प्रदूषण पर निबंध -: प्रदूषण संपूर्ण विश्व की एक बहुत बड़ी समस्या बन चुका है. आज दुनिया का हर देश इस समस्या से बहुत परेशान है और इसे समाप्त करने का हर संभव प्रयास कर रहा है
क्या आप प्रदूषण पर निबंध लिखना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर उपलब्ध हुए हैं. आज मैंने आपको प्रदूषण की समस्या पर निबंध बताया है जोकि सभी स्टूडेंट्स के लिए काफी हेल्पफुल है. तो आइए पढ़ते हैं
प्रदूषण पर निबंध – Essay on Pollution in Hindi

प्रस्तावना
प्रदूषण विश्व की एक गंभीर समस्या बन चुकी है. यह न केवल मानव जाति को बल्कि पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव-जन्तुओं को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है. जल, वायु, मृदा, ध्वनि, पर्यावरण के सभी घटकों में दिन-प्रतिदिन प्रदूषण की समस्या बढ़ती ही जा रही है
प्रदूषण का अर्थ
प्रदूषण वायु, जल एवं स्थल की भौतिक, रासायनिक और जैविक विशेषताओं में होने वाला वह अवांछनीय परिवर्तन है जो मनुष्य और उसके लिए लाभदायक दूसरे जंतुओं, पौधों, औद्योगिक संस्थानों तथा दूसरे कच्चे माल इत्यादि को किसी भी रूप में हानि पहुँचाता है
जीवधारी अपने विकास और व्यवस्थित जीवनक्रम के लिए एक संतुलित वातावरण पर निर्भर रहते हैं. सामान्य रूप से संतुलित वातावरण में प्रत्येक घटक एक निश्चित मात्रा में उपस्थित रहता है
लेकिन कभी-कभी वातावरण में एक अथवा अनेक घटकों की मात्रा कम अथवा अधिक हो जाया करती है या वातावरण में कुछ हानिकारक घटकों का प्रवेश हो जाता है
परिणामतः वातावरण दूषित हो जाता है जो जीवधारियों के लिए किसी-न-किसी रूप में हानिकारक सिद्ध होता है इसे ही प्रदूषण कहते हैं
प्रदूषण के प्रकार
प्रदूषण को मुख्यतः चार भागों में बाँटा गया है
- वायु प्रदूषण
- जल प्रदूषण
- मृदा प्रदूषण
- ध्वनि प्रदूषण
वायु प्रदूषण
वायु में प्रदूषण बढ़ने से आज हमारा वातावरण जहरीले गैसों तथा प्रदूषकों से भरता जा रहा है. वाहनों तथा कारखानों से निकलने वाला धुआँ हमारे फेफड़ों को जख्मी करता है जिससे हमें फेफड़ों में कैंसर, अस्थमा जैसे कई घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है
जल प्रदूषण
जल सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्रोतों में से एक है. दुर्भाग्यवरा आज हमारे जलाशयों में प्रदूषण बढ़ने से पेयजल में दिन-प्रतिदिन कमी होती जा रही है. यह समुद्र तथा नदियों में रहने वाले जलीय जीवों को भी बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है. कारखानों तथा मोहल्लों से निकलने वाले कूड़े-कचरों का जलाशयों में विसर्जन जल प्रदूषण का एक सबसे बड़ा कारण बनता है
मृदा प्रदूषण
प्लास्टिक जैसे पदार्थों का अत्यधिक उपयोग करना मृदा प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बनता है. इसके अलावा खेती करते समय अत्यधिक रासयनिक उर्वरकों का उपयोग भी मृदा को खराब करता है
ध्वनि प्रदूषण
दिन-प्रतिदिन हमारे समाज में वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है. उन सभी वाहनों का शोर रोजाना एक शोरगुल की स्थिति उत्पन्न करता है. कारखानों तथा उद्योगों में कर्कश ध्वनि उत्पन्न करने वाली मशीनें भी ध्वनि को प्रदूषित करती है
ध्वनि प्रदूषण हमारे कानों को क्षति पहुँचाता हैं, जिससे हमारी श्रवण-शक्ति कम हो जाती है. शोरगुल भरा वातावरण हमारे मानसिक स्थिति को भी अशांत करता है
प्रदूषण के दुष्परिणाम
जल, वायु, मृदा, ध्वनि पर्यावरण के सभी घटकों में प्रदूषण के बढ़ने से आज पृथ्वी पर हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बढ़ता प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य को बिगाड़ रहा हैं, हमें कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. एक स्वस्थ वातावरण न मिल पाने की वजह से यह हमारे विकास दर को भी घटा रहा है
पर्यावरण में बढ़ता प्रदूषण ओजोन परत के क्षय होने का तथा ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने का भी कारण बनता है. यह न केवल मानव बल्कि सभी जीव-जन्तुओं तथा पेड़-पौधों के लिए भी हानिकारक है
सुधार के उपाय
- प्रदूषण कम करने के लिए हमें वनों की कटाई को रोकना चाहिए एवं अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए
- यथासंभव पैदल चलना चाहिए या साइकिल का उपयोग करना चाहिए
- कूड़े, कचरों को यहाँ-वहाँ न फेंककर कूड़ेदान में डालना चाहिए
- प्लास्टिक की थैलियों के बजाय हम जूट तथा कपड़े से बनी थैलियों का इस्तेमाल कर सकते हैं
- कूड़े-कचरों को हमें नदियों, झीलों तथा तालाबों में नहीं बहाना चाहिए
उपसंहार
प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. यह हमारे जीवन को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजाना प्रभावित करती है. प्रदूषण को कम करने की दिशा में सरकार तथा सभी लोगों को साथ में मिलकर कदम बढ़ाने चाहिए
पर्यावरण, समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है. इसे प्रदूषण मुक्त एवं हरा-भरा बनाए रखकर हम पृथ्वी पर एक स्वस्थ एवं सुंदर जीवन जी सकते हैं
FAQ’s – प्रदूषण पर निबंध
प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं ?
प्रदूषण कई प्रकार के होते हैं. लेकिन मुख्यतः ये पांच प्रकार के हैं जोकि वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, रेडियोधर्मी प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण और रासायनिक प्रदूषण है
हम प्रदूषण को कैसे रोक सकते है ?
वैसे तो प्रदूषण को रोकने के बहुत सारे उपाय है. लेकिन हम अधिक से अधिक पेड़ लगाकर और आस-पास की स्वच्छता से प्रदूषण को कम कर सकते हैं
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संक्षेप में
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