दोस्तों नमस्कार क्या आप मकर संक्रांति पर निबंध – Makar Sankranti Essay in Hindi खोज रहे हैं तो दोस्त आपके लिए यह पोस्ट एकदम सही है. इस पोस्ट में आज मैं आपको बताऊंगा मकर संक्रांति पर निबंध कैसे आप लिख सकते हैं. तो आइए निबंध की शुरुआत करते हैं और जानते हैं
मकर संक्रांति पर निबंध – Essay on Makar Sankranti in Hindi

“सब मिलकर हम नाचे गाएं
आओ हम सब मकर संक्रांति मनाएं”
प्रस्तावना
मकर संक्रान्ति भारत का प्रमुख पर्व है. यह त्यौहार पूरे भारत के साथ साथ नेपाल में भी किसी न किसी रूप में मनाया जाता है
सामान्यतः मकर सक्रांति प्रत्येक वर्ष जनवरी माह की 14 तारीख को ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करता है
मकर संक्रांति के भिन्न-भिन्न रूप
उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार में इस पर्व को खिचड़ी कहा जाता है. तमिलनाडु में इसे पोंगल नामक उत्सव के रूप में मनाते हैं जबकि कर्नाटक, केरल तथा आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही कहते हैं
वहीं असम में बिहू के रूप में इस पर्व को उल्लास के साथ मनाया जाता है. मकर संक्रान्ति पर्व को कहीं कहीं उत्तरायण भी कहा जाता है
यह त्यौहार भांति-भांति के रीति-रिवाजों द्वारा भक्ति एवं उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है
मकर संक्रांति और धार्मिक कार्य
इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तर्पण आदि धार्मिक क्रियाकलापों का विशेष महत्व है
ऐसी धारणा है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है
मकर संक्रान्ति के अवसर पर गंगास्नान एवं गंगातट पर दान को अत्यन्त शुभ माना गया है
मकर संक्रांति से जुडी मान्यताएं
मकर सक्रान्ति को लेकर मान्यता है कि इस दिन सूर्य भगवान अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाते हैं
चूँकि शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं, अत: इस दिन को मकर संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है
मकर संक्रान्ति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई सागर में जाकर मिली थीं
उपसंहार
मकर संक्रांति का पर्व धार्मिक होने के साथ साथ एक उत्साह से भी जुड़ा है. इस दिन पतंग उड़ाने का भी विशेष महत्व होता है
इस दिन कई स्थानों पर पतंगबाजी के बड़े-बड़े आयोजन भी किए जाते हैं. लोग बेहद आनंद और उल्लास के साथ पतंगबाजी करते हैं
लेकिन हमारा यह शौंक कहीं मूक जीवों के प्राणों का दुश्मन ना बन जाये बस इसी बात का हमें ध्यान रखना चाहिए
मांझे की डोर से आकाश में उड़ रहे पक्षियों की असामायिक मौत हो जाती है. साथ ही घरों की छतों पर पतंग उड़ाते समय हमें खुद का भी का ध्यान रखना चाहिए
“बड़े ध्यान से पतंग उड़ाएं
मिलकर मकर संक्रांति मनाएं”
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संक्षेप में
उम्मीद है कि आपको मकर संक्रांति पर निबंध – Essay on Makar Sankranti in Hindi अच्छा लगा होगा. अगर आपको निबंध अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !