जल संरक्षण पर निबंध (Save water Essay in Hindi) : अच्छा दोस्त ढूंढ रहे हो जल संरक्षण पर निबंध तो यह पोस्ट आपके लिए ही लिखी गई है
नमस्कार MDS BLOG में आपका हार्दिक स्वागत है. क्या आप जल संरक्षण पर शानदार निबंध किस तरीके से लिखा जाए जानना चाहते हैं तो पोस्ट में कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 तक के विद्यार्थियों के लिए जल संरक्षण पर निबंध प्रस्तुत किया गया है. तो आइए जानते हैं
जल संरक्षण पर निबंध – Save water Essay in Hindi
“धरती की गुल्लक में
हुआ पानी का खजाना खाली,
नदी ताल नहरों को तो
ना बनाओ गन्दी नाली”
प्रस्तावना
पृथ्वी पर प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों में से एक पानी है. जो मानव, पशु, पौधे आदि सभी जीवों के लिए पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण पदार्थ है
पानी हमारी दैनिक आवश्यकताओं के लिए आवश्यक है यहां तक कि हम पानी के बिना जीवित रहने की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं
हमें प्रत्येक चीज़ के लिए पानी की आवश्यकता होती है जैसे कि खाना पीना, खाना पकाना, स्नान करना, सफाई करना आदि जहाँ पानी जीवित प्राणियों के लिए आवश्यक होता है
कृषि, विनिर्माण कंपनियों, विभिन्न प्रकार के रासायनिक उद्योगों, बिजली संयंत्रों और कई अन्य क्षेत्रों में भी इसकी आवश्यकता होती है. दुर्भाग्य से पृथ्वी पर पानी की कमी आजकल पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है
जल से है भविष्य की कल्पना
पृथ्वी पर जीवन के लिए पानी की प्रमुख आवश्यकता है. जीवन को स्वस्थ और सुरक्षित बनाने के लिए सभी जीवित लोगों को पानी की आवश्यकता होती है. जैसे-जैसे आबादी दिन-ब-दिन बढ़ रही है पानी की खपत भी बढ़ रही है
शहरीकरण के कारण पेड़ नियमित रूप से कम हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप प्रदूषण, विभिन्न क्षेत्रों में सूखा, क्षतिग्रस्त फसल और ग्लोबल वार्मिंग की सबसे खराब स्थिति आज पूरे विश्व में उत्पन्न हो रही है
इस प्रकार यह जीवन को बचाने और दुनिया को बचाने, पानी को बचाने के लिए सभी का उच्च समय है. हमें जल का सदुपयोग करना चाहिए तथा इसका संरक्षण करना चाहिए
पानी की कमी
हमने हमेशा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पानी की कमी के बारे में समाचार सुना है. यहाँ हम परिभाषित करते हैं कि पानी की कमी क्या है? यह पूरे विश्व में ताजे जल संसाधनों की भारी कमी या अनुपस्थिति है
जल की कमी अन्य जीवों के लिए भी किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. जल में रहने वाले जीवों का तो जीवन काल ही समाप्त हो जाएगा यदि जल ना हो तो
एक डेटा के अनुसार पूरी दुनिया में आधे बिलियन लोग पूरे साल पानी के संकट का सामना करते हैं. पृथ्वी पर लगभग 71% भू-भाग में पानी है फिर भी दुनिया में पानी की भारी कमी है
महासागर में खारे पानी के रूप में 96.5% पानी होता है जो बिना उपचार के मानव द्वारा उपयोग नहीं किया जा सकता है
केवल 3.5% पानी उपयोग के लिए है. जो भूजल, ग्लेशियर, नदियों और झीलों आदि के रूप में उपलब्ध है
पानी के ये प्राकृतिक संसाधन खपत में वृद्धि के कारण बहुत तेजी से घट रहे हैं. क्योंकि बढ़ती जनसंख्या पानी की बर्बादी, तेजी से औद्योगिकीकरण और शहरीकरण को बढ़ाती है
भारत और अन्य देशों के कुछ हिस्सों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है और दुर्भाग्य से सरकार को उन जगहों के लिए सड़क टैंकर या ट्रेन से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है. भारत में 1951 से 2011 की समयावधि के बीच प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता 70% तक कम हो गई है और 2050 तक फिर से 22% घटने की उम्मीद है
जल संरक्षण का महत्व
हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन काल में जल अमूल्य निधि है. हमें जल का महत्व समझना होगा
जल का संरक्षण हमारे लिए और हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए अति आवश्यक है. अगर जल का संरक्षण ना किया गया तो वह दिन दूर नहीं जब हमारी पृथ्वी सूखने लगेगी तथा पृथ्वी पर जीवन यापन करना कठिन हो जाएगा
हमारे देश भारत में जल संरक्षण के लिए विभिन्न तरह के नवीन और आधुनिक तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन तरीकों से पानी की बचत की जा सकती है और समुद्री पानी को पीने योग्य बनाया जा सकता है
जल संरक्षण के उपाय
मानव जीवन के लिए जल काफी उपयोगी है. मेरा मानना है हमें जल ही नहीं बल्कि सभी प्राकृतिक संसाधनों का सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए तथा इनका संरक्षण करना चाहिए. मेरे संदर्भ में जल संरक्षण के कुछ निम्नलिखित उपाय हो सकते हैं
- हमें जल संरक्षण हेतु लोगों में जागरूकता लानी होगी
- खराब जल का उपयोग सिंचाई के लिए करना होगा
- हमें वृक्षों को नहीं काटना चाहिए क्योंकि वन संरक्षण, जल संरक्षण का अहम हिस्सा है
- हमें नदियों तथा स्रोतों में गंदा कचरा नहीं डालना चाहिए क्योंकि यह पानी को दूषित करता है जो कि हमारे लिए पीने योग्य उपयोगी नहीं होता
- जल संरक्षण के लिए हमें विज्ञान की आधुनिक तकनीकी का उपयोग करना चाहिए
- वर्षा के जल को संरक्षित करके उसका सदुपयोग करना चाहिए
- हमारे भारत की पवित्र नदियों जैसे गंगा, यमुना आदि की प्रतिवर्ष सफाई की जानी चाहिए जिससे उनका सदुपयोग किया जा सके
विश्व जल दिवस
संयुक्त राष्ट्र ने 22 मार्च को “विश्व जल दिवस” के रूप में घोषित किया है. कि लोगों को ताजे पानी के मूल्य और इसकी अनुपस्थिति के कारण पृथ्वी पर हानिकारक प्रभाव के बारे में जागरूक किया जाए. विश्व जल दिवस का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और 21 वीं सदी में हमारे सामने आने वाली पानी की चुनौतियों के लिए प्रकृति-आधारित समाधान तलाशना है
उपसंहार
जल हमारा अनमोल प्राकृतिक संसाधन है. जल के बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है. हर जीव को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है
अगर हम कहते हैं कि ‘जल ही जीवन है’ तो इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं है. इस प्रकार हम पानी बचाओ, जीवन बचाओ और दुनिया बचाओ पर भी ध्यान दे रहे हैं
पीने योग्य पानी का मतलब है कि मानव उपभोग के लिए पर्याप्त सुरक्षित माना जाने वाला पानी हमारे भविष्य की संभावनाओं के लिए बचाए रखने की जरूरत है
हमारी प्राकृतिक इको प्रणाली को और अधिक क्षति से बचाने के लिए, पृथ्वी को ग्लोबल वार्मिंग की स्थिति से बचाने के लिए हमें पानी के संरक्षण और उसमें रसायन या कचरा न डालकर इसकी गुणवत्ता बनाए रखने की आवश्यकता है
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संक्षेप में
दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको जल संरक्षण पर निबंध – Save Water Essay in Hindi अच्छा लगा होगा. मेरा मानना है कि हम सभी को अपने आवश्यकता अनुसार ही जल का उपयोग करना चाहिए और जल की कीमत समझनी चाहिए
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