क्या आप भी पर्यावरण संरक्षण पर निबंध – Environmental Protection Essay in Hindi लिखना चाहते हैं तो आपने एकदम सही पोस्ट को खोला है
आज मैं आपको पर्यावरण संरक्षण पर निबंध कैसे लिखते हैं इसके बारे में जानकारी दूंगा. यह निबंध कक्षा 6 से लेकर 12 तक के सभी विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी है. तो आइए जानते हैं
1) पर्यावरण संरक्षण पर निबंध : 300 शब्द

प्रस्तावना
हमारे आस-पास पाई जानें वाली सभी वस्तुएँ, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु, हवा, मिट्टी, मानव आदि मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं. पर्यावरण संरक्षण का यह अभिप्राय है कि पर्यावरण को जीवन के अनुकूल बनाकर उसका पूर्ण रूप से संरक्षण करना
पर्यावरण संरक्षण का महत्व
पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत पर्यावरण पर ही निर्भर करती है. पर्यावरण से हमें जीवन जीने के लिए सभी आवश्यक वस्तुएँ, भोजन, जल, हवा, कपड़े इत्यादि प्राप्त होते हैं
कहा जाय तो पर्यावरण हमारी माँ समान है. बिना पर्यावरण के पृथ्वी पर जीवन संभव ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षी, कीट-पतंग सभी पूरी तरह से पर्यावरण पर आश्रित है
आज बढ़ता हुआ प्रदूषण, गंदगी और ग्लोबल वार्मिंग जैसा खतरा हमारे पर्यावरण पर मंडरा रहा है. इसलिए, पर्यावरण का संरक्षण करना हमारे लिए बहुत जरुरी हो गया है
पर्यावरण संरक्षण के उपाय
चूँकि हमारा पर्यावरण जल, वायु, मृदा, आदि से बना है इसलिए इन सभी घटकों को प्रदूषण से बचाकर हम पर्यावरण को संरक्षित कर सकते है
पर्यावरण संरक्षण के कुछ उपाय निम्न हैं :-
- अधिक से अधिक वृक्ष लगाएँ
- प्लास्टिक का उपयोग बंद करें
- कूड़े-कचरों का उचित प्रबंधन करें
- नदियों तथा झीलों इत्यादि में कूड़ा ना डालें
- कम दूरी तय करने के लिए पैदल चलें या साइकिल का इस्तेमाल करें
- ब्रश करते समय नल बंद दें
- वस्तुओं का पुन: चक्रण तथा पुन: उपयोग करें
उपसंहार
“पर्यावरण है, तो जीवन है” पर्यावरण को संरक्षित करना तथा उसका ध्यान रखना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है. जब हर व्यक्ति अपनी ओर से कदम बढ़ाएगा तो बढ़ते प्रदूषण, कचरे, तथा बढ़ती आबादी का स्वयं ही उपाय निकल कर आएगा जो पर्यावरण को संरक्षित करेगा
पर्यावरण इस धरती की सुंदरता है. इसे हरा-भरा, स्वच्छ और जीवन के अनुकूल बनाए रखना ही पर्यावरण संरक्षण का मुख्य लक्ष्य है
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2) पर्यावरण संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में

“पर्यावरण संरक्षण को अपनाएं,
स्वस्थ और खुशहाल जीवन पाएं”
प्रस्तावना
पर्यावरण एक ऐसा आवरण होता है, जो हमें चारों तरफ से ढ़क कर रखता है. मानव जीवन पूरी तरह से पर्यावरण पर ही निर्भर है. बिना पर्यावरण के हम मानव जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते
हम चाहें तो भी हम खुद को पर्यावरण से अलग नहीं कर सकते. वायु, जल, मृदा, पेड़-पौधे, वनस्पति, समस्त प्राणी जगत सब पर्यावरण का ही हिस्सा हैं
पर्यावरण संरक्षण का अर्थ
पर्यावरण अनंत काल से मानव को संसाधन प्रदान करता आया है. मानव ने भी इन संसाधनों का भरपूर उपयोग किया है. ईश्वर ने हमारे पर्यावरण को बहुत ही अद्भुत और सुंदर बनाया है
हरे-भरे वृक्ष, रंग-बिरंगे पुष्प, चहचहाते पक्षी सभी का मन आकर्षित कर लेते हैं. जल तथा वायु मानव जीवन के अस्तित्व को बनाए रखते हैं. ये सभी मिलकर पर्यावरण कहलाते हैं
पर्यावरण के अंतर्गत आने वाली प्रत्येक सजीव तथा निर्जीव वस्तु को बचाकर रखना ही पर्यावरण संरक्षण कहलाता है
पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता क्यों है ?
आज बढ़ते औद्योगिकीकरण और नगरीकरण के कारण पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. बढ़ते विकास के साथ ही मानव की अभिलाषा तथा आवश्यकता भी बढ़ती जा रही है
आज मानव विकास की दौड़ में इतना अंधा हो गया है कि उसने पर्यावरण का ही दोहन करना प्रारम्भ कर दिया है. किंतु पर्यावरण का अत्यधिक दोहन सम्पूर्ण मानव जाति हेतु खतरे का विषय बन गया है
आज जल, वायु, मृदा सब प्रदूषित है. यदि समय रहते पर्यावरण संरक्षण ना किया गया तो मनुष्य को ना तो पीने योग्य स्वच्छ जल मिल पाएगा और ना ही सांस लेने हेतु शुद्ध वायु, अतः पर्यावरण का संरक्षण अनिवार्य है
पर्यावरण संरक्षण के उपाय
पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु सबसे पहले पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली वस्तुओं जैसे कि प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर देना चाहिए. ऐसी वस्तुएं खरीदनी चाहिए जिनका पुनः उपयोग किया जा सके
बिजली की खपत उतनी ही करनी चाहिए जितनी आवश्यकता हो. पेट्रोल-डीजल की बजाए सी.एन.जी. गैस का प्रयोग करना चाहिए. कचरा नदी-नालों में नहीं बहाना चाहिए
सरकार द्वारा औद्योगिक कचरे के प्रबंधन के उपाय किये जाने चाहिए तथा समय-समय पर जन-जागरूकता फैलाकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. सबसे आवश्यक हम सभी को अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखना चाहिए
उपसंहार
धरती पर एक स्वस्थ जीवन जीने हेतु पर्यावरण संरक्षण अति आवश्यक है. यद्यपि सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है, फिर भी व्यक्तिगत प्रयास अति आवश्यक हैं
हम सभी को जागरुक और सचेत रहकर हर एक प्रदूषण जैसे जल, वायु, ध्वनि, मृदा आदि से बचने के उपाय कर अपनी पृथ्वी को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना योगदान अवश्य देना चाहिए
“स्वच्छ पर्यावरण है स्वस्थ जीवन का आधार,
प्रदूषित करके इसे मत करो जीना दुश्वार”
FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है ?
हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस मनाया जाता है
पर्यावरण संरक्षण क्या है और कैसे करें ?
पर्यावरण के अंतर्गत आने वाली प्रत्येक वस्तु को संरक्षित करना ही पर्यावरण संरक्षण कहलाता है इसे संरक्षित करने का सबसे आसान उपाय अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना है
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संक्षेप में
दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको पर्यावरण संरक्षण पर निबंध (Paryavaran Sanrakshan Essay in Hindi) पसंद आया होगा. अगर आपको यह निबंध कुछ काम का लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा
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