क्या आप मेरा भारत देश पर निबंध (Mera Bharat Desh Essay in Hindi) लिखना चाहते हैं. तो इस पोस्ट के माध्यम से आज मैं आपको भारत पर निबंध कैसे लिखें इसके बारे में जानकारी दूंगा. तो आइए बिना समय गवाएं पढ़ते हैं
मेरा भारत देश पर निबंध – Mera Bharat Desh Essay in Hindi

“जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं
वह हृदय नहीं पत्थर है जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं”
जन्म देने वाली मां और जन्म लेने के बाद मां एवं संतान का भरण पोषण करने वाली धरती मां से बढ़कर संसार में भला और कौन हो सकता है. मां और मातृभूमि किसी भी व्यक्ति के जीवन की वह अनमोल निधि है जिसके आगे तीनों लोकों का सुख न्योछावर है
इसी प्रकार मेरा देश भारत विश्व के सभी देशों में सबसे महान है. जहां विभिन्न धर्म-जाति के लोग बिना किसी भेदभाव के एक साथ निवास करते हैं. मेरा भारत देश अपनी एकता और अखंडता के लिए विश्व में सर्वोपरि है
कहा भी गया है कि ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना’ अर्थात जहां मेरा भारत देश एक तरफ एकता का संदेश देता है वहीं दूसरी ओर मानवीयता का
भारत एक ऐसा देश है जिसे सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता है. हमारा देश प्राचीन समय में अंग्रेजों व कई विदेशी देशों ने जकड़ा हुआ था. इसी संदर्भ में दादा भाई नौरोजी ने कहा था – ‘अंग्रेजों ने उस स्पंज की नीति के समान कार्य किया है जो गंगा नदी के किनारे से धन उठाता है और टेम्स नदी के तट पर छोड़ता है’
ठीक इसी प्रकार भारत का अत्यधिक तरीके से हनन किया गया. किंतु भारत ने अपनी एकता का परिचय देकर एक स्वतंत्र राष्ट्र की नीवं रखी जोकि वर्तमान समय में ‘भारत’ के नाम से विश्व मानचित्र पर ध्रुव तारे की भांति चमकता है
“तन समर्पित, मन समर्पित और यह जीवन समर्पित
चाहता हूं देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं”
वर्तमान समय में हमारा देश विकासशील देशों में गिना जाता है. क्योंकि आज भी हमारे देश में कई बुराईयां जैसे मुनाफाखोरी, कालाबाजारी, रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार विद्यमान है जोकि इसके विकास में अत्यधिक बाधक सिद्ध हुए हैं
इसका एकमात्र निवारण यही है कि जब तक हर व्यक्ति अपने देश को अपना परिवार नहीं समझेगा तब तक यह देश दीमक के द्वारा खोखला होता रहेगा
आवश्यक है हर व्यक्ति अपने हृदय में देशप्रेम की भावना को जागृत करें. इसीलिए कहा भी गया है ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ मतलब जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है
भारत एक ऐसा देश है जहां अनेक प्रकार के रीति-रिवाज मनाएं जाते हैं तथा विभिन्न वेशभूषा अपनाई जाती है. यहाँ चाहे हिंदू या मुस्लिम हर व्यक्ति अपने धार्मिक त्योहार मनाने के लिए स्वतंत्र है
मुस्लिम जहां एक और ईद पर गले मिलते हैं, वही हिंदू दीपावली पर दीप प्रज्वलित करते हैं. जहां रमजान शब्द में राम बसता है वहीं दीपावली का संधि विच्छेद करें तो अली मिलता है
इस देश की वास्तविक सौंदर्यता है और इसीलिए कहा भी जाता है कि ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा… सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा’
आज भारत को विकसित देशों में गिनने के लिए कई अथक प्रयास किए जा रहे हैं. हमारी सरकार द्वारा कई प्रोग्राम या अभियान चलाए जा रहे हैं जैसे आत्मनिर्भर भारत, सब पढ़े सब बढ़े इत्यादि जोकि भारत को एक नई दिशा प्रदान करता है
उपयुक्त विवरण द्वारा कहा जा सकता है कि भारत एक ऐसा देश है जहां हर एक ऋतु आती है, जहां विभिन्न जाति के लोग एक साथ रहते हैं, जहां विभिन्न बोलियां बोली जाती है किंतु सब कुछ अलग-अलग होते हुए भी एकता हमारा परिचय देती है
उत्तर में जम्मू से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक, पूर्व से लेकर पश्चिम तक भारत एक ही डोर में बंधा हुआ है. अतः हम कह सकते हैं :-
“भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्तां हमारा है”
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संक्षेप में
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