Women’s Day Speech in Hindi : नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप? उम्मीद है आप अच्छे होंगे. दोस्त क्या आप महिला दिवस पर भाषण जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए एकदम सही है
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिवस महिलाओं को सम्मानित करने के लिए और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है
तो दोस्त आइए जानते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर भाषण किस प्रकार से आप अपने स्कूलों और कॉलेजों में बोल सकते हैं
1) महिला दिवस पर भाषण – Women’s day Speech in Hindi

यहां उपस्थित सभी को मेरा नमस्कार! जैसा कि आप जानते ही हैं कि आज हम सभी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं. महिलाओं को समर्पित इस महान दिन की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !
“प्रेम है, आस्था है, विश्वास है नारी
बांधे रिश्तों की डोर, वो आस है नारी”
नारी हर घर की शान होती है. आज के युग में तो नारी घर के साथ साथ सभी क्षेत्रों में अपना स्थान बना चुकी है. महिला देश, समाज एवं परिवार का मुख्य आधार होती हैं. महिलाएं समाज को सभ्य बनाने से लेकर देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
आज महिलाओं ने खुद को हर क्षेत्र में साबित किया है. आज दुनिया का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाओं का दबदबा न हो, लेकिन आज 21 वीं सदी में भी महिलाओं को उत्पीड़न, शोषण और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. कहीं न कहीं आज भी महिलाओं से जुड़े फैसले उनके पिता, भाई या फिर पति द्वारा ही लिए जाते हैं
इन्ही कारणों को मध्यनजर रखते हुए महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने, उनका आत्मविश्वास जगाने एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर उनका मनोबल बढ़ाने के लिए 8 मार्च को पूरी दुनिया में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. यह दिन हमें महिलाओं के महत्व को समझाकर हमेशा सकारात्मक प्रेरणा देता है
भारतीय संस्कृति में भी महिलाओं के महत्व को बताकर उन्हें देवी का रुप बताया है. हिन्दू शास्त्रों और पुराणों में भी महिलाओं की अदम्य शक्ति का वर्णन किया गया है. महिला एक मां, बहन, बेटी, बहु कई रूपों में अपना कर्तव्य निभाती हैं और संस्कारी एवं सभ्य समाज का निर्माण करती है. वास्तव में नारी सूरज की सुनहरी किरण और प्रेम का आगार है. हम सभी को महिलाओं को महत्व समझना चाहिए एवं उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए
आज अगर देखा जाए तो आज महिलाओं के प्रति लोगों की सोच में काफी बदलाव आया है. लोग अपने घर की बेटियों और बहुओं की शिक्षा के लिए आगे बढ़ रहे हैं. देश के उच्च पदों पर महिलाएं शोभाएमान हैं. पहले की तुलना में महिलाएं आज कहीं ज्यादा आत्मनिर्भर और सक्षम है लेकिन इन सबके बाबजूद भी रुढिवादी सोच हावी है
जिसके चलते महिलाएं गुलाम बनी हुई हैं और दहेज लोभियों की हिंसा का शिकार हो रही हैं. वहीं कन्या भ्रूण हत्या के मामले तो जैसे आम हो चले हैं. महिलाओं को आज भी अपने हक के लिए लड़ना पड़ रहा है
महिलाओं की अलौकिक शक्ति का भारतीय इतिहास भी गवाह रहा है. जब-जब पुरुष ने खुद को असहाय, हताश और निराश पाया है. तब-तब उसने नारी को एक मजबूत कंधे के रूप में अपने साथ ही पाया है. महिलाएं हर मुश्किल समय में एक सशक्त भूमिका निभाती हैं
महिलाओं की इसी शक्ति का एहसास उन्हें करवाने के लिए आज महिला शक्तिकरण की दिशा में कई अभियान चलाए जा रहे हैं. महिलाओं को यह समझना होगा कि जब तक महिलाएं खुद अपने हक के लिए आवाज नहीं उठाएंगी और अपने जिंदगी से जुड़े फैसले लेने में समर्थ नहीं होगी तब तक महिलाओं की स्थिति में सुधार नहीं आ सकता है. इसलिए इस महिला दिवस पर सभी महिलाओं को आत्मसम्मान के साथ जीने एवं अपने अधिकारों के प्रति लड़ने का प्रण लेना चाहिए
“तोड़ के हर पिंजरा जाने कब उड़ जाऊँगी,
लाख लगा लो बंदिशे, दूर आसमान जगह बनाऊंगी,
इक दिन सब जंजीरों को तोड़कर दिखलाऊंगी,
हाँ गर्व है मुझे मैं नारी हूँ खुद ही सशक्त बन जाऊंगी”
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2) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सबसे प्यारा भाषण 2023
यहाँ उपस्थित सभी को मेरा नमस्कार, आज मैं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर कुछ शब्द व्यक्त करना चाहता हूं. सबसे पहले आप सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं..
“यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता” अर्थात जहाँ नारी का सम्मान होता है वहाँ देवता निवास करते हैं. नारियों के इसी सम्मान का जश्न मनाने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है
आज की महिलाएं आत्मनिर्भर हैं. आजादी से लेकर वर्तमान समय तक महिलाओं ने देश के लिए प्रत्येक क्षेत्र में अपना योगदान दिया है. चाहे घर रहकर परिवार व बच्चों की देखभाल करनी हो या फिर घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर नौकरी करनी हो महिलाओं ने अपनी हर भूमिका को बखूबी निभाया है
लेकिन फिर भी ना जाने क्यूं हमारा समाज महिलाओं को वो सम्मान नहीं देना चाहता जिसकी वो हकदार हैं. हमेशा से ही महिलाओं को सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ता है उन्हें पुरुष वर्ग के आगे झुकना पड़ता है
बहुत से इलाकों में आज भी घरों में लड़की को लड़के के बराबर शिक्षा नहीं दी जाती है. अगर शिक्षा दी भी जाती है तो कुछ बनने से पहले ही उनकी शादी करा दी जाती है जिस कारण महिलाएं आत्मनिर्भर नही बन पाती हैं और सारी जिंदगी पति पर ही निर्भर रहती हैं
कुछ महिलाएं तो शिक्षा और जागरूकता की कमी के कारण ससुरालपक्ष के शोषण का शिकार बनकर रह जाती हैं. आजकल तो देश की बहू-बेटियों पर होने वाले जुल्मों को सुनकर रूह कांप जाती है
आज हमारा देश ये किस ओर जा रहा है? हमारा देश तो रानी लक्ष्मीबाई, इंदिरा गांधी, लता मंगेशकर और मदर टेरेसा जैसी नारियों का देश है. हमारे देश में तो प्रतिभा पाटिल जैसी महिला ने राष्ट्रपति जैसे सर्वोच्च पद की गरिमा बढ़ाई है
फिर भी देश की महिलाएं अलग-अलग तरीकों से अत्याचारों का शिकार बन रही हैं कारण, सिर्फ एक देश की महिला पूरी तरह से सशक्त नहीं है. सिर्फ कुछ लोगों को बदलने से काम नहीं चलेगा धीरे धीरे ही सही परन्तु पूरे समाज की सोच बदलनी होगी
आज हमारी सरकार बहुत सी योजनाएं चला रही हैं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए, आज के दिन को मनाने का उद्देश्य भी महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना ही है
हमें केवल आज के दिन ही नहीं बल्कि हर दिन यह प्रण लेना चाहिए कि महिलाओं को पूरा सम्मान देंगे, उनकी तरक्की पर किसी भी रूप में रोक नहीं लगाएंगे, उनको सशक्त बनाने में जितना हो सके उतना सहयोग करेंगे
जिस दिन देश की आधी आबादी – महिलाएं सशक्त बन गयी उस दिन हमारे भारत देश को सशक्त बनने से दुनिया की कोई भी ताकत रोक नहीं सकती
और अंत मे दो शब्द उनके लिए जो अक्सर कहते हैं कि महिलाएं आखिर करती ही क्या हैं ?
“सब कुछ करके भी कभी कुछ न कहना
उन्हें थोड़ा भी गुमान नहीं
महिला होना इतना भी आसान नहीं”
धन्यवाद !
3) अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर छोटा और आसान भाषण हिंदी में
“वही देश है बना महान
जिसने किया नारियों का सम्मान”
सभा में उपस्थित सभी सम्मानित जनों को मेरा सादर नमस्कार, आज के इस अन्तरर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस पावन अवसर पर मैं आपके समक्ष महिलाओं के सम्मान में कुछ शब्द कहना चाहता हूँ और यह आशा करता हूँ कि आप सभी को जरूर पसन्द आएगा
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस प्रतिवर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है. यह दिवस मनाये जाने का निर्णय सन् 1975 में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका द्वारा लिया गया था. कई सदियों से महिलाएं अपने सम्मान और अधिकारों के लिए लड़ती आई हैं और आज भी लड़ रही हैं
हमारे पुरुष प्रधान समाज में सदैव महिलाओं को अनदेखा किया गया है और शायद यही कारण है कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए एक तिथि सुनिश्चित करनी पड़ी और आज भी अगर हम राष्ट्रीय महिला दिवस की बात करें तो शायद ही किसी को पता होगा
लेकिन इसमें आपकी गलती नहीं, इस देश की प्रथाओं की गलती है जिसमें महिलाओं को रीति-रिवाजों की बेड़ियों में जकड़ कर रखा गया है और आज जिसमें परिवर्तन लाने की आवश्यकता है
अन्य देशों में भी महिलाओं की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन जिस देश ने महिलाओं के महत्व को समझा है आज वे विकसित देशों की सूची में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना चुके हैं
धन्यवाद !
FAQ’s – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?
प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है
महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ावा देना तथा उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है ताकि वे एक बेहतर राष्ट्र का निर्माण कर सकें
आज आपने सीखा
आशा है दोस्त आपको महिला दिवस पर भाषण – Speech on Women’s day in Hindi अच्छा लगा होगा
अगर आपको यह भाषण अच्छा लगा तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिएगा ताकि उन्हें भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्कूल और कॉलेज में भाषण बोलना आ सके. यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!