My Father Essay in Hindi : हेलो बच्चों कैसे हो? उम्मीद है आप अच्छे होंगे. क्या आप मेरे पिता पर निबंध लिखना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए एकदम सही है
नमस्कार MDS BLOG में आपका हार्दिक स्वागत है. आज मैं आपको मेरे पिता पर निबंध कैसे लिखते हैं इसके बारे में बताऊंगा. यह निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 तक के विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी है. तो आइए जानते हैं
मेरे पिता पर निबंध – My Father Essay in Hindi

“पिता एक उम्मीद है, आस है पिता,
बच्चों की हिम्मत और विश्वास है पिता”
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उसके पिता की एक खास भूमिका होती है. पिता उस महान शख्सियत को कहते हैं जो अपने परिवार के सपनों को साकार करने के लिए अपनी सपनों की धरती बंजर ही छोड़ देता है. बिल्कुल ऐसे ही हैं मेरे पिता
मेरे पिता दुनिया के सबसे प्यारे पिता हैं. मेरे पिता मेरे लिए किसी हीरो से कम नहीं वे मेरे सबसे पक्के दोस्त हैं. मेरे पिता मेरे लिए एक आदर्श प्रेरणास्त्रोत है वे एक बहुत अच्छे इंसान हैं
मैने अपने जीवन में उनके समान इंसान कभी नहीं देखा. मेरे पिता मेरी बहुत मदद करते हैं वे रोज सुबह मुझे स्कूल छोडने आते हैं. मेरा गृहकार्य पूरा कराने में बहुत मदद करते हैं. वे मेरा बहुत ख्याल रखते हैं
मेरे पिता एक स्वस्थ तथा तंदुरुस्त व्यक्ति हैं. वे हमेशा खुश रहते हैं तथा परिवारवालों को भी खुश रखते हैं. वे प्रत्येक कार्य समयानुसार ही करते हैं
वो हमेशा सही समय पर ऑफिस जाते हैं और हमें भी स्कूल सही समय पर जाने के लिये सिखाते हैं. उनके अनुसार समय ही सबसे अधिक मूल्यवान होता है. वे हम सभी को कभी भी समय खराब करने से मना करते हैं
मेरे पिता हमेशा मुश्किल समय में सबकी मदद करते हैं. मेरे पिता मेरी माँ का बहुत सम्मान करते हैं और उनकी अच्छे से देखभाल करते हैं
माँ के बीमार होने पर वे किचन में भी मदद भी करते हैं. चाहे सुख हो, चाहे दुख वो हर परिस्थिति में माँ के साथ खड़े रहते हैं. उनका यह गुण उनका कद हमारी नजरों में और भी अधिक बढ़ा देता है. मेरे पिता हमारे पूरे परिवार का ख्याल रखते हैं
मेरे पिता हमें बहुत सारी अच्छी आदतें सिखाते हैं उनके अनुसार हमें अपने से बड़ों और छोटों दोनों का ही सम्मान करना चाहिए
मेरे पिता मुझे जीवन की हर एक परिस्थिति का डटकर सामना करना सिखाते हैं. मुझे अपने पिता से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. वे मेरे आदर्श और सच्चे मित्र हैं. मैं उनसे बहुत प्यार करता हूँ
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संक्षेप में
मां की भूमिका हमारे जीवन में जितनी अधिक है उससे कई ज्यादा अधिक पिता की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है. मां हमें खाली पेट नहीं देख सकती लेकिन एक पिता जीवन भर हमारा पेट भरने के लिए अपना पेट खाली रख सकता है जिसने भी कहा है एकदम सही कहा है
दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको मेरे पिता पर निबंध – My Father Essay in Hindi अच्छा लगा होगा. अगर आपको यह निबंध पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा. MDS BLOG पर यह निबंध पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!