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उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध

भारत में प्राकृतिक सुंदरता को प्रदर्शित करने वाला सबसे सुंदर राज्य उत्तराखंड है. क्या आप उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध लिखना चाहते हैं तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं

आज मैं आपको बताऊंगा कि उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध हिंदी में किस प्रकार आप लिख सकते हैं. विद्यार्थियों के लिए पोस्ट काफी उपयोगी है लेकिन सबसे पहले कुछ जरूरी पॉइंट पढ़े :

राज्य का नामउत्तराखंड
राजधानी का नामदेहरादून
स्थापना दिवस9 नवंबर
राज्य का गठन हुआ9 नवंबर 2000
राज्य का पूर्व नामउत्तरांचल
कुल क्षेत्रफल53,483 km²

उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध

उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध

प्रस्तावना

भारत के उत्तरी छोर में स्थित सुंदर वादियों वाले राज्य उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को भारत के 27वें राज्य के तौर पर किया गया था और प्रतिवर्ष इसी दिन (9 नवंबर) को उत्तराखंड का स्थापना दिवस मनाया जाता है

अलग होने से पूर्व यह राज्य उत्तरप्रदेश के साथ जुड़ा हुआ था. उत्तराखंड का गठन उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भाग से कई जिलों और हिमालय पर्वत श्रृंखला के एक हिस्से को मिलाकर किया गया था. इस वर्ष 23वां उत्तराखंड स्थापना दिवस मनाया जा रहा है

2007 में, राज्य का नाम औपचारिक रूप से उत्तरांचल से उत्तराखंड में बदल दिया गया था. यह मुख्यतः एक पहाड़ी राज्य है जो हिमालय पर्वत श्रेणी की तलहटी में बसा हुआ है. उत्तराखंड प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है जिसमें ग्लेशियर, नदियाँ, घने जंगल और बर्फ से ढकी पर्वत चोटियाँ शामिल हैं जिन्हें देखने पर आंखों को ठंडक और मन को शांति मिलती है

बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री के चार सबसे पवित्र और श्रद्धेय हिंदू मंदिर जिन्हें चार-धाम के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड में स्थित हैं और इसलिए इस राज्य को ‘देवताओं की भूमि’ के रूप में जाना जाता है. राज्य का उच्च न्यायालय नैनीताल में स्थित है और राजधानी देहरादून है साथ ही राज्य आंदोलन के दौरान राज्य की राजधानी के रूप में गैरसैंण की परिकल्पना भी हुई है

उत्तरांचल से उत्तराखंड नाम परिवर्तन

उत्तराखण्ड 9 नवम्बर 2000 को एक अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया. इससे पहले यह उत्तर प्रदेश राज्य का एक हिस्सा हुआ करता था. उत्तराखण्ड को अलग राज्य बनाने की मांग 25 अगस्त 2000 को उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के पारित होने के साथ पूरी हुई थी

जब इस राज्य का गठन हुआ था तो उस समय इसका नाम उत्तरांचल रखा गया. लेकिन 21 दिसम्बर, 2006 को इसका नाम उत्तरांचल (नाम परिवर्तन) अधिनियम, 2006 को पारित करके उत्तराखंड रख दिया गया. राज्य का यह नया नाम 1 जनवरी, 2007 से भारत सरकार की अधिसूचना दिनांक 29 दिसम्बर, 2006 के अनुसार प्रभावी हो गया

उत्तराखंड स्थापना दिवस का महत्व

एक लंबे समय तक उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा किये संघर्ष के बाद 9 नवंबर 2000 को, उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने क्षेत्र के लोगों को बेहतर अवसर, बेहतर सरकार और सुविधाएं देने तथा बेहतर तरीके से संसाधन प्रदान करने के लिए उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया ताकि राज्य में रह रहे निवासियों को एक बेहतर जीवन और सुविधाएं दी जा सकें

उत्तराखंड स्थापना दिवस प्रतिवर्ष बड़े ही गर्व और उत्साह के साथ मनाया जाता है. उत्तराखंड स्थापना दिवस हमें उन सभी महान व्यक्तित्वों की याद दिलाता है जिन्होंने इसे एक पृथक राज्य बनाने के लिए संघर्ष किया और इसमें अपना बहुमूल्य योगदान दिया

देवभूमि का स्वरूप है उत्तराखंड

उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है. देवभूमि यानी देवताओं की भूमि, उत्तराखंड में स्थित पंचबद्री, पंचकेदार, पंचप्रयाग इस राज्य की भूमि को देवतुल्य बनाते हैं

यह राज्य मंदिरों और आस्थाओं से परिपूर्ण है. राज्य के सभी कोनों में अनेकों मंदिर हैं इसके अलावा राज्य में कई सारे ऐसे नदी संगम हैं जिनका अपना एक धार्मिक महत्व है. इन्हें ही प्रयाग कहा जाता है

राज्य में पाँच प्रयाग है जो पंचप्रयाग दुनियाभर में लोगों की आस्था का केन्द्र हैं. उत्तराखंड के कण-कण में ईश्वर विराजमान हैं और यहाँ के वातावरण में सदैव आस्था व्याप्त रहती है. हमारे पौराणिक ग्रंथों और धार्मिक इतिहास में भी यह उल्लेख किया गया है कि यह देवताओं की भूमि है

उपसंहार

उत्तराखंड में जन्म लेने वाले हर एक व्यक्ति के जीवन में उत्तराखंड स्थापना दिवस एक नई उमंग का प्रतीक है. इस दिन विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में प्रतियोगिताओं का आयोजन तो होता ही है साथ ही साथ उत्तराखंड के राज्य बनाने के संघर्ष को भी याद किया जाता है

उत्तराखंड स्वर्ग का द्वार है जिसकी कल्पना मात्र ही दिल को सुकून देती है इसीलिए उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से भी हमारे देश भारत के लिए बहुत उपयोगी है. हमें भी इसकी सुंदरता को बढ़ावा देने के लिए आगे आना चाहिए

FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

उत्तराखंड की दो प्रमुख बोलियां कौन-कौन सी है

उत्तराखंड की दो प्रमुख बोलियां गढ़वाली और कुमाऊनी है

उत्तराखंड के लोगों का मुख्य व्यवसाय क्या है

कृषि और पशुपालन उत्तराखंड के लोगों का मुख्य व्यवसाय है

उत्तराखंड का कुल क्षेत्रफल कितना है

उत्तराखंड राज्य का कुल क्षेत्रफल लगभग 53,483 वर्ग किमी है

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संक्षेप में

उम्मीद है उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध आप ने पूरा पढ़ा होगा और इसे पढ़कर आप ने उत्तराखंड के बारे में जाना होगा. आपके लिए यह पोस्ट कितनी उपयोगी थी कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं

इसी तरह के विभिन्न निबंध हम प्रकाशित करते रहते हैं इसीलिए आप हमें सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते हैं. यह निबंध पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

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One Comment

  1. This is an interesting essay in which we read about what we know about the subsection and it also had such things which impress us thank you very much for writing such a funny post Have you written any similar essay about India?Gave

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