Hindi Essay

संक्रामक रोग या संचारी रोग पर निबंध हिंदी में

क्या आप संक्रामक रोग या संचारी रोग पर निबंध (Sanchari Rog Essay in Hindi) लिखना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं. आज इस पोस्ट के माध्यम से मैंने आपको संचारी रोग पर दो आसान हिंदी निबंध बतायें है. आइए बिना समय गवाएं पढ़ते हैं

1) संक्रामक रोग पर निबंध – Sankramak Rog Essay in Hindi

“स्वच्छता और सावधानी अपनाएं
संचारी रोग दूर भगाएं”

ऐसे रोग जो एक रोगग्रस्त व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में दूषित भोजन, जल, संपर्क या कीटनाशकों, जानवरों आदि के कारण फैलते हैं संचारी रोग कहलाते हैं. संचारी रोग रोगजनकों के कारण होते हैं जिनमें बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ शामिल हैं

एक संचारी रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कई तरीकों से प्रेषित हो सकता है. जैसे कि रक्त या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आना, वायुजनित वायरस रहित माहौल में साँस लेना या कीड़े के काटने से

एक रोगजनक आमतौर पर मानव शरीर में प्रवेश करते ही प्रजनन करना शुरू कर देता है तभी से व्यक्ति में लक्षण दिखना शुरू होने लगते हैं. अल्पकालिक लक्षणों के साथ कुछ संचारी रोग मामूली हो सकते हैं. हालांकि उनमें से कुछ गंभीर और घातक भी हो सकते हैं

किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली के आधार पर उनके लक्षणों की गंभीरता बदल सकती है. एचआईवी, हेपेटाइटिस, खसरा, इन्फ्लूएंजा और कोरोना रक्त जनित संक्रमण संचारी रोगों के कुछ उदाहरण हैं

संचारी रोगों के जोखिम को पूरी तरह से कम करने के लिए, विभिन्न प्रकार की स्वस्थ आदतों का होना आवश्यक है. घातक संक्रमण को पहचानने और उसका मुकाबला करने के लिए टीकाकरण एक बेहतर विकल्प है

अपने हाथों को नियमित रूप से धोने से खतरे को कम किया जा सकता है. घर पर सतहों को कीटाणु रहित करना, विशेष रुप से खिड़कियों, दरवाजों के हैंडल और रसोईघर में साफ सफाई बरतना जरूरी है

मोबाइल, लैपटॉप को भी कीटाणु रहित करना चाहिए. खाद्य पदार्थों को स्वच्छता के साथ अच्छी तरह से पकाना चाहिए. खराब खाना खाने से परहेज करना चाहिए. जंगली जानवरों को छूने से बचना चाहिए

हमें चाहिए कि हम घर के बाहर कूड़ा करकट ना होने दें. अक्सर बरसात के मौसम में संचारी रोग अधिक फैलते हैं. संचारी रोगों को फैलने से रोकने के लिए हम सभी को चाहिए कि हम अपने घरों के बाहर गन्दा पानी जमा ना होने दें जिससे घरों में संचारी या संक्रामक रोग ना फैले

संचारी रोगों की रोकथाम हेतु समय-समय पर सरकार द्वारा विभिन्न तरह के अभियान चलाए जाते हैं. जनता को इस विषय में अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है जिससे इन रोगों से बचा जा सके अथवा इनके होने पर संक्रमित व्यक्ति को उचित इलाज उपलब्ध हो सके

“सुरक्षा उपायों को अपनाएं
संचारी रोगों से खुद को बचाएं”

Read More :

2) संचारी रोग पर निबंध – Sanchari Rog Essay in Hindi

संचारी रोग पर निबंध

“स्वच्छता को अपनाएं
संचारी रोग दूर भगाएं”

प्रस्तावना

संचारी रोग वे रोग हैं जो एक व्यक्ति या जानवर से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं. वायरस, बैक्टीरिया और कवक जैसे रोगजनक ऐसे रोगों का कारण बनते हैं

संचारी रोग शारीरिक तरल पदार्थ, कीड़े के काटने, दूषित सतहों, पानी और खाद्य पदार्थों के संपर्क में आने या हवा के माध्यम से फैल सकते हैं

संचारी रोग क्या है

एक संचारी रोग कोई भी बीमारी है जो लोगों या जानवरों के बीच से गुजरती है. लोग कभी-कभी संचारी रोगों को “संक्रामक रोगों” के रूप में संदर्भित करते हैं

बैक्टीरिया, वायरस, कवक और प्रोटोजोआ सहित रोगजनक संचारी रोगों का कारण बनते हैं. हैजा, मलेरिया, खसरा, चेचक, खसरा, छोटी माता, प्लेग, कोरोना वायरस, स्वाइन फ्लू इत्यादि संचारी रोग हैं

क्या लक्षण है संचारी रोग के

एक बार जब कोई रोगजनक किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है तो वह अक्सर प्रतिकृति बनाना शुरू कर देता है. व्यक्ति तब लक्षणों का अनुभव करना शुरू कर सकता है

रोग के आधार पर लक्षण अलग-अलग होंगे. कुछ लोगों को किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होगा हालांकि, वे अभी भी रोगजनक संचारित कर सकते हैं

कुछ संचारी रोग हल्के हो सकते हैं और लक्षण कुछ दिनों के बाद गायब हो जाते हैं. हालांकि, कुछ गंभीर और संभावित रूप से जीवन के लिए खतरा हो सकते हैं. किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा कार्य के आधार पर लक्षण गंभीरता भिन्न हो सकती है

संचारी रोग की रोकथाम के उपाय

निम्नलिखित उपायों का पालन करके संचारी रोगों के फैलने का खतरा कम किया जा सकता है

  • अपने हाथों को अच्छी तरह और नियमित रूप से धोना
  • घर पर सतहों को कीटाणुरहित करना. विशेष रूप से खिड़कियों, दरवाजों के हैंडिल और रसोई को
  • मोबाइल, लैपटॉप इत्यादि को कीटाणुरहित करना
  • खाद्य पदार्थों को स्वच्छता के साथ अच्छी तरह से पकाना
  • खराब खाना खाने से परहेज
  • जंगली जानवरों को छूने से बचें
  • उपलब्ध टीकाकरण प्राप्त करना
  • मलेरिया का खतरा होने पर यात्रा करते समय मलेरिया रोधी दवाएं लेना

उपसंहार

संचारी रोगों की रोकथाम हेतु समय-समय पर सरकार द्वारा विभिन्न तरह के अभियान चलाए जाते हैं. जनता को इस विषय में अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है, जिससे इन रोगों से बचा जा सके अथवा इनके होने पर संक्रमित व्यक्ति को उचित इलाज उपलब्ध हो सके

“एक व्यक्ति से दूसरे में फैल ये जाते
होते संचारी रोग जब गंदगी हम फैलाते”

संक्षेप में

दोस्तों संचारी रोग पर निबंध (Sanchari Rog Essay in Hindi) आपको अच्छा लगा होगा मुझे ऐसी उम्मीद है. यदि आपको संक्रामक रोग पर यह निबंध अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिए

MDS BLOG आपको विभिन्न तरह के निबंध और जानकारियां दिन-प्रतिदिन देता रहता है. आज ही MDS के साथ जुड़े जानकारियों को सबसे पहले पाने के लिए

यह पोस्ट कितनी उपयोगी थी ?

Average rating / 5. Vote count:

अब तक कोई वोट नहीं, इस पोस्ट को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें

MDS Thanks 😃

पोस्ट अच्छी लगी तो सोशल मीडिया पर हमें फॉलो करें

हमें खेद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी नहीं थी !

हमें बताएं कि हम इस पोस्ट को कैसे बेहतर बना सकते हैं ?

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker