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इंटरनेट क्या है और कैसे काम करता है

Sachin Sajwan by Sachin Sajwan
in Information, Internet

Internet kya hai : दोस्तों आजकल बच्चा बच्चा इंटरनेट से वाकिफ है और हर कोई इंटरनेट का इस्तेमाल करना भली-भांति जानता है. लेकिन क्या आपको पता है आखिर इंटरनेट क्या है – What is Internet in Hindi, यदि आप इंटरनेट के बारे में जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी

नमस्कार दोस्तों MDS BLOG में आपका हार्दिक स्वागत है. आज मैं आपको इंटरनेट से वाकिफ कराने वाला हूं और आज आपको जानने को मिलेगा कि आखिर इंटरनेट क्या होता है (Internet kya hota hai) और यह किस प्रकार काम करता है? तो आइए जानते हैं इंटरनेट किसे कहते हैं?

पाठ्यक्रम show
इंटरनेट क्या है – What is Internet in Hindi
इंटरनेट कैसे काम करता है – How does Internet work in Hindi
इंटरनेट एड्रेस क्या है – Internet Address in Hindi
इंटरनेट के फायदे – Benefits of Internet in Hindi
इंटरनेट के लिए आवश्यक उपकरण

इंटरनेट क्या है – What is Internet in Hindi

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इंटरनेट को नेट के नाम से भी जाना जाता है. यह एक इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन तकनीक है. यह सबसे बड़ा संचार नेटवर्क है जो दुनिया भर के लाखों, करोड़ों कंप्यूटरों से जुड़ा हुआ होता है. आप कम्युनिकेशन उपकरणों और मीडिया जैसे- केवल, टेलीफोन लाइन, सेटेलाइट के जरिए इस नेटवर्क को एक्सेस कर सकते हैं

इंटरनेट से कितने कंप्यूटर जुड़े हुए हैं इसका ठीक-ठीक अनुमान नहीं लगाया जा सकता और ऐसा माना जा सकता है कि जितने आसमान में तारे हैं उतने ही इंटरनेट से कंप्यूटरों का संयोजन है. हालांकि कंप्यूटर लाखों, करोड़ों में है और दिन प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है

आज के दौर में इंटरनेट ने दुनिया भर की सुविधाओं को हमारी उंगलियों पर लाकर रख दिया है. आप इसके जरिए किसी को मैसेज भेज सकते हैं, नए दोस्त बना सकते हैं, बैंकिंग, शॉपिंग, इन्वेस्ट, टेक्स्ट भुगतान, गेम खेलना, म्यूजिक सुनना अथवा मूवी देखना जैसे कार्य घर बैठे ही आसानी से कर सकते हैं. इंटरनेट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अपने कंप्यूटर पर इसका इस्तेमाल आप कहीं भी कर सकते हैं अपने घर पर, स्कूल में या रेस्टोरेंट में

इंटरनेट की मदद से आप अपने दोस्त को ऑनलाइन मैसेज भेज सकते हैं यहां तक कि उससे बात भी कर सकते हैं. यहां इस बात का कोई मतलब नहीं है कि वह कहां बैठा हुआ है. बस उसके पास कंप्यूटर और इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए

इस समय 600 मिलियन लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं और आने वाले समय में यह संख्या निश्चित बढ़नी ही वाली है. इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ाने में सबसे ज्यादा जिस फीचर का हाथ है वह है इसका कहीं भी इस्तेमाल कर लेने की क्षमता, अब घर हो, स्कूलों, रेस्टोरेंट हो या ऑफिस हो इसका इस्तेमाल आप हर जगह कर सकते हो

आज के बिजनेस वर्ल्ड में यदि सफलता हासिल करनी है तो इंटरनेट की समझ होना अति आवश्यक है. इसके बिना आप चीजों, सुविधाओं, सूचनाओं और कम्युनिकेशन के एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्रोत को खो देंगे

इंटरनेट से जो काम किए जा सकते हैं वो दुनिया भर में किसी से भी कम्युनिकेशन, बैंकिंग, निवेश अथवा सुविधाओं की खरीद, म्यूजिक डाउनलोड करना और सुनना, मूवी देखना, कोई ऑनलाइन कोर्स करना, शैक्षिक सामग्री तलाशना, ऑनलाइन गेम खेलना, मैसेज पढ़ना, किसी दूसरे कंप्यूटर तक एक्सेस कर फाइल, डॉक्यूमेंट आदि का आदान प्रदान करना, इंफॉर्मेशन, ऑडियो क्लिप, वीडियो क्लिप, फोटो आदि उपलब्ध कराना इत्यादि है

इंटरनेट कैसे काम करता है – How does Internet work in Hindi

इंटरनेट कैसे काम करता है, How does Internet work in Hindi, internet kaise kam karta hai, internet kam kaise karta haiइंटरनेट के काम करने का तरीका ⇒ इंटरनेट से जुड़े कंप्यूटर क्लाइंट और सर्वर का इस्तेमाल कर दुनिया भर में एक-दूसरे को डाटा ट्रांसफर किया जाता है

वह कंप्यूटर जो किसी नेटवर्क के स्रोतों जैसे प्रोग्राम और डाटा को व्यवस्थित करता है और एक स्टोरेज उपलब्ध कराता है सर्वर कहलाता है

वह कंप्यूटर जो स्टोरेज तक एक्सेस कर प्रोग्राम या डाटा लेना चाहता है क्लाइंट कहलाता है

इंटरनेट पर एक क्लाइंट जो कई सर्वरों की फाइलों और प्रोग्रामो तक एक्सेस कर सकता है होस्ट कंप्यूटर कहलाता है. आपका कंप्यूटर होस्ट कंप्यूटर ही है

इंटरनेट की अंदरूनी संरचना में एक ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम होता है यानी कि इंटरनेट में कुछ कम्युनिकेशन लाइने होती है जो ट्रैफिक का अधिकतर भार वहन करती है. इन कम्युनिकेशन लाइनों को इंटरनेट बैकबोन कहते हैं

इंटरनेट मूल रूप से एक पैकेट नेटवर्क होता है. इसका अर्थ यह है कि जो भी डाटा आप ट्रांसफर करते हैं वह पैकेट में बट जाता है. जब आप इंटरनेट के विभिन्न नेटवर्कओं के बीच डाटा ट्रांसफर करते हैं और जो नेटवर्क विशेष कंप्यूटर से जुड़े होते हैं उन्हें राउटर कहते हैं

एक राउटर पहले यह चेक करता है कि आपके डाटा को कहां जाना है और फिर वह तय करता है कि किस दिशा में इसे भेजा जाए. यह संभव नहीं है कि प्रत्येक राउटर अन्य दूसरे राउटर से जुड़ा हुआ हो. वे सिर्फ आपके डाटा की दिशा तय करते हैं

राउटर को यह बताने के लिए कि डाटा को कहां जाना है, इसके लिए एक तरह का एड्रेस होता है जिसे कि IP एड्रेस यानी कि इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस कहा जाता है. IP के साथ ट्रांसफर होने वाला डाटा पैकेट में बटा होता है. यह एक अन्य प्रोटोकॉल द्वारा नियंत्रित किया जाता है जिसे TCP (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकोल) कहा जाता है और इसी तरह इंटरनेट काम करता है

बाद में यह खोजा गया कि IP एड्रेस जो कि वास्तव में एक नंबर होता है. कंप्यूटर तो इसे आसानी से नियंत्रित कर सकता है और याद भी रख सकता है लेकिन मनुष्य के लिए इसे याद रखना संभव नहीं है, इससे निजात पाने के लिए डोमेन नेम सिस्टम (DNS) 1984 में अस्तित्व में आया

Read This – डोमेन नेम क्या है इसके प्रकार

इंटरनेट एड्रेस क्या है – Internet Address in Hindi

पोस्टल सिस्टम की तरह ही इंटरनेट में भी डाटा को किसी खास स्थान पर भेजने के लिए ऐड्रेसिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाता है. IP एड्रेस की मदद से नेटवर्क में एक कंप्यूटर द्वारा दूसरे कंप्यूटर को पहचानने और उससे कम्युनिकेट करने के लिए एक यूनिट एड्रेस का प्रयोग किया जाता है. जिसे की इंटरनेट प्रोटोकोल एड्रेस (IP Address) के नाम से जाना जाता है

IP एड्रेस नंबरों के 4 समूह से युक्त होता है. यह समूह आपस में एक दूसरे से एक डांट (.) द्वारा अलग होते हैं. नंबर 0 से लेकर 255 तक हो सकते हैं. उदाहरण के लिए 255.27.34.10 एक IP एड्रेस है, आमतौर पर IP ऐड्रेस का पहला हिस्सा नेटवर्क को पहचानता है जबकि अंतिम हिस्सा किसी विशेष कंप्यूटर को

इन नंबरों को याद करके इनका इस्तेमाल करना बहुत कठिन होता है. इसीलिए इंटरनेट पर इनकी जगह टेक्सट नाम तैयार किए गए जो एक या अधिक IP एड्रेस को प्रतिनिधित्व करते हैं

IP एड्रेस का टेक्स्ट सेट वर्जन डोमेन नेम कहलाता है. डोमेन नेम के घटक भी एक दूसरे से डांट (.) द्वारा अलग रहते हैं. हर डोमेन नेम में टॉप लेवल डोमेन (TLD) मेंशन होता है. जो उस संस्था के प्रकार के बारे में बताते हैं जो डोमेन से जुड़ी रहती है. नीचे दी उदाहरण से आप समझ सकते हैं –

Original TLD

Type of Domain

.com

commercial

.net

 gateway or host

.org

 non-profit organization

.gov

 government

.mil

military agrncy

इंटरनेट के फायदे – Benefits of Internet in Hindi

इंटरनेट कई प्रकार की सुविधाओं को आपको उपलब्ध कराता है इसके निम्नलिखित लाभ है –

  • ई-मेल की सुविधा
  • मनोरंजन का साधन
  • सूचनाओं का आदान प्रदान
  • ऑनलाइन शॉपिंग
  • सामूहिक वाद विवाद
  • विभिन्न प्रोग्राम
  • चैट करने का माध्यम

ई-मेल 

ई-मेल के जरिए आप दुनिया भर के किसी भी कोने में स्थित अपने रिश्तेदारों, मित्रों, सहपाठियों, ग्राहकों को संदेश भेज सकते हैं और अब तो ईमेल ने भी वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है इसलिए इंटरनेट का यह एक सर्वाधिक प्रिया लोकप्रिय करिश्मा है.

ईमेल के जरिए आप बेहद सस्ते दाम में सबकी पहुंच तक आसानी से आ सकते हैं इसके अलावा यह वातावरण के लिए भी प्रदूषण रहित है. इसमें कागज का इस्तेमाल तो होता ही नहीं

मनोरंजन

मनोरंजन के असीमित साधन भी इंटरनेट के द्वारा उपलब्ध हो जाते हैं. रेडियो या टीवी के प्रोग्राम एवं वीडियो और संगीत विषय व्यापक प्रोग्राम कहीं से भी प्राप्त किए जा सकते हैं

आधुनिक फिल्मों के प्रसिद्ध सितारों के इंटरव्यू और बाजार में आने के पूर्व विकल्प नए संगीत का मजा आपको इंटरनेट से प्राप्त हो सकता है. कई प्रकार के आपसी खेल भी दूर स्थित लोगों के साथ आप आराम से खेल सकते हैं बेशर्त आपके पास इंटरनेट हो

सूचना

इंटरनेट पर हम अपनी रुचि के विषय के बारे में कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं. शोध कार्य के लिए तो यह एक अद्वितीय सुविधा है. यदि कोई अखबार, भाषण अंश, नौकरी इत्यादि के बारे में सूचना प्राप्त करना चाहता है तो वह तुरंत ही इंटरनेट पर जाकर इसे खोज सकता है

आप अपना घूमने का प्रोग्राम भी बना सकते हैं, कहीं का भी यात्रा विवरण ले सकते हैं और मनचाही डिश बनाने की विधि भी प्राप्त कर सकते हैं. लगभग सभी विषयों पर सूचना इंटरनेट द्वारा आसानी से उपलब्ध हो सकती है

ऑनलाइन शॉपिंग

कोई भी वस्तु खरीदनी है, बेचनी है, कोई सेवा पेश या उपलब्ध करनी है तो इंटरनेट आपको यह सुविधा घर बैठे प्रदान करता है यानी खरीदी करने के लिए बाहर जाने की आपको आवश्यकता नहीं

फूल, किताबे, कार, कंप्यूटर प्रोग्राम, संगीत की सीडी, पिज्जा इत्यादि प्राप्त करने के लिए कहीं जाने का कष्ट आपको उठाना नहीं पड़ेगा आप यह सब ऑनलाइन ही कर सकते हैं

सामूहिक वाद विवाद

अपनी रूचि के विषय पर आप दुनिया भर के लोगों से वाद-विवाद कर सकते हैं. सवाल पूछे जा सकते हैं, संस्थाओं पर विचार विमर्श हो सकता है एवं रोचक कहानियां भी पढ़ी जा सकती है. इंटरनेट से आप लाखों समूह से विभिन्न विषयों पर चर्चा कर सकते हैं. विषय कोई भी हो सकता है जैसे भोजन, हंसी मजाक, संगीत, फोटोग्राफी, खेल कूद संबंधी तथा और भी बहुत कुछ

प्रोग्राम

इंटरनेट के जरिए हजारों प्रोग्राम आपके कंप्यूटर के लिए प्राप्त किए जा सकते हैं. जैसे एकाउंटिंग प्रोग्राम, फोटो एडिटिंग प्रोग्राम, ड्राइंग प्रोग्राम, वर्ड प्रोसेसर इत्यादि

चैट करना

इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की मैसेजिंग एप द्वारा आप दूसरे व्यक्ति से बातचीत या चैट कर सकते हैं. भेजा गया संदेश तुरंत ही दूसरे व्यक्ति के कंप्यूटर पर दिखाई पड़ेगा. यह बातचीत एक व्यक्ति और लोगों के समूह के साथ एक ही समय पर संभव हो सकती है

इंटरनेट के लिए आवश्यक उपकरण

  • कंप्यूटर – कोई भी कंप्यूटर इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है
  • प्रोग्राम्स – इंटरनेट पर खास प्रोग्राम की जरूरत होती है ज्यादातर सर्विस प्रोवाइडर इन प्रोग्राम को मुफ्त में ही देते हैं
  • मॉडेम – मॉडेम के जरिए कंप्यूटर एवं इंटरनेट के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है
  • टेलीफोन लाइन – इंटरनेट की सूचना टेलीफोन लाइन के जरिए ही उपलब्ध होती है. इन्हें संचार माध्यम कहा जा सकता है
  • आई.एस.पी – आई.एस.पी को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कहा जाता है. जोकि एक कंपनी है जो इंटरनेट तक आपको पहुंच उपलब्ध कराती है. जैसे सत्यम, मंत्रा ऑनलाइन इत्यादि

संक्षेप में 

दोस्तों उम्मीद है आपको इंटरनेट क्या है – What is Internet in Hindi अच्छा लगा होगा. अगर आपको यह जानकारी कुछ काम की लगी है तो इसे जरूर सोशल मीडिया पर शेयर कीजिएगा.

अगर आप नई नई जानकारियों को जानना चाहते हैं तो MDS BLOG के साथ जरूर जुड़िए जहां की आपको हर तरह की नई-नई जानकारियां दी जाती है MDS BLOG पर यह पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!

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