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ठोस, द्रव और गैस में अंतर

क्या आप भी ठोस, द्रव और गैस में अंतर (Difference between Solid, Liquid and Gas state in Hindi) जानना चाहते हैं तो आप ने एकदम सही पोस्ट को खोला है. आज मैं आपको ठोस, द्रव और गैस अवस्था में क्या अंतर होता है इसके बारे में जानकारी दूंगा

लेकिन इससे पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर द्रव्य क्या है और इसकी तीन अवस्थाएं ठोस, द्रव, गैस क्या होती है. तो आइए बिना समय गवाएं जानते हैं

द्रव्य क्या है ?

द्रव्य वह वस्तु है जो स्थान घेरता है, जिसमें द्रव्यमान तथा भार होता है और जो परिवर्तन का विरोध करता है. द्रव्य का अनुभव ज्ञानेन्द्रियों द्वारा किया जा सकता है. जैसे – मेज, किताब, वायु, जल आदि. द्रव्य प्रत्येक वस्तु में विद्यमान होता है. द्रव्य की तीन अवस्थाएँ होती हैं – ठोस, द्रव तथा गैस

ठोस किसे कहते है ?

द्रव्य की वह भौतिक अवस्था जिसमें आकार तथा आयतन दोनों निश्चित होते हैं, ठोस (Solid) कहलाती है. जैसे – लोहा, पत्थर, लकड़ी आदि

द्रव किसे कहते है ?

द्रव्य की वह भौतिक अवस्था जिसमें आयतन निश्चित परन्तु आकार अनिश्चित होता है, द्रव (Liquid) कहलाती है. जैसे – जल, दूध, मिट्टी का तेल आदि

गैस किसे कहते है ?

द्रव्य की वह भौतिक अवस्था जिसमें आकार तथा आयतन दोनों ही अनिश्चित होते हैं, गैस (Gas) कहलाती है. जैसे – वायु, जलवाष्प, धुआँ आदि

ठोस, द्रव और गैस में अंतर

ठोस, द्रव और गैस में अंतर

ठोस

द्रव

गैस

इनका आकार निश्चित होता है

इनका आकार निश्चित नहीं होता है परन्तु इन्हें जिस बर्तन में रखा जाता है, ये उसी का आकार ग्रहण कर लेते हैं

इनका आकार निश्चित नहीं होता है परन्तु इन्हें जिस बर्तन में रखा जाता है, उसी का आकार ग्रहण कर लेती हैं

इनका आयतन निश्चित होता है

इनका आयतन निश्चित होता है

इनका आयतन निश्चित नहीं होता है

ये बहते नहीं हैं

ये ऊपर से नीचे की ओर बहते हैं

ये प्रत्येक दिशा में बहती है

इनको बहुत कम दबाया जा सकता है

इनको ठोस की अपेक्षा अधिक दबाया जा सकता है

इनको सबसे अधिक दबाया जा सकता है

ये गर्म करने पर सबसे कम बढ़ते हैं

ये गर्म करने पर ठोस की अधिक बढ़ते हैं

ये गर्म करने पर सबसे अधिक फैलती हैं

इनके कणों में सबसे कम गति होती है

इनके कण ठोस की अपेक्षा अधिक गतिशील होते हैं

इनके कण बहुत अधिक गतिशील होते हैं

इनके कणों में बहुत कम ऊर्जा होती है

इनके कणों में ऊर्जा अधिक होती है

इनके कणों में ऊर्जा बहुत अधिक होती है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक स्थान बहुत कम होता है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक स्थान ठोस की अपेक्षा अधिक होता है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक स्थान सबसे अधिक होता है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक आकर्षण-बल प्रबल होता है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक आकर्षण-बल ठोस की अपेक्षा कम
होता है

इनके कणों के बीच अन्तरा-अणुक आकर्षण-बल नहीं के बराबर होता है

इनका हिमांक और घनत्व अधिक होता है

इनका हिमांक और घनत्व ठोस की अपेक्षा कम होता है

इनका हिमांक और घनत्व सबसे कम होता है

इनका गलनांक निश्चित होता है

इनका क्वथनांक निश्चित होता है

इनका क्रांतिक ताप निश्चित होता है

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संक्षेप में

दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको ठोस, द्रव और गैस में अंतर की यह जानकारी अच्छी लगी होगी. अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों से साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा ताकि उन्हें भी ठोस, द्रव और गैस अवस्थाओं में अंतर समझ आ सके

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