हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है इसके बावजूद हिन्दी को अपने ही देश में हीन भावना से देखा जाता है. आमतौर पर हिन्दी बोलने वाले को पिछड़ा और अंग्रेजी में बोलने वाले को आधुनिक तथा ज्यादा पढ़ा लिखा समझा जाता है इसी मानसिकता को बदलने के लिए हिन्दी दिवस मनाया जाता है