लोन कितने प्रकार के होते हैं (Loan kitne prakar ke hote hain) बात जब इस बारे में की जाए तो शायद ही हमारे आस पास के लोगों से इसका जवाब हमें मिले. हमारे देश भारत में बहुत से लोगों को लोन की आवश्यकता होती है. कोई पढ़ाई के लिए लोन लेना चाहता है, तो कोई बिजनेस के लिए, तो कोई घर बनाने के लिए
लेकिन जानकारी का अभाव होने के कारण हम में से कई लोग लोन लेने का तो सोचते हैं लेकिन लोन ले नहीं पाते. अक्सर ऐसा देखा जाता है कि गलत जानकारी के अभाव में लोग गलत लोन को ले लेते हैं जिसे चुकाने में उन्हें बड़ी दिक्कत आती है. मैं नहीं चाहता हूं कि आपको भी यह समस्या आए
लोन क्या होता है? इसके बारे में हमने पहले भी बताया है. यदि आप इस पोस्ट को पहली बार पढ़ रहे हैं तो आप दिए गए लिंक पर क्लिक करके लोन के बारे में जान सकते हैं. तो आज मैं आपको लोन के प्रकार (Loan Type in Hindi) कौन-कौन से हैं? इसके बारे में जानकारी दूंगा
आप अपने रिश्तेदारों या दोस्तों से कई बार होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, बिजनेस लोन का नाम जरूर सुनते होंगे. जहां तक मेरा मानना है कि आप भी लोन लेने के इच्छुक है और जानना चाहते हैं कि भारत में लोन के विभिन्न प्रकार (Different types of loans in india) कौन-कौन से हैं?
आज आपको इसी सवाल का जवाब इस पोस्ट में पढ़ने को मिलेगा. लेकिन इससे पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि लोन चुकाने की समय अवधि भारतीय बैंकों में किस प्रकार है? हमारे देश भारत में बैंकों द्वारा लोन समय अवधि के आधार पर दिया जाता है जिनका वर्गीकरण 3 भागों में किया गया है
- Short term loan : अब जैसे नाम से ही ज्ञात होता है Short यानी छोटा, यदि आप किसी बैंक से Short term में लोन लेते हैं तो पैसे लौटाने की समय अवधि 6 महीने से लेकर 2 साल तक होती है
- Medium term loan : जब आप किसी बैंक से Medium term में लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपके पैसे लौटाने की समय अवधि 1 साल से लेकर 5 साल के बीच की होती है
- Long term loan : Long term का अर्थ है दीर्घकालिक, यदि आप बैंक से Long term के लिए लोन लेते हैं तो आपको पैसे वापस लौटाने के लिए 5 से 30 सालों का समय मिलता है. इसे लेने का फायदा यह है कि इसमें लोन चुकाने की लंबी समय अवधि रहती है और ब्याज भी कम लगता है
आइए अब आपको जिस सवाल का बेसब्री से इंतजार था कि लोन कितने प्रकार के होते हैं? इसके बारे में जानते हैं
लोन कितने प्रकार के होते हैं ?

विभिन्न प्रकार के Loans का अलग-अलग नाम होने से लोग इन को पहचानने में कंफ्यूज हो जाते हैं. मुख्यता 8 प्रकार के लोन भारतीय बैंकों द्वारा दिए जाते हैं जिनके अंतर्गत ही अन्य लोन आते हैं इसलिए आपको नाम से कंफ्यूज होने की जरूरत नहीं है इनका टाइप समझिए
- पर्सनल लोन (Personal loan)
- एजुकेशन लोन (Education loan)
- वाहन या कार लोन (Car loan)
- गोल्ड लोन (Gold Loan)
- होम लोन (Home Loan)
- कॉरपोरेट या बिजनेस लोन (Business Loan)
- प्रॉपर्टी लोन (Property Loan)
- सिक्योरिटी लोन (Security Paper Loan)
पर्सनल लोन – Personal loan kya hai
जिस लोन को बैंक से अपने पर्सनल कामों के लिए लिया जाता है उसे पर्सनल लोन कहते हैं. यानी पर्सनल शब्द से ही पता चलता है कि स्वयं के लिए जो लोन लिया जाता है वह पर्सनल लोन होता है
पर्सनल काम कोई भी हो सकता है जैसे बच्चों की स्कूल फीस, घर में शादी के लिए, इलाज के लिए इत्यादि. आपको बताना चाहता हूं कि पर्सनल लोन की ब्याज दर हर बैंक की अलग अलग हो सकती है
एक गजब की बात बताऊं पर्सनल लोन की जो ब्याज दर होती है वह दूसरे Loans की तुलना में बहुत अधिक होती है और यही कारण है कि पर्सनल लोन को देते समय बैंक द्वारा आपसे ज्यादा डॉक्यूमेंट नहीं मांगे जाते. बैंक आपके सैलरी अकाउंट को चेक करके आपको पर्सनल लोन दे देता है
यदि आप पर्सनल लोन लेना चाहते हैं तो मेरा आपको सुझाव रहेगा कि आप Short term necessity के लिए पर्सनल लोन ले. कम से कम 1 साल आपको पर्सनल लोन वापस लौटाने के लिए दिया जाता है और 5 वर्ष तक लौटाना अनिवार्य है
एजुकेशन लोन – Education loan kya hai
एजुकेशन लोन इसे नाम से समझना बहुत आसान है जी हां, बिल्कुल आपने सही समझा जो लोन शिक्षा की पूर्ति करने के लिए बैंक से लिया जाता है वह एजुकेशन लोन कहलाता है
सभी पेरेंट्स अपने बच्चों को अच्छे यूनिवर्सिटी में पढ़ाना चाहते हैं. माता पिता होने के नाते आप का भी यह सपना होगा और यदि आप स्टूडेंट हैं तो आपको भी एक अच्छे यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर आगे की पढ़ाई करनी होगी ऐसा आपका सपना होगा
तो आपका यह सपना एजुकेशन लोन से पूरा हो सकता है. लेकिन एक दिक्कत है एजुकेशन लोन अधिकतर उन छात्रों को बैंक देता है जो छात्र लोन को वापस करने की क्षमता रखते हैं
आपके मन में भी यह प्रश्न होगा की छात्र लोन को वापस करने की क्षमता रखते हैं क्या मतलब है भाई? तो आपको बताऊं छात्र के पेरेंट्स का वेतन, छात्र किस यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा है, यूनिवर्सिटी में कैंपस सिलेक्शन की संभावनाएं क्या है, छात्र वहां से पढ़कर कमा सकता है या नहीं इत्यादि की जांच करके ही बैंक द्वारा एजुकेशन लोन दिया जाता है
एजुकेशन लोन लेने के लिए एक गारंटर की आवश्यकता होती है. अभिभावक और रिश्तेदार गारंटर लोन लेने वाले व्यक्ति बन सकते हैं. जानकारी के लिए बता दूं अभी के समय लोकप्रिय बैंक State Bank of India, SBI Student Loan 7.5 लाख पर इंटरेस्ट रेट 8.65% ब्याज के साथ चार्ज कर रहा है इसके साथ ही इसकी कुछ प्रोसेसिंग फीस भी है
वाहन या कार लोन – Car Loan kya hai
एक ऐसा लोन जोकि बैंक अपने ग्राहकों को वाहनों की खरीद के लिए देता है वाहन लोन के नाम से जाना जाता है. वाहन लोन को कार लोन भी कहा जाता है. बैंकों द्वारा कार लोन Fixed और Floating रेट पर दिया जाता है मुझे पता है कि अब आप जानना चाहते हैं कि आखिर Fixed और Floating रेट ये क्या है?
तो आपको बताऊं Fixed Rate से अभिप्राय है कि यदि आप कोई वाहन खरीदते हैं तो जो लोन आपने लिया है उस पर जितनी ब्याज दर है उसी दर के साथ आपको पूरा लोन चुकाना होता है. इसी के विपरीत Floating Rate से अभिप्राय है कि कार लोन लेने के बाद यदि ब्याज दर घटती है या बढ़ती है तो आपको उस हिसाब से लोन को चुकाना होगा और यदि आप लोन पूरी तरह चुका नहीं पाते तो आपके वाहन का मालिकाना हक बैंक के पास रहता है जब तक कि आप पूरा लोन नहीं चुकाते
गोल्ड लोन – Gold loan kya hai
गोल्ड लोन एक ऐसा लोन है जोकि आप बैंक में गोल्ड रख कर लेते हैं. आसान शब्दों में इस प्रकार समझें कि बैंक के लॉकर में गोल्ड रखने के बदले जो कैश आप लेते हैं वह गोल्ड लोन के नाम से जाना जाता है. गोल्ड यानी किसी भी प्रकार की ज्वेलरी हो सकती है, या कोई प्योर गोल्ड हो सकता है, या गोल्ड का बिस्कुट हो सकता है
किसी भी बैंक द्वारा गोल्ड लोन आपके द्वारा दिए गए गोल्ड की Quality और Price पर निर्भर करता है. सामान्यता यह देखा जाता है कि बैंक आपको रियल टाइम में जो गोल्ड का मूल्य चल रहा होता है उस हिसाब से लोन दे सकता है. यदि अगर ब्याज दर की बात करी जाए तो पर्सनल लोन की तुलना में इसमें कम ब्याज दर लगती है और आसानी से बैंक आपको यह लोन दे सकता है
गोल्ड लोन को चुकाने की अवधि 1 साल तक होती है और आपको एक अच्छी सी एडवाइस देता हूं कि गोल्ड लोन आप किसी प्राइवेट कंपनी से ना लें. मैं किसी प्राइवेट कंपनी की बुराई नहीं कर रहा हूं लेकिन यदि आप किसी प्राइवेट कंपनी से गोल्ड लोन लेते हैं तो आपको बहुत ज्यादा इंटरेस्ट रेट पर वहां गोल्ड लोन मिलता है
आपके लिए अच्छा रहेगा कि आप किसी सरकारी बैंक या भरोसेमंद बैंक से गोल्ड लोन ले. अभी के समय 2022 में बात करूं तो बैंक ऑफ महाराष्ट्र बहुत कम ब्याज दर पर गोल्ड लोन दे रहा है
होम लोन – Home loan kya hai
हम सभी का सपना अपना घर बनाने या खरीदने का होता है. होम का अर्थ है घर, यानी बैंक से जो लोन हम घर बनाने या खरीदने के लिए लेते हैं वह होम लोन कहलाता है. होम लोन चुकाने की समय अवधि 5 साल से 30 साल तक होती है. आपका बैंक इस समय अवधि को आपके लोन के आधार पर निर्धारित कर सकता है तथा होम लोन पर ब्याज दर 6.05% से लेकर 12% तक होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दूं होम लोन लेने की शर्तों में ब्याज दर के साथ-साथ प्रोसेसिंग फीस, लीगल फीस, मूल्यांकन फीस इत्यादि कई अन्य फीस भी शामिल होती हैं
कॉरपोरेट या बिजनेस लोन – Business loan kya hai
जब कोई कॉरपोरेशन, बिजनेसमैन, सेलिब्रिटी या कोई बड़ी हस्ती बैंक से लोन लेती है तो उसे कॉरपोरेट लोन कहा जाता है. 1 जनवरी 2019 में RBI की गाइडलाइन के बाद कोई भी बैंक अपने कैपिटल का 25% ही किसी कॉरपोरेट को लोन के रूप में दे सकता है
ऐसा इसलिए क्योंकि 2019 से पहले बैंक अपनी कैपिटल का 60% तक लोन किसी बड़ी कंपनी या संस्था को दिया करते थे. लेकिन बहुत से Fraud होने के बाद बहुत से बैंक घाटे में चले गए और कई बैंक कंगाल हो गए इसका सबसे बड़ा उदाहरण विजय माल्या फ्रॉड है
प्रॉपर्टी लोन – Property loan kya hai
प्रॉपर्टी लोन से अभिप्राय है कि आपकी प्रॉपर्टी को गिरवी रखकर बैंक जो लोन देता है उसे प्रॉपर्टी लोन कहते हैं. कोई भी बैंक आपकी प्रॉपर्टी का 50% से 65% लोन आपको दे सकता है. मतलब आपकी प्रॉपर्टी के कागजात पर जितनी अंकित राशि है उसका 50 से 65% तक आपको लोन मिल सकता है. इस लोन को चुकाने की समय अवधि 20 साल या उससे अधिक होती है
प्रॉपर्टी लोन लेने के लिए आयु सीमा 25 से 60 वर्ष तक होनी अनिवार्य है. प्रॉपर्टी लोन को Loans Against Property के नाम से भी जाना जाता है इसकी ब्याज दर 8% से लेकर 25% तक होती है. यह हर बैंक में अलग-अलग हो सकती है
सिक्योरिटी लोन – Security loan kya hai
जो लोन बैंक आपको आपके सिक्योरिटी पेपर को गिरवी रख कर देता है उसे सिक्योरिटी लोन कहते हैं. अब आपके दिमाग में यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि आखिर सिक्योरिटी पेपर ये क्या है?
तो बता दू म्यूच्यूअल फंड, डिमैट शेयर अकाउंट, इंश्योरेंस पेपर, बांड पेपर आदि में यदि आपने पहले से इन्वेस्टमेंट किया है तो उसके कागजात सिक्योरिटी पेपर होते हैं. यह कागजात लिखित या डिजिटल फॉर्म में हो सकते हैं
यदि आप समय पर लोन नहीं चुका पाते तो बैंक के पास अधिकार होता है कि वह आपके सिक्योरिटी पेपर को जप्त कर बाजार में बेच सकता है. आप यू समझे कि आपको सिक्योरिटी लोन के लिए बैंक को अपने सिक्योरिटी पेपर गिरवी देने होते हैं. जिन के बदले बैंक आपको लोन देता है इसकी ब्याज दर 8% से लेकर 14% तक हो सकती है यह बैंक पर निर्भर करता है
सिक्योरिटी लोन को Loan against Securities के नाम से भी जाना जाता है. सिक्योरिटी पेपर के आधार पर बैंक में Overdraft की सुविधा भी आपको मिलती है Overdraft का मतलब यदि आपके अकाउंट में बैलेंस शून्य है तो भी आप अपनी आवश्यकता अनुसार पैसे Withdrawal कर सकते हैं
संक्षेप में
आज आपने जाना की लोन कितने प्रकार के होते हैं (Loan kitne prakar ke hote hain) आशा करते है आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी और आपने कुछ नया सीखा होगा. अगर आपको ये जानकारी कुछ काम की लगी तो आपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उन्हें भी लोन के प्रकार कौन-कौन है इसके बारे में जानकारी हो सके
इसी तरह आपको हर दिन कुछ न कुछ नया सिखाता है MDS BLOG, तो आज ही MDS से साथ जुड़े. अगर आपका इस जानकारी के बारे में कोई भी सवाल है तो आप Comment बॉक्स में बिलकुल पूछें. MDS Team आपको जवाब देने की पूरी कोशिश करेगा
आपका धन्यवाद!
Bhut bhut sukriya aapka loan ki jankari dene ke Liye.