Shabd kise kahate hain : हिंदी व्याकरण के तहत शब्द एक अहम टॉपिक है. तो आज इस पोस्ट में आपको शब्द किसे कहते हैं, शब्द के भेद कितने होते हैं (shabd ke kitne bhed hote hain) इन सभी जानकारियों से वाकिफ कराया जाएगा. तो आइए जानते हैं
शब्द किसे कहते हैं – Shabd kise kahate hain
शब्द की परिभाषा → एक या एक से अधिक वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं. हिंदी व्याकरण के तहत शब्द की अहम भूमिका है शब्द का एक साधारण उदाहरण – कमल है. अगर इसे तोड़कर देखा जाए तो इसके वर्ण निम्नलिखित होंगे
कमल = क् + अ + म् + अ + ल् + अ
शब्द के भेद – Shabd ke bhed
आपकी जानकारी के लिए बता दूं हिंदी व्याकरण के तहत शब्द का वर्गीकरण तीन आधार पर किया गया है. जिसमें की उत्पत्ति के आधार पर शब्द के भेद, रचना के आधार पर शब्द के भेद और प्रयोग के आधार पर शब्द के भेद आते हैं
- उत्पत्ति के आधार पर शब्द के भेद
- रचना के आधार पर शब्द के भेद
- प्रयोग के आधार शब्द के भेद
1) – उत्पत्ति के आधार पर शब्द के भेद
आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं की उत्पत्ति के आधार पर शब्द के चार भेद होते हैं. जिनमें की तत्सम शब्द, तद्भव शब्द, देशज शब्द और विदेशी शब्द आते हैं
- तत्सम शब्द
- तद्भव शब्द
- देशज शब्द
- विदेशी शब्द
तत्सम शब्द किसे कहते हैं
संस्कृत भाषा के वे शब्द जो ठीक उसी रूप में ज्यों के त्यों प्रयोग हो रहे हैं जैसे संस्कृत भाषा से आए थे उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं.
या
वे शब्द जो संस्कृत भाषा के है तथा हिंदी भाषा में बिना किसी परिवर्तन के उसी रूप में प्रयोग में लाए जाते हैं उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं. जैसे – रात्रि, पुष्प, किरण, शरीर, पक्षी, नक्षत्र, दारू, सुमन आदि
तद्भव शब्द किसे कहते हैं
संस्कृत भाषा के वे शब्द जो संस्कृत से विकसित हुए हैं लेकिन बदलते हुए रूप में हिंदी में प्रयुक्त हो रहे हैं उन्हें तद्भव शब्द कहते हैं.
या
वे शब्द जो संस्कृत भाषा के शुद्ध शब्द नहीं है उनका स्वरूप बदल कर उन्हें हिंदी भाषा में प्रयोग किया जाता है तद्भव शब्द कहलाते हैं तद्भव शब्द के निम्नलिखित उदाहरण है –
तद्भव शब्द | संस्कृत शब्द |
तीन | त्रि |
गला | गल |
पत्थर | प्रस्तर |
हिरन | हरिण |
देशज शब्द किसे कहते हैं
वे शब्द जो विभिन्न भारतीय भाषाओं से आए हैं और हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाते हैं उन्हें देशज शब्द कहते हैं.
या
जिन शब्दों का जन्म देश में ही हुआ है और उनका संबंध संस्कृत भाषा या अन्य किसी भाषा से नहीं है उन्हें देसी शब्द या देशज शब्द कहा जाता है. जैसे – थैला, झंझट, फावड़ा आदि
विदेशी शब्द किसे कहते हैं
जो शब्द अंग्रेजी, तुर्की, फारसी आदि विदेशी भाषाओं से लिए गए हैं उन्हें विदेशी शब्द कहते हैं.
या
वह शब्द जो विभिन्न विदेशी भाषाओं से लिए गए हैं और हिंदी भाषा में प्रयोग किए जाते हैं विदेशी शब्द कहलाते हैं. जैसे स्टेशन, चम्मच, बल्कि, गोदाम, बोर्ड, मशीन, पेट्रोल, किताब, गमला आदि
2) – रचना के आधार पर शब्द के भेद
दोस्तों हिंदी व्याकरण में रचना के आधार पर शब्द के तीन भेद है जिनमें की रूढ़ शब्द, योगरूढ़ शब्द तथा यौगिक शब्द आते हैं
- रूढ़ शब्द
- यौगिक शब्द
- योगरूढ़ शब्द
रूढ़ शब्द किसे कहते हैं
जिन शब्दों के सार्थक खंड नहीं किए जा सकते उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं. जैसे पेंसिल, लड़की आदि रूढ़ शब्द के उदाहरण है
यौगिक शब्द किसे कहते हैं
जो शब्द एक या एक से अधिक सार्थक खंडों के योग से बनते हैं उन्हें यौगिक शब्द कहते हैं. जैसे विद्यालय = विद्या+आलय तथा भोजनालय = भोजन+आलय आदि यौगिक शब्द के महत्वपूर्ण उदाहरण है
योगरूढ़ शब्द किसे कहते हैं
वे शब्द जो यौगिक होते हैं परंतु किसी रूढ़ अथवा विशेष अर्थ को स्पष्ट करते हैं या बताते हैं उन शब्दों को योगरूढ़ शब्द कहते हैं. जैसे- दशानन का सामान्य अर्थ दस सिर वाला है लेकिन यह हमें रावण का बोध कराता है इसीलिए दशानन योगरूढ़ शब्द है
3) – प्रयोग के आधार पर शब्द के भेद
दोस्तों मैं आपकी जानकारी के लिए बताना चाहता हूं कि प्रयोग के आधार हिंदी व्याकरण में शब्द के दो भेद है जिन्हें विकारी शब्द तथा अविकारी शब्द के नाम से जाना जाता है
- विकारी शब्द
- अविकारी शब्द
विकारी शब्द किसे कहते हैं
वे शब्द जो विपरीत परिस्थिति होने पर अपना रूप बदल लेते हैं उन्हें विकारी शब्द कहते हैं यह चार प्रकार के होते हैं
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रिया
अविकारी शब्द किसे कहते हैं
वे शब्द जो विपरीत परिस्थिति होने पर अपना रूप नहीं बदलते हैं उन्हें अविकारी शब्द कहते हैं यह चार प्रकार के होते हैं
- क्रिया विशेषण
- संबंध बोधक
- समुच्चय बोधक
- विस्मयादि बोधक
संक्षेप में
दोस्तों उम्मीद है आपको शब्द किसे कहते हैं – Shabd kise kahate hain इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी. अगर आप हिंदी व्याकरण से जुड़ी जानकारियों को पढ़ना चाहते हैं तो MDS Blog के साथ जरूर जुड़िए
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