दोस्त क्या आप महिला सुरक्षा पर निबंध – Essay on Women’s Safety in Hindi की तलाश कर रहे हैं तो यह पोस्ट एकदम सही है आपके लिए
इस पोस्ट के माध्यम से आज आपको बताया गया है कि नारी सुरक्षा पर निबंध किस प्रकार से आप लिख सकते हैं. तो आइए महिलाओं की सुरक्षा पर निबंध जानते हैं
महिला सुरक्षा पर निबंध – Women’s Safety Essay in Hindi

“कैसे बनाओगे भारत को विश्वशक्ति
जब सुरक्षित ही नहीं देश में नारीशक्ति”
प्रस्तावना
भारत में प्राचीन काल से ही महिलाओं को समाज में विशिष्ट आदर एवं सम्मान दिया जाता है. भारत ऐसा देश है जहाँ महिलाओं की सुरक्षा और इज्ज़त का खास ख्याल रखा जाता है
भारतीय संस्कृति में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है. अगर आज के युग की बात की जाए तो महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है. लेकिन फिर भी महिला सुरक्षा देश में एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है
महिला सुरक्षा चिंता का एक बड़ा विषय
आजकल दिन प्रतिदिन अखबारों में लड़कियों और महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के समाचार बढ़ते ही जा रहे हैं. लड़कियों की सुरक्षा के लिए सरकार चाहे जितने मर्जी दावे कर ले लेकिन आज भी भारत में लड़कियां सुरक्षित नहीं है
कहीं बेटियों के साथ दरिंदगी हो रही है तो कहीं ससुराल में बहू पर अत्याचार हो रहा है. देश जितनी मर्जी तरक्की कर ले लेकिन जहां नारी सुरक्षित नहीं वह देश आगे नहीं बढ़ सकता
भारत में महिलाओं के प्रति अपराध
भारत में महिला अपराध की लिस्ट बहुत लंबी है. इसमें तेज़ाब फेंकना, वैश्यावृति, यौन हिंसा, दहेज़ हत्या, अपहरण, भ्रूण हत्या, मानसिक उत्पीड़न आदि बहुत से अपराध शामिल हैं
भारत में महिला सुरक्षा से जुड़े कानून
देश में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को देखते हुए बहुत से महिला सुरक्षा से जुड़े कानून बनाए गए हैं
इसमें चाइल्ड मैरिज एक्ट 1929, स्पेशल मैरिज एक्ट 1954, हिन्दू मैरिज एक्ट 1955, हिंदू विडो रीमैरिज एक्ट 1856, इंडियन पीनल कोड 1860, मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट 1861, फॉरेन मैरिज एक्ट 1969, इंडियन डाइवोर्स एक्ट 1969, क्रिस्चियन मैरिज एक्ट 1872, मैरिड वीमेन प्रॉपर्टी एक्ट 1874, मुस्लिम वुमन प्रोटेक्शन एक्ट 1986, नेशनल कमीशन फॉर वुमन एक्ट 1990, सेक्सुअल हर्रास्मेंट ऑफ़ वुमन एट वर्किंग प्लेस एक्ट 2013 आदि
इसके अलावा 7 मई 2015 को लोक सभा ने और 22 दिसम्बर 2015 को राज्य सभा ने जुवेनाइल जस्टिस बिल में भी बदलाव किया है. इसके अन्तर्गत यदि कोई 16 से 18 साल का किशोर जघन्य अपराध में लिप्त पाया जाता है तो उसे भी कठोर सज़ा का प्रावधान है
महिला सुरक्षा हेतु सुझाव
महिला सुरक्षा हेतु कुछ महत्वपूर्ण सुझाव इस प्रकार से हैं –
- देश की प्रत्येक महिला को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षित होना चाहिए
- अक्सर महिलाएं खतरे को किसी भी पुरुष की बजाए जल्दी भांप लेती है. अगर कभी उन्हें किसी प्रकार की आशंका हो, तो उन्हें देर ना करके जल्द ही कोई ठोस कदम उठा लेना चाहिए
- महिलाओं को अनजान लोगों से अपने आप को दूर ही रखना चाहिए
- महिलाओं को कभी भी खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए उन्हें हौंसले को बुलंद रखना चाहिए
- महिलाओं को इंटरनेट के जरिए किसी भी व्यक्ति से होने वाली जान पहचान में सतर्कता बरतनी चाहिए
- घर से बाहर होने पर महिलाओं को हमेशा सुरक्षा हेतु कुछ ना कुछ अवश्य रखना चाहिए जैसे कि मिर्च स्प्रे, खतरे में पड़ने पर वे इसका इस्तेमाल कर वहां से शीघ्र अतिशीघ्र निकल सकती हैं
- आजकल बहुत सी ऐसी मोबाइल एप्लिकेशन हैं जिनका इस्तेमाल मुश्किल में पड़ने पर तुरंत महिलाएं कर सकती हैं. जिनके जरिये एक बटन दबाते ही मैसेज आपके निजी व्यक्तियों और परिजनों तक लोकेशन के साथ पहुंच जाएगा
- किसी भी होटल या अनजान स्थान पर रुकने से पहले सुरक्षा को पहले ही सुनिश्चित कर ले
उपसंहार
महिला सुरक्षा एक अत्यंत गम्भीर सामाजिक मुद्दा है. सरकार द्वारा इस दिशा में जल्द से जल्द स्थायी प्रयास करने की आवश्यकता है
महिलाएं देश की लगभग आधी आबादी हैं जो शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक रूप से अत्यंत पीड़ित और लाचार हैं. यह देश के विकास तथा तरक़्क़ी को बाधित कर रहा है
लड़कियों और महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना समाज की भी उतनी ही जिम्मेदारी है जितनी सरकारों की है. इसलिए हम सबको नारी सुरक्षा के मुद्दे पर गहनता से विचार करने की आवश्यकता है
“सशक्त बनेगा देश जब सुरक्षित होगी नारी
महिला सुरक्षा है सबकी सांझी जिम्मेदारी”
संक्षेप में
उम्मीद है आपको महिलाओं की सुरक्षा पर निबंध – Women’s Safety Essay in Hindi अच्छा लगा होगा. इस निबंध में सभी पक्षों को रखा गया है जोकि नारी सुरक्षा के लिए उपयोगी है
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