क्या आप मिश्रण और यौगिक में अंतर (Difference between Mixture and Compound in Hindi) जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी है. इस पोस्ट के माध्यम से आपको मिश्रण और यौगिक में क्या-क्या विशेषताएं हैं तथा इनकी परिभाषाएं बताई गई है. तो आइए पढ़ते हैं
मिश्रण किसे कहते है ?
दो या दो से अधिक शुद्ध द्रव्यों को किसी भी अनुपात में मिलाने से जो पदार्थ बनता है उसे मिश्रण (mixture) कहते हैं. इसके प्रत्येक भाग के गुणधर्म तथा संघटन समान नहीं होते हैं. जैसे – लोहे का बुरादा तथा रेत का मिश्रण, वायु आदि
यौगिक किसे कहते है ?
दो या दो से अधिक तत्वों को एक निश्चित अनुपात में मिलाने से जो पदार्थ बनता है उसे यौगिक (compound) कहते हैं. इसका संघटन निश्चित होता है तथा इसके गुण अवयवी तत्वों के गुणों से भिन्न होते हैं. इसके अणु में दो या दो से अधिक प्रकार के परमाणु होते हैं. जैसे – जल (H2O), कैल्सियम क्लोराइड (CaCl2) आदि
मिश्रण और यौगिक में अंतर

मिश्रण (Mixture) | यौगिक (Compound) |
---|---|
मिश्रण दो या दो से अधिक शुद्ध द्रव्यों को किसी भी अनुपात में मिलाने से बनता है | यौगिक दो या दो से अधिक तत्वों को एक निश्चित अनुपात में मिलाने से बनता है |
इसमें अवयवी द्रव्यों के गुणधर्म विद्यमान रहते हैं | इसके गुणधर्म तत्वों के गुणधर्मों से भिन्न होते हैं |
इसके अवयवों को भौतिक विधियों द्वारा अलग किया जा सकता है | इसके अवयवों को भौतिक विधियों द्वारा अलग नहीं किया जा सकता है |
इसके बनने में कोई रासायनिक परिवर्तन नहीं होता | इसके बनने में रासायनिक परिवर्तन होता है |
इसके बनाने में न तो ऊर्जा की आवश्यकता होती है और न ही उसकी उत्पत्ति होती है | इसके बनाने में या तो ऊर्जा की आवश्यकता होती है अथवा उसकी उत्पत्ति होती है |
यह प्रायः विषमांग होता है (कुछ को छोड़कर) | यह समांग होता है |
इसके भौतिक स्थिरांक (गलनांक, क्वथनांक आदि) निश्चित नहीं होते हैं | इसके भौतिक स्थिरांक निश्चित होते हैं |
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मिश्रण की विशेषताएं
मिश्रण की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-
(1) विषमांगता
प्राय: मिश्रण विषमांग (Heterogeneous) होते हैं. जैसे – गन्धक और लोहे के बुरादे के मिश्रण में गन्धक के पीले तथा लोहे के काले कण अलग-अलग दिखाई देते हैं
(2) अनिश्चित अनुपात
मिश्रण के अवयवी पदार्थ अनिश्चित अनुपात में होते हैं अर्थात इनका संघटन अनिश्चित होता है. जैसे – लोहे के बुरादे तथा गन्धक को किसी भी अनुपात में मिलाने पर मिश्रण प्राप्त होता है
(3) विशिष्ट गुणों का अभाव
मिश्रण का कोई विशिष्ट गुण नहीं होता है. मिश्रण में मिले अवयवों के गुण ही इसके गुण माने जाते हैं. जैसे – लोहे तथा गन्धक के मिश्रण में तनु गन्धक का अम्ल मिलाने पर हाइड्रोजन गैस निकलती है. यह लोहे का गुण है
(4) पृथक्करण
मिश्रण के अवयवों को भौतिक विधियों द्वारा अलग-अलग किया जा सकता है. उदाहरण के लिए – लोहे का बुरादा तथा गन्धक के मिश्रण में कार्बन डाइसल्फाइड मिलाने पर गन्धक घुल जाता है. मिश्रण में केवल लोहा अविलेय बचता है
(5) ऊर्जा परिवर्तन
सामान्यतः मिश्रण बनाने में कोई ऊर्जा परिवर्तन नहीं होता है
(6) रासायनिक बन्धन
मिश्रण में उपस्थित अवयव कोई नया रासायनिक बन्ध स्थापित नहीं करते, अतः इनमें नए अणु नहीं बनते हैं
यौगिक की विशेषताएं
यौगिक की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं :-
(1) समांगता
यौगिक शुद्ध तथा समांग पदार्थ होता है
(2) निश्चित अनुपात
यौगिक में अवयवी तत्वों का अनुपात सदैव निश्चित होता है
(3) विशिष्ट गुण
यौगिकों के गुणधर्म सदैव अपने अवयवी तत्वों के गुणधर्मों से भिन्न होते हैं. जैसे – जल द्रव है तथा इसके अवयवी तत्व हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैसें हैं. हाइड्रोजन दाह्य है और ऑक्सीजन दहन में सहायक है, जबकि जल आग को बुझाता है
(4) पृथक्करण
यौगिक में उपस्थित अवयवी तत्वों को भौतिक विधियों जैसे – छानना, निधारना, विलयन बनाकर अथवा चुम्बक द्वारा पृथक नहीं किया जा सकता है
(5) ऊर्जा परिवर्तन
यौगिक के बनने में ऊष्मा, विद्युत, प्रकाश, ध्वनि आदि ऊर्जा उत्पन्न अथवा अवशोषित होती है
(6) रासायनिक बन्धन
“तत्वों के परमाणु रासायनिक बन्ध स्थापित करके यौगिक का अणु बनाते हैं. इन बन्धों में तत्वों की बाहरी कक्षा में उपस्थित इलेक्ट्रॉन भाग लेते हैं, इसलिए इनको संयोजकता इलेक्ट्रॉन कहा जाता है” इन बन्धों की व्याख्या परमाणु संरचना के आधार पर की जाती है
संक्षेप में
इस पोस्ट को पूरा पढ़कर आपको मिश्रण और यौगिक में अंतर (Difference between Mixture and Compound in Hindi) अच्छे से समझ आया होगा. इसी तरह की विभिन्न जानकारियां MDS BLOG पर प्रकाशित होती रहती है. आज ही MDS के साथ जुड़े जानकारियों को सबसे पहले पाने के लिए