नमस्कार क्या आप भी पत्र-पत्रिकाओं के लाभ और महत्व पर निबंध जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी
इस पोस्ट में आज आपको पत्र-पत्रिकाओं की उपयोगिता क्या है जानने को मिलेगी. तो आइए बिना समय गवाएं निबंध जानते हैं
पत्र-पत्रिकाओं के लाभ – Benefits of Magazines

“पत्र-पत्रिकाएं स्वस्थ मनोरंजन का साधन,
होता है इनसे बौद्धिक ज्ञान का अर्जन”
प्रस्तावना
मनुष्य एक जिज्ञासु एवं ज्ञान-पिपासु प्राणी है. वह विभिन्न साधनों एवं माध्यमों से अपनी जिज्ञासा एवं ज्ञान-पिपासा शांत करता आया है
मनुष्य अपना ज्ञान बढाने हेतु अनेक साधनों का प्रयोग करता है. ऐसे ही साधनों में एक है – पत्र-पत्रिकाएँ, जिनके द्वारा मनुष्य अपना ज्ञानवर्धन तथा मनोरंजन करता है
पत्र-पत्रिकाओं से आशय
पत्र-पत्रिकाएं कहो या समाचार पत्र दोनों ही एक ही बात है. मनुष्य की दिनचर्या ही पत्र-पत्रिकाओं से शुरू होती है. हमारे आस-पास व देश-विदेश की घटनाओं की जानकारी हमें पत्र-पत्रिकाओं से ही प्राप्त होती है. रोजाना शिक्षा, मनोरंजन, साहित्य आदि की प्रमुख खबरें पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती हैं
पत्रिकाओं के प्रकार
पत्र-पत्रिकाओं के प्रकाशन अवधि के आधार पर इन्हें कई वर्गों में बाटा जा सकता है. सप्ताह में एक बार प्रकाशित की जाने वाली साप्ताहिक पत्रिकाएँ कहलाती हैं. जैसे- इंडिया टुडे, साप्ताहिक हिन्दुस्तान आदि
पंद्रह दिनों में एक बार छापी जाने वाली पाक्षिक पत्रिकाएं कहलाती हैं. जैसे- साहित्य कुंज, चंपक, लोट-पोट, सरिता आदि
महीने में एक बार छपने वाली पत्र-पत्रिका को मासिक पत्रिकाएँ कहा जाता है जैसे- गृहशोभा, प्रतियोगिता दर्पण, मनोरमा आदि. इनके अलावा कुछ पत्रिकाओं का वार्षिकांक और अर्ध वार्षिकांक भी प्रकाशित होता है
पत्र-पत्रिकाओं से होने वाले लाभ
1) ज्ञान एवं मनोरंजन का भंडार
पत्र-पत्रिकाओं से हमें तरह-तरह का ज्ञान प्राप्त होता है. इन्हें पढ़ने से ज्ञानवर्धन के साथ-साथ हमारा मनोरंजन भी होता है. वैसे भी पत्र-पत्रिकाएँ और पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती हैं
पत्र-पत्रिकाओं में छपी कहानियों से हमारा मनोरंजन तो होता ही है साथ में हमें नैतिक ज्ञान भी मिलता है. इन्हें पढ़ने से हमारे अंदर मानवीय मूल्यों की समझ पैदा होती है
2) पढ़ने की स्वस्थ आदत का विकास
पत्र-पत्रिकाओं के नियमित पठन से पढ़ने की स्वस्थ आदत का विकास होता है. अगर बच्चे में पढ़ाई के प्रति उत्साह जगाना है तो उनमें पत्र-पत्रिकाओं को पढ़ने की आदत डाल देनी चाहिए
इनमें छपी कहानियाँ, चुटकुले, आकर्षक चित्र देखकर बच्चा इसमें रुचि लेगा फिर धीरे-धीरे पढ़ाई में भी मन लगाने लगेगा. इसके साथ ही मोबाइल पर वीडियो गेम्स खेलकर सेहत खराब करने से बेहतर है कि पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से कुछ ज्ञान वर्धन ही कर लिया जाए
3) बौद्धिक विकास में सहायक
पत्र-पत्रिकाएँ मनुष्य के बौद्धिक विकास का सर्वोत्तम साधन हैं. पत्र पत्रिकाओं में छपे लेख, वर्ग पहेलियाँ, शब्दों का वर्गजाल, बताओ तो जानें जैसे स्तंभ हमारे मस्तिष्क की कसरत कराते हुए हमारे ज्ञान को बढ़ाते हैं
साथ ही इसमें पाठकों को भी अपनी रचनाएं एवं किस्से-कहानियां भेजने का मौका दिया जाता है. जिसके जरिए पाठकों का भी उत्साहवर्धन होता है. सफर में इनसे अच्छा साथी और कौन हो सकता है. इनसे खाली समय आराम से कट जाता है
4) रोजगार में भी सहायक
पत्र-पत्रिकाएं ज्ञान व मनोरंजन के साथ-साथ रोजगार का साधन भी हैं. इनके प्रकाशन में लाखों लोगों को रोजगार मिला है बहुत से लोग इन्हें बाँटकर और बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं. बहुत से लोग पढ़ने के बाद इनके लिफाफे बनाकर अपनी आजीविका चला रहे हैं. इस प्रकार पत्रिकाएँ आम के आम और गुठलियों के दाम की कहावत को चरितार्थ कर रही हैं
उपसंहार
पत्र-पत्रिकाएँ हमारी सच्ची मित्र हैं इनको पढ़ना ना केवल हमारे जीवन में कई अच्छे बदलाव लाता है बल्कि हमारे जीवन पर एक अच्छी छाप भी छोड़ता है
ये हमारे सामने ज्ञान के अनगिनत मोती बिखराती हैं इनमें से कितने मोती हम एकत्र कर सकते हैं, यह हमारी क्षमता पर निर्भर करता है. हमें पत्र-पत्रिकाओं के पठन की आदत डालनी चाहिए तथा विशेष अवसरों पर उपहारस्वरूप पत्रिकाएँ देकर हमें औरों का भी ज्ञानवर्धन करना चाहिए
“पत्र-पत्रिकाएं मनोरंजन संग ज्ञान हैं बढ़ाती,
वास्तविकता से हमारा परिचय हैं कराती”
Read More –
संक्षेप में
दोस्तों मुझे उम्मीद है आपको समाचार पत्र के लाभ – benefits of newspaper in Hindi अच्छा लगा होगा. अगर आपको यह निबंध कुछ काम का लगा है तो इसे जरूर सोशल मीडिया पर शेयर कीजिएगा
अगर आप नई नई जानकारियों को जानना चाहते हैं तो MDS BLOG के साथ जरूर जुड़िए जहां की आपको हर तरह की नई-नई जानकारियां दी जाती है. MDS BLOG पर यह पोस्ट पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!