पर्यावरण का महत्व { Importance of Environment in Hindi } – हमारे जीवन में पर्यावरण की क्या भूमिका है इस बात से हम भलीभांति परिचित हैं. तो क्या आप पर्यावरण का महत्व पर निबंध जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए ही तैयार की गई है
नमस्कार दोस्त MDS BLOG में आपका स्वागत है आज मैं आपको पर्यावरण का महत्व क्या है इसके बारे में एक शानदार निबंध लिखना सिखाऊंगा. तो आइए जानते हैं
पर्यावरण का महत्व – Importance of Environment
पर्यावरण प्रत्येक जीव की वृद्धि एवं विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मुख्य रूप से मानव के मानसिक दृष्टिकोण से विकसित होने के कारण, मानव ने न केवल अपने जीवन के लिए आवश्यक आधारभूत आवश्यकताओं को प्राप्त किया है, बल्कि अपनी भविष्य की पीढ़ी हेतु भी एकत्र किया है
इस कारण हमारे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है जिसका दुष्प्रभाव समस्त विश्व में महसूस किया जा रहा है. इसीलिए पर्यावरण के महत्व को समझना आवश्यक है ताकि हम इसे सहेज कर रख सके और इसका उपयोग समुचित मात्रा में ही करें. पर्यावरण का महत्व निम्नलिखित प्रमुखों में समझा जा सकता है
पर्यावरण एक प्राकृतिक घर
पर्यावरण सभी जीवों को एक प्राकृतिक घर या आश्रय प्रदान करता है. हालांकि, इंसानों ने अपनी आरामदायक जीवन शैली के लिए बेहतर सुविधाएं पाने हेतु जगह का उपयोग किया है. घरों के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री केवल हमारे पर्यावरण से ही आती है इसीलिए प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग हमें सीमित मात्रा में करना चाहिए
पर्यावरण से ऊर्जा
प्रत्येक जीव को शरीर के अंदर विभिन्न उपचाया क्रियाओं जैसे भोजन एकत्रीकरण, आवागमन आदि के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह ऊर्जा हमें पर्यावरण यानी हरे भरे पौधों से प्राप्त होती है जो सूर्य की ऊर्जा को संश्लेषित कर अपने लिए एवं पर्यावरण में अन्य जीवों के लिए भोजन का निर्माण करते हैं
ऑक्सीजन की आपूर्ति
हमारे पर्यावरण के विभिन्न घटक हवा से शुद्धिकरण और सभी के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध करते हैं. हम सभी जानते हैं कि हर जीव को उसके चयापचय गतिविधियों के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और बदले में कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज होती है
ऑक्सीजन की इस निरंतर आपूर्ति को हमारे पर्यावरण में हरे भरे पौधों द्वारा सुनिश्चित किया जाता है. यह केवल हरे-भरे पौधे ही हैं जो कार्बन डाइऑक्साइड का इस्तेमाल करते हैं और ऑक्सीजन को छोड़ते हैं इस प्रकार पर्यावरण का शुद्धिकरण होता है
शुद्ध पेयजल की आपूर्ति
सभी जैविक गतिविधियों के लिए पानी अति आवश्यक है. हमारे पर्यावरण के जैविक और अजैविक घटक प्रदूषित पानी में से जल को वाष्पित करते हैं और संक्षेपण के बाद शुद्ध जल पृथ्वी के विभिन्न भू भागो में वितरित कर दिया जाता है. पृथ्वी की विभिन्न मिट्टी परत एक चलनी के रूप में कार्य करती है और पानी के शुद्धिकरण में सहायता करती है
पर्यावरण की विशेषताएं
- पर्यावरण का निर्माण जैविक और अजैविक तत्वों से मिलकर होता है.
- जीवों के चारों और की वस्तुएं पर्यावरण का निर्माण करती है.
- पर्यावरण सदैव परिवर्तनशील है इसकी परिवर्तनशीलता का प्रमुख कारण सूर्य से प्राप्त उर्जा है.
- पर्यावरण के प्रति जीवों में अनुकूलता पाई जाती है.
- पर्यावरण स्व-पोषण व स्व-नियंत्रण पर आधारित है.
- पर्यावरण के अंतर्गत विशिष्ट भौतिक क्रियाएं कार्यरत होती है.
- पर्यावरण में जैव-जगत का निवास पाया जाता है.
- पर्यावरण के जीवों में परस्पर सहवास अनिवार्य लक्षण है.
- पर्यावरण में संसाधनों का भंडार है.
- पर्यावरण का प्रभाव दृश्य और अदृश्य दोनों रूप में परिलक्षित होता है.
पर्यावरण औषधियों का घर
मनुष्य अपने जीवन के दौरान विभिन्न बीमारियों से पीड़ित रहता है और हमें विभिन्न प्रकार की दवाइयां इसी पर्यावरण से मिलती है. आयुर्वेदिक दवाइयां पौधों से पैदा होती है जबकि एलोपैथिक दवाइयां कृत्रिम रूप से तैयार होती है या प्राकृतिक संसाधनों निकाली जाती है. इस प्रकार किसी भी मामले में दवाइयां पर्यावरण से ही आती है इसीलिए पर्यावरण को औषधियों का घर कहा जा सकता है
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संक्षेप में
दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको पर्यावरण का महत्व – Importance of Environment in Hindi पर यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी. अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा ताकि उन्हें भी पर्यावरण का महत्व समझ में आ सके
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