हेलो दोस्तों क्या आप ऊर्जा संरक्षण पर निबंध (Essay on Energy Conservation in Hindi) जानना चाहते हैं तो आपने एकदम सही पोस्ट को चुना है
इस पोस्ट के माध्यम से आज मैं आपको बताऊंगा कि ऊर्जा संरक्षण का महत्व पर निबंध कैसे लिखा जाता है. इस पोस्ट में आपको दो निबंध बताए गए हैं आपको जो अच्छा लगे आप उसे कंपटीशन के लिए तैयार कर सकते हैं. तो बिना समय गवाएं आइये जानते हैं
ऊर्जा संरक्षण पर निबंध 500 शब्दों में

“ऊर्जा संरक्षण में भागीदारी निभाओ
देश को ऊर्जा के संकट से बचाओ”
प्रस्तावना
हमारी आने वाली भावी पीढ़ियों के लिए ऊर्जा संरक्षण की अति आवश्यकता है ऊर्जा की खपत कम करने हेतु जिन प्रयासों का संघर्ष किया जाता है वह ऊर्जा संरक्षण को दर्शाते हैं. आसान शब्दों में, किसी भी काम को पूरा करने में कम से कम ऊर्जा का प्रयोग करना ही ऊर्जा संरक्षण कहलाता है
उदाहरण के लिए आप यदि कार से हर दिन आना जाना कर रहे हैं और यदि आप उसके स्थान पर साइकिल का उपयोग करें तो उससे कार में लगने वाले ईंधन की बचत होगी और आपने उस ऊर्जा का उपयोग न कर उसका संरक्षण किया
ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता
पृथ्वी पर ऊर्जा संसाधन सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं अतः उपलब्ध ऊर्जा संसाधनों का संरक्षण करना अति आवश्यक है. ऊर्जा संसाधन का संरक्षण न केवल लागत में कटौती करने के लिए बल्कि लंबे समय तक उपयोग के लिए संसाधनों को संरक्षित करने के लिए भी ऊर्जा के संरक्षण की आवश्यकता है
हम ऊर्जा का उपयोग उसके उत्पादन करने से ज्यादा तेजी से करते हैं. जैसे कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस – सबसे अधिक उपयोग में आने वाले हैं. ये सभी परम्परागत ऊर्जा के संसाधन हैं जो एक बार उपयोग होने के बाद पुन: उपयोग नही किये जा सकते
यदि इनका संरक्षण ना किया गया तो एक दिन ये समाप्त हो जाएंगे. साथ ये सभी संसाधन पर्यावरण प्रदूषण के कारक हैं अतः ऊर्जा संरक्षण करना पर्यावरण की सुरक्षा हेतु भी आवश्यक है
ऊर्जा संरक्षण का महत्व
हमारे जीवन में ऊर्जा संरक्षण का बहुत महत्व है. यह भविष्य हेतु ऊर्जा को तो बचाता ही है साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाता है और हमें एक स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है
एक पुरानी भारतीय कहावत है – “पृथ्वी, जल और वायु हमारे माता-पिता से प्राप्त हमारे लिए एक उपहार नहीं है बल्कि हमारे बच्चों के लिए कर्ज़ है” इसलिए हमें ऊर्जा संरक्षण को एक आदत बनाने की जरूरत है
यदि आज हम ऊर्जा को संरक्षित करते हैं तो हमारी भावी पीढ़ी भी इसका उपयोग कर पायेगी साथ ही हम ऊर्जा की बचत करके अपने देश की बहुमूल्य मुद्रा की भी बचत करते हैं
ऊर्जा संरक्षण के उपाय
ऊर्जा के संरक्षण हेतु सबसे महत्वपूर्ण कदम ऊर्जा के वैकल्पिक स्त्रोतों जैसे सौर ऊर्जा, पवन चक्कियों का प्रयोग करके ऊर्जा उत्पन्न करना है. सूर्य एक प्राकृतिक संसाधन है और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है इसीलिये घरों में सौर पैनल स्थापित करना और ऊर्जा की खपत को कम करने वाली गतिविधियों का सहारा लेना ऊर्जा संरक्षण का सबसे अच्छा माध्यम है
घर में ऊर्जा का उपयोग प्रकाश, खाना पकाने, हीटिंग के लिए और अन्य घरेलू उपकरणों के संचालन के लिए किया जाता है. दैनिक जीवन में छोटे छोटे उपायों को अपनाकर भी हम ऊर्जा संरक्षण में भागीदार बन सकते हैं. जैसे खाना ढ़ककर पकाना, जरूरत के बिना बिजली उपकरणों जैसे पंखा, बल्ब, ए.सी. आदि को बंद रखना, सी.एफ.एल का प्रयोग आदि
उपसंहार
गाँधी जी ने कहा था कि पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को पूरा करने के लिए नहीं अतः हमें छोटे-छोटे कदमों के जरिये बड़ी मात्रा में ऊर्जा संरक्षण करना चाहिए
हमें अपने जीवन में ऊर्जा के महत्व को समझते हुए ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक होना ही होगा. देश के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि ऊर्जा चाहे किसी भी रूप में हो, वह उसे व्यर्थ में नष्ट न करे. अपने और आने वाली पीढ़ियों के सुखद भविष्य के लिए हमें अपने व्यवहार में ऊर्जा संरक्षण की आदतों को शामिल करना ही होगा
“ऊर्जा बचाओ, ऊर्जा बचाओ
आने वाले कल को तुम..
खुशियों से सजाओ..
ऊर्जा बचाओ, ऊर्जा बचाओ”
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“ऊर्जा का संरक्षण कर
जीने की नई राह दिखाना है
सौर ऊर्जा का उपयोग कर
अब हर घर तक पहुंचाना है”
प्रस्तावना
आज का युग आधुनिकरण का युग है तथा आधुनिकरण के लिए अत्यधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है. ऊर्जा मानव जीवन की सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक है. ऊर्जा के अभाव में मानव जीवन की कल्पना करना असंभव है. ऊर्जा के बिना हमारा जीवन अंधकारमय हो जाएगा
परंतु फिर भी मानव ने अपने लौकिक सुख के लिए इतने साधन जुटा लिए हैं कि दिन-ब-दिन ऊर्जा का अत्यधिक दोहन हो रहा है जिसका मानव को आभास भी नहीं है. इसी कारण हमें ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता है इसे संरक्षित रखकर ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी संरक्षित कर सकते हैं
ऊर्जा संसाधन
ऐसे संसाधन जिनका उपयोग ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए किया जाता है उन्हें ऊर्जा संसाधन कहते हैं
ऊर्जा संसाधन के प्रकार
जीवाश्म ईंधन – कोयला, प्राकृतिक गैस, तेल
परमाणु ईंधन – परमाणु ऊर्जा, परमाणु संलयन
अक्षय संसाधन – सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, लहर और ज्वार की शक्ति, भूतापीय ऊर्जा, बायोमास, हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर
ऊर्जा संरक्षण का अर्थ
किसी कार्य को करने के लिए ऐसी विधि या प्रक्रम का पालन करना जिससे कि कार्य पूर्ण करने में कम ऊर्जा का उपयोग हो, इसे ऊर्जा संरक्षण कहा जाता है
उदाहरण के लिए – यदि हम मोटरसाइकिल से ऑफिस जाते हैं तो हम ज्यादा ऊर्जा की खपत करते हैं. उसी स्थान पर यदि हम साइकिल या पब्लिक परिवहन का प्रयोग करेंगे तो हम ऊर्जा को संरक्षित कर सकते हैं
ऊर्जा का उपयोग
आज के समय में ऊर्जा का उपयोग बहुत ज्यादा बढ़ गया है. बढ़ती जनसंख्या तथा हमारी आधुनिक जीवन शैली की वजह से ऊर्जा की अत्यधिक आवश्यकता पड़ रही है तथा इसका उपयोग दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है
जैसे वाहन बढ़ रहे हैं तो पेट्रोल की खपत भी बढ़ रही है. बिजली के निर्माण में कोयले का उपयोग है जो अत्यधिक बिजली खपत से कम हो रहा है. इन संसाधनों का हम सभी को मिलकर संरक्षण करना पड़ेगा
ऊर्जा संरक्षण के उपाय
ऊर्जा संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है इसके विभिन्न उपाय है अर्थात विभिन्न तरीकों से हम ऊर्जा की बचत कर सकते हैं
- उपयोग ना होने पर पंखे तथा लाइट व विद्युत से चलने वाले अन्य उपकरण को बंद रखें
- पानी का भी आवश्यकता अनुसार ही उपयोग करें अनावश्यक नल न खुले छोड़े
- खाना बनाते समय खाना बनाने की सामग्री अर्थात दाल तथा चावल को 2 घंटे पूर्व ही भिगोकर रखने पर खाना जल्दी बन जाएगा तथा गैस की बचत होगी जिससे कि ऊर्जा की बचत होगी
- घरों में बल्ब या ट्यूबलाइट की जगह एल.ई.डी. का प्रयोग करने से भी ऊर्जा की बचत होती है
- निजी वाहनों के स्थान पर सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग करना चाहिए जिससे ईंधन की बचत होगी
इस प्रकार हम विभिन्न ऊर्जा संसाधनों का उचित प्रयोग कर उनका संरक्षण कर सकते हैं
ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता
ऊर्जा का संरक्षण अति आवश्यक हो गया है इसके लिए यह जरूरी है कि हम लोगों को ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करें. उन्हें समझाएं कि हम ऊर्जा को कैसे संरक्षित कर सकते हैं तथा इसका अत्यधिक दोहन होने से बचा सकते हैं
ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए ऊर्जा संरक्षण दिवस भी मनाया जाता है तथा इसके जरिए लोगों को समझाया तथा याद दिला जाता है कि हमें ऊर्जा संरक्षण की कितनी आवश्यकता है
ऊर्जा संरक्षण का सबसे अच्छा विकल्प है सौर ऊर्जा का अत्यधिक प्रयोग, क्योंकि ये कभी ना समाप्त होने वाली ऊर्जा है. इसी कारण हमें लोगों को सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए
उपसंहार
ऊर्जा हमारे जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए अति आवश्यक है इसी कारण इसका संरक्षण भी अति आवश्यक है, नहीं तो यदि ऊर्जा संसाधन समाप्त हो गए तो हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य शायद ही हम देख पाये. इसी कारण सौर ऊर्जा के प्रयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए तथा ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना चाहिए
FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ऊर्जा संरक्षण दिवस कब मनाया जाता है ?
हर साल 14 दिसंबर को ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है
ऊर्जा के 5 स्रोतों के नाम बताओ ?
कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा आदि ऊर्जा के प्रमुख स्रोत है
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संक्षेप में
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