Essay on Dussehra in Hindi : हम बचपन से ही सुनते आए हैं कि जब-जब बुराई बड़ी है तब-तब बुराई को खत्म करने के लिए भगवान ने विभिन्न रूपों में अवतार लिया है और इस बात को साबित किया है कि बुराई से ज्यादा ताकतवर अच्छाई होती है. दशहरा भी उन्हीं त्योहारों में से एक है जोकि बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जाना जाता है
नमस्कार दोस्तों क्या आप भी विजयदशमी यानी दशहरा पर निबंध खोज रहे हैं. तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं आज इस पोस्ट के माध्यम से मैं आप को विजयदशमी पर निबंध कैसे लिखें इसके बारे में बताऊंगा. इस निबंध को खासकर विद्यार्थियों के लिए तैयार किया गया है आइए बिना समय गवाएं दशहरे पर लेख जानते हैं
दशहरा पर 10 वाक्य निबंध – 10 Lines Dussehra Essay in Hindi
- दशहरा हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है
- दशहरा को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है
- इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था
- इसी दिन मां दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का वध किया था
- दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है
- दशहरा उत्सव से 9 दिन पहले से पूरे भारत के कई हिस्सों में रामलीला का आयोजन किया जाता है
- इस दिन रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलाए जाते हैं
- दशहरा से पहले मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवरात्रि के रूप में जाना जाता है
- यह त्योहार हमें धर्म का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करता है
- हमें इस त्योहार को सभी के साथ धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए
दशहरा पर निबंध – Essay on Dussehra in Hindi
प्रस्तावना
दशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है इसे अश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. भारतीय लोग विजयदशमी को बहुत उत्साह और खुशी से मनाते हैं
यह हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा लगातार दस दिन तक मनाया जाता है इसलिये इसे विजयदशमी कहते है. इस दिन बड़े-बड़े मैदानो में मेला लगता है और राम रावण युद्ध दिखाया जाता है. बाद में रावण का पुतला जलाकर इसका समापन किया जाता है. इस तरह से दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है
दशहरा मनाने का समय
दशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है इसे अश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है. मतलब दशहरा का पर्व हर साल सितंबर या अक्तूबर के महीने में आता है
दशहरा मनाने का कारण
दशहरा के दिन भगवान राम ने अत्याचारी रावण को मारकर लंका पर विजय प्राप्त की थी. इस प्रकार पाप पर पुन्य, अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत हुई थी. उसी दिन से यह दिन विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है. पुराणों के अनुसार माँ दुर्गा ने इसी दिन महिषासुर राक्षस का वध किया
दशहरा का दृश्य
दशहरा के दिन बड़े बड़े मैदानों में मेला लगता है. इस दिन राजा लोगों की सवारी बड़ी धूमधाम से निकलती है. साथ ही और भी कई तरह की झांकियां निकाली जाती हैं. दूर दूर से लोग मेला देखने आते हैं
खाने के अलावा और भी बहुत सारी दुकानें होती हैं जैसे कि खिलौनों की दुकान, झूले की दुकाने, जहां पर हम अपने जरूरत के सामानों को खरीद सकते हैं. मेले में बहुत ही अच्छे अच्छे खिलौने मिलते हैं
मेले में झूला झूलना भी बहुत ही अच्छा लगता है. मैं अपने दोस्तों के साथ मेले के झूले पर बैठ कर बहुत ही मस्ती करता हूं और फिर उसके बाद हम पूरा मेला घूमते हैं और खाते पीते और सामान खरीदने के बाद अपने घर को वापस चल देते हैं
विजयदशमी के दिन रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के बड़े बड़े पुतले बनाए जाते हैं और उनमें पटाखे भर दिए जाते हैं. शाम के समय उन पुतलों में आग लगा दी जाती है और आतिशबाजी की आवाज से वातावरण गूंज उठता है. सभी पुतले धूं धूं कर जलने लगते हैं
विजयदशमी का अर्थ
भगवान राम ने लंका विजय के समय समुद्र तट पर नौ दिन तक भगवती दुर्गा की आराधना की थी. 10वें दिन भगवती की कृपा से राम ने दुष्ट रावण पर विजय पाई थी इसलिए इसे विजयादशमी कहा जाता है
दशहरा का महत्व
दशहरा पर्व हर एक के जीवन में बहुत महत्व रखता है. विजयदशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है इसलिए यह त्यौहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत सिखाता है
दशहरा के दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन शुभ माना जाता है. माना जाता है कि विजयदशमी के दिन इस पक्षी के दर्शन करने मात्र से साल भर हर कार्य में विजय मिलती है
दशहरा रावण पर राम की जीत के सम्मान में पूरे देश में मनाया जाता है. विजयदशमी के दिन विद्यालयों और दफ्तरों में अवकाश रहता है. लोग इस पर्व को ढेर सारी खुशियां और उत्साह के साथ मनाते हैं
उपसंहार
हमारे हिन्दू समाज में विजयदशमी का दिन अत्यंत शुभ दिन माना जाता है. विजयदशमी का पर्व असत्य पर सत्य एवं बुराई पर अच्छाई की विजय माना जाता है
इस दिन श्री राम ने बुराई के प्रतीक रावण का वध किया था. अतः हमें भी अपनी बुराइयों को त्यागकर अच्छाइयों को ग्रहण करना चाहिए तभी यह दिन सार्थक सिद्ध होगा
FAQ’s on Essay on Dussehra in Hindi
दशहरा से हम क्या सीखते हैं ?
दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है इससे हम सीखते हैं कि बुराई कितनी भी ताकतवर क्यों ना हो, अच्छाई के सामने कभी भी जीत नहीं सकती
दशहरा क्यों मनाया जाता है ?
दशहरा इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान राम ने राक्षस रावण को मारकर लंका पर विजय प्राप्त की थी और मां सीता को हासिल किया था. इस प्रकार असत्य पर सत्य की जीत हुई इसी खुशी में दशहरा मनाया जाता है
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संक्षेप में
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