GDP kya hai : दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप उम्मीद है आप अच्छे होंगे. क्या आप भी जानना चाहते हैं जीडीपी क्या है (What is GDP in Hindi) और जीडीपी का फुल फॉर्म क्या होता है? तो आपने एकदम सही पोस्ट खोली है
किसी देश को सफल बनाने के पीछे जीडीपी की अहम भूमिका मानी जाती है. आपने अमेरिका के बारे में तो जरूर सुना होगा कि सबसे विकसित राष्ट्र में अमेरिका का नाम सबसे पहले आता है. क्या कभी आपके मन में प्रश्न उठा है कि इस देश को विकसित देश बनाने के पीछे क्या राज है?
वैसे देखा जाए तो आर्थिक व्यवस्था सुधारने से इस देश ने खुद को विकसित कर लिया है और आर्थिक व्यवस्था सुधारने के पीछे सबसे पहला हाथ जीडीपी का है
तो दोस्तों आज मैं आपको जीडीपी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहा हूं और यह जानकारी आसान शब्दों में दी गई है जोकि हर कोई आसानी से समझ सकता है. तो आइए जानते हैं जीडीपी क्या होता है?
जीडीपी क्या है – What is GDP in Hindi
जीडीपी किसी भी देश की आर्थिक स्थिति को मापने का एक मापक होता है. जिस देश की जीडीपी जितनी ज्यादा होती है वह देश आर्थिक स्थिति के हिसाब से उतना ही अच्छा माना जाता है. जीडीपी के द्वारा किसी देश की एक साल के अंदर अर्थव्यवस्था का पता लगता है
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें भारत मे हर 3 महीने मे जीडीपी को मापा जाता है और अर्थव्यवस्था पर ध्यान दिया जाता है. जीडीपी के तहत उद्योग, कृषि और सेवाएं प्रमुख घटक माने जाते हैं. इन क्षेत्रों में उत्पादन घटने या बढ़ने की औसत दर के आधार पर जीडीपी की दर तय होती है
जीडीपी की परिभाषा – GDP Definition in Hindi
एक वर्ष मे एक देश की सीमा के अंदर सभी अंतिम माल और सेवाओं का बाजार मूल्य जीडीपी (GDP) कहलाता है. आसान शब्दों मे कहे तो, जीडीपी वह राशि है जो एक देश, एक साल में हुए उत्पादन से तैयार करता है
जीडीपी की परिभाषा समझने के लिए इसके हर परिभाषित शब्द को समझना जरूरी है. तो अब हम हर शब्द को अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे और इसे समझने के लिए कुछ उदाहरणो का इस्तेमाल भी करेंगे
जीडीपी का फुल फॉर्म – GDP full form in Hindi
जीडीपी का फुल फॉर्म ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट होता है जिसका हिंदी में अर्थ सकल घरेलू उत्पाद है
GDP full form = Gross domestic product (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट)
GDP full form in Hindi = सकल घरेलू उत्पाद
जीडीपी के घटक
दोस्त अभी तक आपने एक अच्छी मुस्कुराहट के साथ जीडीपी के बारे में जाना. अब मैं आपको जीडीपी के तहत कुछ घटकों की जानकारी दूंगा जिनसे की किसी देश की जीडीपी के बारे में बताया जाता है इसे हम कुछ उदाहरणों से समझेंगे
अंतिम माल (final product) :- जब कोई भी चीज़ या वस्तु पूरी तरह से तैयार होकर बाजार मे बिकने के लिए आती है तो उसे अंतिम माल कहा जाता है. उदाहरण के तौर पर एक गाड़ी को बनाने में टायर ,इंजन ,स्टील ,लोहा ,मजदूरी इत्यादि चीज़ें लगती हैं फिर उस पर सरकार का टैक्स लगता है इन सब चीज़ों का मूल्य जोड़कर उस गाड़ी की कीमत तैयार होकर बाजार में अंतिम माल के तौर पर बिकने के लिए आती है इसे हम अंतिम माल कहते है
सेवाएं (Services):- दोस्तों जब हम बीमार पड़ जातें हैं तो डॉक्टर को दिखातें हैं. डॉक्टर आपको अपनी सेवाए देकर ठीक कर देता है बदले मे आपसे कुछ पैसे लेता है. हमारी सरकार हम लोगो के द्वारा टैक्स के रूप मे मिले पैसों से स्कूल ,कॉलेज ,हॉस्पिटल आदि चीज़ें बनाकर सेवाऐ प्रदान करती है. तो ये सब चीज़ें सेवाओं की श्रेणी में आती हैं
देश की सीमा :- जीडीपी में सिर्फ देश की सीमाओं के अंदर ही हो रहे व्यापार को जोड़ा जाता है. उदाहरण के लिए अगर कोई विदेशी कंपनी हमारे देश में चीज़ें बनाती है तो उसकी आमदनी भी हमारे देश की जीडीपी मे जोड़ी जाती है. अगर किसी दूसरे देश का व्यक्ति जैसे नेपाल का व्यक्ति हमारे देश इंडिया में काम करके पैसा कमाता है और उसे अपने परिवार जोकि नेपाल मे है को भेजता है तो वो पैसा इंडिया की जीडीपी मे नहीं जोड़ा जायेगा बल्कि नेपाल की जीडीपी मे जुड़ेगा
जिस तरह इंडिया में दिवाली के समय बहुत सारा चीन से आयात किया हुआ माल बेचा जाता है, तो ये पैसा चीन की जीडीपी मे जुड़ता है. अब यह पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि दिवाली के समय में चीन का माल ना खरीदने पर भारतीय माल इतना महंगा क्यों होता है?
दोस्तों इन चीज़ों को समझने के बाद आप दोबारा जीडीपी की परिभाषा को पढ़िए. एक बार फिर आपको याद दिला दूं एक वर्ष मे देश की सीमा के अंदर सभी अंतिम माल और सेवाओं का बाजार मूल्य जीडीपी (GDP) कहलाता है. आइए अब आपको इसे मापने का तरीका समझाता हूं
जीडीपी को मापने का तरीका
जीडीपी को मापने का तरीका क्या है इसे समझने के लिए आपको नीचे दिए गए बिंदुओं को पहले ध्यान देना होगा –
उपभोग (C) :- यह जीडीपी मे निजी उपभोग होता है. व्यक्तिगत घरेलु खर्च जैसे खाना ,किराया ,चिकित्सा आदि पर हुआ खर्च इसमें शामिल है.
निवेश (I) :- नया घर लेना ,किसी फैक्ट्री मे नई मशीन, सॉफ्टवेयर इत्यादि यानि धन को माल या सेवाओं मे बदलना ही निवेश है. ध्यान रहे म्यूच्यूअल फण्ड ,स्टॉक या बॉन्ड जैसे निवेशो को जीडीपी से अलग किया जाता है. लेकिन ये जीडीपी को बहुत प्रभावित करते है क्योंकि स्टॉक या बांड जैसे निवेश वित्तीय पूंजी को प्रभावित करते हैं जो निवेश को प्रभावित करते हैं.
सरकारी व्यय (G) :- सरकारी कर्मचारियों के वेतन ,सेना को सशक्त बनाने पर खर्च ,स्कूल ,रोड ,हस्पताल इत्यादि पर हुआ खर्च सरकारी व्यय मे आते हैं
निर्यात (X) :- अपने देश मे उत्पादन करके दूसरे देशों को चीजों को बेचना निर्यात कहलाता है. इसे जीडीपी मे जोड़ा जाता है
आयात (M) :- दूसरे देशों मे उत्पादित चीजों को अपने देश मे लाना आयात कहलाता है. इसे जीडीपी से घटाया जाता है
GDP (सकल घरेलू उत्पाद) = उपभोग + सकल निवेश + सरकारी खर्च + ( निर्यात – आयात )
या सूत्र रूप में
GDP = C + I + G + (X − M)
FAQ’s – जीडीपी संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
-
जीडीपी का फुल फॉर्म क्या है?
जीडीपी का फुल फॉर्म ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट होता है जिसका हिंदी में अर्थ सकल घरेलू उत्पाद है
-
जीडीपी किसे कहते हैं?
एक वर्ष मे, देश की सीमा के अंदर सभी अंतिम माल और सेवाओं का बाजार मूल्य जीडीपी (GDP) कहलाता है.
-
जीडीपी मापने का सूत्र क्या है?
जीडीपी मापने का सूत्र – GDP = C + I + G + (X − M)
इस शानदार टॉपिक को भी पढ़े – Income tax क्या है इसके फायदे
आज आपने जाना जीडीपी क्या है?
मुझे उम्मीद है आप अच्छे से समझ गए होंगे की जीडीपी क्या है – What is GDP in Hindi और जीडीपी के घटक कौन-कौन से हैं और एक देश के लिए यह क्यों महत्वपूर्ण है? जानकारी के लिए बता दें की इंडिया की जीडीपी मे एग्रीकल्चर सर्विसेज और इंडस्ट्रीज की अहम भूमिका है
फिर भी अगर आपके मन में कोई अन्य प्रश्न उठ रहा है तो आप कमेंट बॉक्स में हम से पूछ सकते हैं अगर आपको यह छोटी सी जानकारी अच्छी लगी तो इस सोशल मीडिया पर जरूर शेयर कीजिएगा अगर
आप ऐसे ही जानकारी में रुचि रखते हैं MDS BLOG के साथ जरूर जुड़िए जहां की आपको हर तरह की नई नई जानकारी दी जाती है. यह पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!
@MDS Thanks