
डेटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है –
1. डेटा कलेक्शन
यह डेटा प्रोसेसिंग का पहला स्टेप है इसके अंतर्गत डेटा को कलेक्ट यानी इकट्ठा किया जाता है. यह स्टेप बहुत महत्वपूर्ण होता है जो डेटा इकट्ठा किया जाता है उसकी गुणवत्ता पर ही प्रोसेसिंग का परिणाम निर्भर करता है. यदि कलेक्ट किया गया डेटा अच्छी गुणवत्ता का होगा तो प्रोसेसिंग से प्राप्त परिणाम भी उच्च गुणवत्ता के होंगे
2. तैयारी
यह दूसरा स्टेप है इसके अंतर्गत इकट्ठा किये गए डेटा को प्रोसेसिंग के लिए तैयार किया जाता है. इस प्रक्रिया के दौरान एकत्र किए गए डेटा से गलत, अधूरे और अवांछित डेटा को हटा दिया जाता है. डेटा को ऑर्गनाइज किया जाता है और साफ किया जाता है
3. डेटा इनपुट
यह तीसरा स्टेप है और इस प्रक्रिया के अंतर्गत तैयार किये गए डेटा को मशीन की भाषा में बदला जाता है ताकि यह मशीन द्वारा प्रोसेस करने के लिए उपयुक्त हो
4. प्रोसेसिंग
प्रोसेसिंग चौथा स्टेप है और यह इस प्रकिया का सबसे अहम स्टेप भी होता है. इस स्टेप में डेटा को प्रोसेस किया जाता है. प्रोसेसिंग के जरिये इनपुट किये गए डेटा की जांच और कांट-छांट की जाती है और Raw Data को अर्थपूर्ण और उपयोगी डेटा में बदला जाता है
5. आउटपुट
यह डेटा प्रोसेसिंग की प्रकिया का आखरी चरण है. इस स्टेप के अंतर्गत प्रोसेसिंग की प्रकिया के फलस्वरूप जो परिणाम प्राप्त होते हैं उन्हें user को दर्शाया जाता है. यानी इस स्टेप में Raw Data को प्रोसेस करके जो जानकारी मिलती है यूजर को प्राप्त होती है
डेटाबेस क्या है – What is Database in Hindi
डेटा की आज के समय कोई भी कमी नहीं है. हर तरफ अलग अलग तरह का डेटा उपलब्ध है. डेटा के ऑर्गनाइज यानी सुव्यवस्थित कलेक्शन को ही डेटाबेस कहा जाता है. डेटा को ऐसे ही उल्टे सीधे क्रम में डालकर नहीं रखा जाता है बल्कि डेटा को डेटाबेस में एक सुव्यवस्थित क्रम में डालकर उसे एक Sturcture प्रदान किया जाता है जिससे उसे इस्तेमाल करना आसान हो जाता है
Information और Data में क्या अंतर है?
विभिन्न प्रकार के Raw फैक्ट्स आदि के कलेक्शन को डेटा कहा जाता है. डेटा के अंतर्गत कई ऐसी जानकारी भी शामिल होती है जो बेकार होती है और हमारे लिए उपयोगी नहीं होती है
Information भी एक तरह का डेटा ही होता है परंतु यह पूरी तरह से प्रोसेस किया गया होता है. जब डेटा से सभी प्रकार की अनुपयोगी और अवांछित चीजों को हटा दिया जाता है और केवल वही चीज़ें बाकी रह जाती हैं जो हमारे लिए उपयोगी होती हैं, जिनका हम इस्तेमाल कर सकते हैं तो उस डेटा को हम इंफोर्मेशन कहते हैं
Data को Represent कैसे किया जाता है?
Data को दर्शाने के लिए या Represent करने के लिए हम Alphabets(a,b,c), Numbers(1,2,3), Special character( #,&,$) आदि का प्रयोग कर सकते हैं. ये data Video, text, image आदि किसी भी रूप में उपस्थित हो सकता है. Data को Represent करने के आम तौर पर दो तरीके होते हैं
- एनालॉग डेटा (Analogue Data)
- डिजिटल डेटा (Digital Data)
एनालॉग डेटा क्या है?
वह डेटा जो Physical अर्थात भौतिक रूप में होता है उसे एनालॉग डेटा कहा जाता है. एनालॉग डेटा को Physical media जैसे VCR cassets, CD’s, कागज़ों आदि में स्टोर किया जाता है
डिजिटल डेटा क्या है?
ऐसा डेटा जिसे डिजिटल रूप में दर्शाया जाता है उसे डिजिटल डेटा कहते हैं. डिजिटल डेटा के अंतर्गत कम्प्यूटर में स्टोर किया गया डेटा जैसे – फाइल्स, इमेज, वीडिओज़ आदि आते हैं
डाटा के प्रकार – Types of Data in Hindi
दोस्तों अब हम बात करेंगे Data कितने प्रकार का होता है? तो चलिए आपको बताता हूं डाटा के प्रकार कौन-कौन से हैं
- संख्यात्मक डेटा या (Numerical data)
- अक्षरात्मक डेटा या (Alphabetic data)
- चिन्हात्मक डेटा या (Alpha Numeric data)
- ध्वनि डेटा या (Audio data)
- वीडियो डेटा या (Video data)
- ग्राफिकल डेटा या (Graphical data)
1) संख्यात्मक डेटा (Numerical data) – संख्यात्मक डेटा यानी ऐसा डेटा जो संख्याओं के रूप में होता है जैसे 0,1,2,3 आदि
2) अक्षरात्मक डेटा (Alphabetic data) – इसके अंतर्गत ऐसा डेटा आता है जो अक्षर के रूप में होता है जैसे a,b,c आदि
3) चिन्हात्मक डेटा (Alpha Numeric data) – इसके अंतर्गत ऐसा डेटा आता है जो चिन्हों के रूप में होता है जैसे – @,#,$ आदि
4) ध्वनि डेटा (Audio data) – इसके अंतर्गत ऐसा डेटा आता है जो ध्वनि या ऑडियो के रूप में होता है जैसे – songs, voice recordings आदि
5) वीडियो डेटा (Video data) – इसके अंतर्गत ऐसा डेटा आता है जो वीडियो के रूप में होता है जैसे- movies, video clips आदि
6) ग्राफिकल डेटा (Graphical data) – इसके अंतर्गत ऐसा डेटा आता है जो ग्राफिकल रूप में होता है जैसे – images, pictures आदि
डाटा को Store कैसे किया जाता है?
Data को सुरक्षित रखने के लिए हमें उसे स्टोर या संग्रह करने की आवश्यकता पड़ती है जिससे हम उसे जब चाहें अपनी सुविधानुसार उपयोग में ला सके. Physical world में आपने देखा होगा कि डेटा को कागजों या आदि चीजों में लिखकर या files आदि बनाकर सुरक्षित रखा जाता था
किंतु यह समय Digitalization का है और अब डेटा को आसानी से कंप्यूटर्स आदि के जरिये डिजिटल रूप से या डेटाबेस में स्टोर किया जाता है. डिजिटल रूप से कंप्यूटर में डेटा को स्टोर करके रखने के लिए दो तकनीकों का इस्तेमाल होता है
- Permanent storage
- Temporary Storage
Permanent Storage
इसके अंतर्गत डेटा को परमानेंट रूप से स्टोर या कलेक्शन करने के लिए उसे Hard drive में या Hard disk में रखा जाता है. परमानेंट स्टोरेज में स्टोर किये डेटा को Retain किया जा सकता है
वह डेटा तब तक वहां सुरक्षित रहता है जब तक आप स्वयं उसे delete नही करते हैं. इससे आपका डेटा सुरक्षित रहता है. बहुत ही अहम डेटा को स्टोर करने के लिए यह तरीका अच्छा होता है
Temporary Storage
इसके अंतर्गत डेटा को Temporary रूप में RAM में स्टोर किया जाता है. इसके अंतर्गत वही डेटा स्टोर किया जाता हो जो temporary रूप में इस्तेमाल होता हो, इसका अधिकतर इस्तेमाल Computer applications द्वारा किसी process या प्रकिया को चलाने या Run करने के लिए किया जाता है. प्रोसेस समाप्त होने के पश्चात यह डेटा हटा दिया जाता है
आज आपने सीखा
दोस्तों उम्मीद है आपको बताई गई जानकारी डाटा क्या है (What is Data in Hindi) और डाटा के प्रकार जरूर पसंद आई होगी. अगर आप ऐसे ही जानकारियों को पढ़ने में रुचि रखते हैं तो आप MDS BLOG के साथ जुड़ सकते हैं
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very good sir