दोस्त नमस्कार क्या आप भी सरस्वती पूजा पर निबंध – Saraswati Puja Essay in Hindi जानना चाहते हैं तो मैं आपका दोस्त आज आपको बताऊंगा कि सरस्वती पूजा जिसे की वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है पर निबंध आप कैसे लिख सकते हैं. आइए सबसे पहले कुछ जरूरी पॉइंट पढ़ते हैं :-
त्यौहार | सरस्वती पूजा |
2023 में है | 26 जनवरी को |
दूसरे नाम | वसंत पंचमी, वसन्तोत्सव, श्रीपंचमी |
मनाई जाती है | माघ महीने में शुक्ल पंचमी को |
इस दिन पूजा जाता है | ज्ञान की देवी माँ सरस्वती को |
1) सरस्वती पूजा पर निबंध – Saraswati Puja Par Nibandh

“फूलो पर भँवरे मंडराये
रंगे-बिरंगी तितलियाँ आये
कोयल मधुर गीत सुनाये
मोर नाच कर इठलाए प्रकृति के अलबेले रंग
चलो मनाएँ वसंत पंचमी संग”
भारत देश में वसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता हैं. यह त्यौहार हिन्दुओं का एक लोकप्रिय त्यौहार हैं. यह त्यौहार हर वर्ष माघ महीने पाँचवे दिन मनाया जाता हैं. यह त्यौहार सर्दियों के मौसम का अंत और वसंत के आगमन का प्रतीक हैं
वसंत पंचमी के दिन हम विद्या व ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की पूजा व अर्चना करते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार, वसंत पंचमी के दिन ब्रह्मा जी के मुख से देवी सरस्वती प्रकट हुई थी. माँ सरस्वती को ‘संगीत की ‘देवी’ भी कहा जाता हैं. देवी सरस्वती कमल के फूल का आसन व हंस की सवारी करती हैं
यह पर्व विद्यार्थियों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इस दिन विद्यार्थी माँ सरस्वती की पूजा ज्ञान व बुद्धि प्राप्त करने के लिये करते हैं. इस पर्व पर लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. मंदिरों में भी पीले व सफेद रंग के फूल से देवी सरस्वती की पूजा की जाती हैं
वसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा भी कहा जाता हैं इस ऋतु के आते ही प्रकृति हरी-भरी हो जाती हैं. अतः इस दिन हमें पवित्र तन-मन से मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करनी चाहिए
2) सरस्वती पूजा पर निबंध – Saraswati Puja Essay in Hindi

“हे वीणावादिनी, ज्ञानदायिनी, हमको इक ऐसा वर दे
बुद्धि को हमारी सदराहों की ओर कर दे”
सरस्वती पूजा हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस त्योहार पर माता सरस्वती की पूजा की जाती है. सरस्वती पूजा के इस त्योहार को बसंत पंचमी के रूप में भी मनाया जाता है
इस दिन स्कूल, कॉलेजों में भी माँ सरस्वती की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर उनकी पूजा की जाती है. बसंत पंचमी का यह त्योहार प्राचीन समय से ही प्रचलित है
ऐसा कहा जाता है कि किसी भी क्षेत्र में कला अथवा शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को माँ सरस्वती की पूजा अर्चना जरूर करनी चाहिए
यह पूजा प्रतिवर्ष माघ महीने में शुक्ल पंचमी को की जाती है. वसंत का मौसम बेहद खास इसलिए भी है, क्योंकि इस मौसम में फसलों का उत्पाद बहुत अच्छा होता है. इस महीने में प्रकृति चारों तरफ खूबसूरत दिखाई देती है
सरस्वती पूजा का पर्व प्रति नए वर्ष के जनवरी-फरवरी माह में मनाया जाता है. इस वर्ष 2023 में सरस्वती पूजा का त्योहार 26 जनवरी को मनाया जाएगा
यह दिन अपने आप में बहुत विशेष होता है क्योंकि इस दिन सभी लोग सरस्वती माँ की पूजा करके इस संसार के कल्याण की कामना करते हैं. भारत देश के अलावा यह त्योहार हमारे पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश इत्यादि कई अन्य देशों में भी मनाया जाता है
जिस प्रकार ज्ञान से ही हम सभी का विकास संभव है ठीक उसी प्रकार माता सरस्वती के आशीर्वाद के बिना हम सच्चे ज्ञान को प्राप्त नहीं कर सकते हैं
प्रकृति के साथ-साथ माँ सरस्वती की अलौकिक कृपा हर तरफ उजाला कर देती है. हम मां सरस्वती से यह विनती करते हैं कि वह हम सब पर अपनी कृपा दृष्टि हमेशा बनाए रखें
FAQ’s – लेख से संबंधित प्रश्न
सरस्वती पूजा को किस नाम से जाना जाता है ?
सरस्वती पूजा को वसंत पंचमी, वसन्तोत्सव या श्रीपंचमी के नाम से भी जाना जाता है
2023 में वसंत पंचमी कब है ?
2023 में वसंत पंचमी 26 जनवरी को है
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संक्षेप में
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