नमस्कार दोस्तों क्या आप राष्ट्रीय पर्व पर निबंध – National festival Essay in Hindi खोज रहे हैं तो यह पोस्ट आपके लिए काफी लाभकारी साबित होगी
इस पोस्ट में आपको हमारे राष्ट्रीय पर्व पर निबंध कैसे लिखा जाता है इसके बारे में बताया गया है. दोस्तों चलिए राष्ट्रीय पर्व पर निबंध की शुरुआत करते हैं
राष्ट्रीय पर्व पर निबंध – Essay on National festival in Hindi
प्रस्तावना
मानव हमेशा से उत्सवप्रिय रहा है इसका कारण यह है कि उत्सवों अर्थात् पर्वों से मानव-जीवन की नीरसता दूर होती है तथा रोचकता एवं आनन्द में वृद्धि होती है. पर्वो से हमें नई प्रेरणा प्राप्त होती है. कुछ पर्व विशेष जाति या धर्म के लोगों के होते है जैसे- होली, दीपावली, दशहरा, गुरुपर्व, ईद, क्रिसमस आदि
कुछ पर्व ऐसे होते हैं जिनका सम्बन्ध किसी विशेष जाति या धर्म के लोगों से न होकर समस्त राष्ट्र से होता है. ऐसे पर्व राष्ट्रीय पर्व कहलाते हैं. इन पर्वो को सम्पूर्ण राष्ट्र बड़े उत्साह से मनाता है. हमारे देश भारत में तीन राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस एवं गांधी जयंती है
हमारे राष्ट्रीय पर्व
भारत एक विशाल देश है एवं पूरे विश्व में भारत को सांस्कृतिक देश भी माना जाता है. भारत देश में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाते हैं
15 अगस्त | |
26 जनवरी | |
2 अक्टूबर |
स्वतंत्रता दिवस
हमारे देश में स्वतन्त्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है. इसे स्वाधीनता दिवस भी कहते हैं. सन् 1947 ई० में इसी दिन भारत अंग्रेजों की दासता से मुक्त हुआ था. इस स्वतन्त्रता को प्राप्त करने के लिए देशवासियों को गांधीजी के नेतृत्व में एक लम्बा अहिंसात्मक आन्दोलन करना पड़ा था
15 अगस्त के दिन सम्पूर्ण देश में स्वतन्त्रता दिवस हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया जाता है. विद्यालयों एवं कार्यालयों में राष्ट्रध्वज फहराया जाता है. स्कूल के बच्चे प्रभातफेरियाँ निकालते हैं
इस दिन राष्ट्रवासी शहीदों के अमर बलिदान को याद करते हुए राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डताको बनाए रखने की प्रतिज्ञा करते हैं. दिल्ली के लाल किले की प्राचीर पर प्रधानमन्त्री राष्ट्रध्वज फहराते हैं तथा वहीं से राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं. रात्रि में सरकारी भवनों पर रोशनी की जाती है
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस प्रतिवर्ष 26 जनवरी को सम्पूर्ण देश में मनाया जाता है. 26 जनवरी, 1950 ई० को हमारे देश का अपना संविधान लागू हुआ था. इस तिथि का एक अन्य ऐतिहासिक महत्त्व भी है वह यह कि सन् 1929 ई० में 26 जनवरी के ही दिन रावी नदी के तट पर लाहौर कांग्रेस अधिवेशन में पं० जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में पूर्ण स्वराज्य का प्रस्ताव पारित किया गया था
26 जनवरी को सारे देश में विशेष समारोह आयोजित किए जाते हैं. प्रत्येक राज्य की राजधानी में विशेष परेड होती है. राष्ट्र की राजधानी दिल्ली में विशेष सजधज के साथ एक विशाल परेड निकाली जाती है. इस परेड में सेना के सभी अंगों के दस्ते, विभिन्न राज्यों की आकर्षक झांकियां, लोकनर्तक एवं विद्यार्थी आदि सम्मिलित होते हैं
गांधी जयंती
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्मदिन प्रतिवर्ष 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के रूप में समस्त देश में मनाया जाता है. महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई० को पोरबन्दर में हुआ था. गांधी जी ने अपनी वकालत छोड़कर देश सेवा में सारा जीवन अर्पित कर दिया था. कृतज्ञ राष्ट्र उनका जन्मदिन समारोहपूर्वक मनाता है
2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है. क्योंकि अपने पूरे जीवन भर महात्मा गाँधी जी अहिंसा के उपदेशक रहे. गाँधी जी सादा जीवन और उच्च विचार सोच के व्यक्ति थे. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 अक्टूबर को प्रतिवर्ष गांधी जयंती का समारोह भारत में पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाता है
उपसंहार
हमारे राष्ट्रीय पर्व हमारे अन्दर राष्ट्रीय चेतना का विकास करते हैं. ये त्योहार हमारे राष्ट्रीय संघर्ष के प्रतीक हैं जिन्हें मनाकर राष्ट्रीय चेतना पुनः जाग्रत होती है. इससे जनमानस प्रफुल्लित हो उठता है. हमें भी हर्षोल्लास से इन राष्ट्रीय पर्वों का सम्मान करना चाहिए तथा देश को शहीदों के बलिदान के लिए सदैव फलीभूत करना चाहिए
संक्षेप में
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